आतंकी हमलें और हिंसा की पृष्ठभूमि पर ‘बुर्किना फासो’ के नागरीक पडोसी ‘घाना’ के शरण में – आतंकवाद के कारण पश्‍चिमी अफ्रीकी देशों को बने खतरें में बढोतरी होने की चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबुर्किना फासो: पश्चिमी अफ्रीका के बुर्किना फासो में पिछले दो हफ्तों से हुए चार आतंकी हमलों में ५० से अधिक लोगों की जान गई है| इससे पहले अप्रैल एवं मई महीने में धार्मिक संघर्ष के कारण प्रार्थना स्थल को लक्ष्य करने की घटनाएं हुई थी| एक के पीछे एक होनेवाले इन हमलों में स्थानीय लोगों में डर निर्माण हुआ है और सैकड़ों नागरिकों ने पड़ोसी देश में स्थानांतरण करना शुरू किया है| इस पृष्ठभूमि पर टोगो के राष्ट्राध्यक्ष ने बुर्किना फासो तथा माली में हमले की वजह से पूर्ण पश्चिम अफ्रीका को होने वाले आतंकवाद का खतरा बढ़ने की चेतावनी दी है|

पिछले दो हफ्तों में बुर्किना फासो के उत्तरी हिस्से में एक के पीछे एक ऐसे चार आतंकी हमले हुए हैं| रविवार को ११ जून को अरबिंदा शहर में हुए हमले में १९ लोगों की जान गई है तथा १३ लोग जख्मी हुए हैं| उसके बाद १९ जून को बेलेहेदा गांव में हुए हमले में १७ लोगों की जान गई है| उसके बाद २२ जून को बार्सालोघो जिले में दो गांवों को लक्ष्य किया गया है| इन हमलों में १५ लोग मारे गए हैं, ऐसी जानकारी रक्षामंत्री ने दी है|

एक के पीछे एक हुए इन हमलों की वजह से बुर्किना फासो की जनता में आतंक का माहौल बना है और हजारों लोगों ने इस देश से बाहर निकलना शुरू किया है| पिछले कुछ हफ्तों में बुर्किना फासो के पड़ोसी घाना में १००० से अधिक शरणार्थी दाखिल होने की जानकारी स्थानीय सूत्रों से मिली है| पिछले कुछ वर्षों से घाना में बड़ी तादाद में शरणार्थी दाखिल हो रहे हैं| फिर भी बुर्किना फासो से दाखिल होने वालों की आंकड़े सबसे अधिक होने की जानकारी घाना की यंत्रणा ने दी है|

बुर्किना फासो में बढ़ते हमलों के पीछे माली की आतंकी संगठन एवं उनसे संबंधित गुटों का हाथ होने की बात मानी जा रही है| इसमें अलकायदा एवं आईएस इन दोनों आतंकवादी संगठनों से संबंधित गुटों का समावेश है| माली से बुर्किना फासो में अपना प्रभाव बढ़ानेवाले यह आतंकी संगठन संपूर्ण पश्चिम अफ्रीका क्षेत्र के लिए आतंकवाद का खतरा है, यह चेतावनी टोगो के राष्ट्राध्यक्ष फोरे जिनासिंग्बे ने दी है|

माली से बुर्किना फासो में अड्डा स्थापित करनेवाली आतंकवादी संगठनोंने टोगो तथा घाना में भी प्रवेश किया है| अबतक यह संघठना आतंकी हमलें करने के लिए सक्षम नहीं है, फिर भी खतरा बढ़ सकता है| वही, टोगो एवं घाना के बाद आइवरी कोस्ट में भी वह अपना जाल फैला सकते हैं| तथा एक देश में हमलें एवं आतंकवाद की समस्या सुलझाने में सफलता नहीं मिली तो फिर, इनकी अन्य देशों में गतिविधियां रोकी नहीं जा सकती, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष जिनासिंग्बे ने सूचित किया है|

बुर्किना फासो एवं माली में आतंकवाद रोकने के लिए फ्रांस ने यूरोपीय देशों की सहायता से इस क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी मुहिम शुरू की है| इस मुहिम के लिए हजारों सैनिक भी तैनात किए हैं| पर इस मुहिम को अपेक्षित सफलता नहीं मिली है| बुर्किना फासो के साथ पड़ोसी देशों में हो रहे हमलें एवं टोगो की चेतावनी उसी के संकेत दे रही है|

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