ईंधन पाइपलाइन की सुरक्षा के लिए म्यांमार की सीमा के करीबी इलाके में चीनी सेना तैनात

ईंधन पाइपलाइन

नेप्यितौ/बीजिंग – चीन और म्यांमार के बीच निर्माण हो रही ईंधन पाइपलाइन की सुरक्षा के लिए चीन ने म्यांमार की सीमा के करीब अपनी सेना तैनात की है। म्यांमार की ‘द इरावादी’ नामक न्यूज वेबसाईट ने इससे संबंधित खबर जारी की है। म्यांमार को चेतावनी देने के लिए यह सेना तैनात की गई होगी, ऐसा दावा भी वर्णित वेबसाईट ने किया है। म्यांमार में हुए सेना के विद्रोह के मामले पर म्यांमार की जनता के मन में चीन के विरोध में काफी नाराज़गी है और इससे ईंधन पाइपलाइन को नुकसान पहुँच सकता है, ऐसा ड़र चीन में व्यक्त किया जा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर सेना की तैनाती का वृत्त प्राप्त होना ध्यान आकर्षित करता है।

ईंधन पाइपलाइन

म्यांमार में दो महीने पहले विद्रोह से सेना ने लोकतांत्रिक सरकार का तख्ता पलटकर देश पर कब्ज़ा किया था। यह विद्रोह और इसके बाद सेना ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर विश्‍वभर से तीव्र प्रतिक्रियाएं प्राप्त हो रही हैं। लेकिन, चीन ने इसे म्यांमार का अंदरुनि मामला कह कर इस देश की स्थिरता अधिक अहम होने का बयान किया है। विद्रोह से पहले चीन और म्यांमार के लष्करी अफसरों की हुई बातचीत भी ध्यान आकर्षित करनेवाली साबित हुई थी। जापान के साथ कई प्रमुख देशों ने म्यांमार के लष्करी विद्रोह के पीछे चीन का हाथ होने का दावा करके, इस क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए ही चीन गतिविधियाँ करने में जुटा होने की बात कही थी।

विद्रोह के बाद चीन के विदेश विभाग ने अपनी माँगों का निवेदन जारी किया था। इसमें चीन ने म्यांमार में स्थापित की र्इंधन पाइपलाइन और अन्य हितसंबंधों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। चीनी प्रकल्पों को नुकसान पहुँचाया तो म्यांमार के अंतरराष्ट्रीय निवेश को खतरा बनेगा, साथ ही दोनों देशों के संबंध भी बिगड़ेंगे, ऐसा इशारा चीन ने दिया था। इस पर म्यांमार की जनता ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की थी। इसमें म्यांमार से चीन पहुँची र्इंधन पाईपलाइन में धमाका हो सकता हैं, ऐसा इशारा भी दिया गया था।

ईंधन पाइपलाइन

इसके बाद म्यांमार में हुए प्रदर्शनों में चीनी कंपनियों के कुछ कारखाने, होटेल्स और अन्य उपक्रमों को लक्ष्य किया गया था। म्यांमार में जारी प्रदर्शनों में लगातार चीनविरोधी नारों के बो्र्ड्स दिखाई देते हैं और सोशल मीडिया पर भी तीव्र प्रतिक्रियाएं व्यक्त की जा रही हैं। इस पृष्ठभूमि पर चीन की सेना ने म्यांमार की सीमा से करीब की हुई सेना की तैनाती ध्यान आकर्षित करती है।

चीन ने म्यांमार में दो र्इंधन पाइपलाईन स्थापित की हैं और नैसर्गिक र्इंधन वायु की इस पाइपलाईन से प्रतिदिन लगभग १२ अरब घनमीटर र्इंधन वायु की आपूर्ति होती है। कुल ७७१ किलोमीटर की इस पाइपलाईन के ज़रिये प्रतिदिन लगभग ४ लाख से अधिक बैरल्स कच्चे तेल की आपूर्ति होती है। इस र्इंधन पाइपलाइन से म्यांमार को हर वर्ष करीबन २० लाख टन क्रूड़ ऑईल उपलब्ध कराया जाता हैं। म्यांमार-चीन ईंधन पाइपलाईन प्रकल्प चीन की महत्वाकांक्षी ‘वन बेल्ट वन रोड’ और ‘टू ओशन्स स्ट्रैटेजी’ का हिस्सा होने की बात कही जाती है। इस वजह से इसकी सुरक्षा चीन के लिए अहमियत रखती है।

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