चीन का अनियंत्रित ‘अंतरिक्ष स्टेशन’ पृथ्वी पर गिरने का इशारा

बीजिंग: चीन के अंतरिक्ष क्षेत्र मे महत्वकांक्षा का प्रतीक माने जानेवाला भव्य ‘अंतरिक्ष स्टेशन’ जल्द ही पृथ्वी पर गिरने का इशारा दिया गया है। तिआनगौंग-१ नामक यह अंतरिक्ष स्टेशन लगभग ८.५ मेट्रिक टन वजन का है। अपनी अंतरिक्ष मुहिम के बारे मे गोपनीयता रखने वाले चीन ने सन २०१६ मे इस अंतरिक्ष स्टेशन का नियंत्रण छूटने की बात घोषित की थी।

‘अंतरिक्ष स्टेशन’

अमरिका को पीछे हटाते हुए, जागतिक महासत्ता होने का ख्वाब देखने वाले चीन ने, पिछले दशक मे अंतरिक्ष क्षेत्र के साथ, विज्ञान एवं तंत्रज्ञान क्षेत्र मे जोरदार बढ़त प्राप्त करना शुरू किया है। चांद पर तथा मंगल पर जाने के लिए बनाई महत्वाकांक्षी योजना घोषित करने वाले चीन ने, स्वतंत्र अंतरिक्ष स्टेशन कार्यरत करने की घोषणा की थी। इस अंतरिक्ष स्टेशन का महत्वपूर्ण हिस्सा होने वाले ‘तिआनगौंग-१’ सितंबर २०११ मे प्रक्षेपित किया गया था।

‘तिआनगौंग-१’ ने चीन के अंतरिक्ष मुहिम मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस अंतरिक्ष स्टेशन पर ‘अर्थ ऑब्जरवेशन यंत्रणा’ तथा ‘स्पेस एनवायरमेंट डिटेक्टर’ होने की जानकारी चीन के अंतरिक्ष संस्था से दी गई थी। चीन से मानवीय अंतरिक्ष मुहिम की तैयारी शुरू होकर, उसके लिए अंतरिक्ष स्टेशन यह निर्णायक स्तर होने की बात कही जा रही थी। चीन ने दिए जानकारी के अनुसार सन २०२० मे चीन का यह अंतरिक्ष स्टेशन पूर्ण रुप से कार्यरत होने वाला था।

पर तिआनगौंग-१ का नियंत्रण छूटने की बात यह चीन के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है। इस घटना से चीन के भविष्य मे होनेवाली अंतरिक्ष मुहिम मे बाधाएं आएंगी, ऐसा भी कहा जा रहा है। उसी समय तिआनगौंग-१ की इस घटना से, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष मुहिम से पृथ्वी पर निर्माण होने वाले खतरे का मुद्दा फिर एक बार अग्रणी पर आया है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अंतरिक्ष विशेषज्ञों ने दिए जानकारी के अनुसार आने वाले ६ महीनों मे चीन के तिआनगौंग-१ के १०० किलोग्राम अथवा उससे अधिक वजन के बड़े भाग पृथ्वी पर गिरने वाले है। पर यह भाग वास्तविक कब और कहां गिरेंगे इसकी कोई कल्पना नहीं है। इसकी वजह से तिआनगौंग-१ के गिरने से पृथ्वी पर जीवित हानि हो सकती है, ऐसा डर भी व्यक्त किया जा रहा है।

कुछ दिनों पहले अमरिका के उपराष्ट्राध्यक्ष ने चीन एवं रशिया अंतरिक्ष क्षेत्र मे गतिमान प्रगति कर रहे है और इन देशोंने अमरिकी उपग्रहों को नष्ट करने वाला तंत्रज्ञान विकसित की है, ऐसा दावा किया था।

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