‘रेअर अर्थ’ खनिज के मुद्दे पर चीन ने अमरिका को धमकाया – अमरिकी रक्षा विभाग का अहवाल

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन/बीजिंग – अमरिका के विरोध में व्यापारयुद्ध में ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ चीन के लिए प्रभावी ‘काउंटर वेपन’ साबित हो सकता है और चीन के प्रतिहमले की क्षमता अमरिका कम ना समझे, यह धमकी चीन ने दी है| चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत का अधिकृत समाचार पत्र होनेवाले ‘पिपल्स डेलि’ में यह धमकी दी गई है और चीन ने अमरिका को हो रहे ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ की सप्लाई रोकने की तैयारी शुरू की है, यह संकेत भी दिए है| इसी पृष्ठभूमि पर अमरिका के रक्षा विभाग ने संसद को एक विशेष अहवाल पेश किया है और इसमें चीन ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ की सप्लाई रोकेगा, यह संभावना ध्यान में रखकर अन्य विकल्प भी सामने रखे गए है|

दो सप्ताह पहले अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरिका-चीन व्यापारयुद्ध और भी तीव्र करने के संकेत दिए थे| चीन से अमरिका में हो रहे पूरी निर्यात पर कर लगाने की धमकी देने के साथ ट्रम्प ने विदेशी दूरसंचार कंपनियों के विरोध में आपात्काल का ऐलान किया था| इसके पीछे चीन की दूरसंचार कंपनियों ने अमरिका में किया निवेश, उनका बढता प्रभाव और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बन रहा खतरा जिम्मेदार होने की बात समझी जा रही है| आपात्काल का ऐलान करने के साथ ही अमरिका के व्यापार विभाग ने व्यापारसंबंधी ‘ब्लैक लिस्ट’ प्रसिद्ध करके इसके जरिए चीन के ‘हुवेई’ समेत अन्य ७० कंपनियों पर पाबंदी लगाई है|

अमरिका और चीन के बीच शुरू व्यापारी बातचीत भी नाकामयाब हुई है और ट्रम्प ने चीन का समावेश ‘करन्सी मॉनिटरींग लिस्ट’ में करने का ऐलान भी किया है| अमरिका से चीन के व्यापार के साथ कुल अर्थव्यवस्था को लक्ष्य करने के लिए हमलें शुरू है और ऐसे में चीन ने अबतक आक्रामक जवाब देने की बात सामने नही आयी थी| अमरिका से चीन में निर्यात हो रहे उत्पादों पर कर लगाने के आगे किसी भी प्रकार का अहम निर्णय चीन ने किया नही है| लेकिन, अमरिकी कंपनियों को लक्ष्य करने के लिए गतिविधियां शुरू होने के संकेत चीन से दिए गए है|

साथ ही ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ का मुद्दा भी सामने आ चुका है और चीन इसका इस्तेमाल ‘आखिरी हथियार’ की तरह करेगा, यह संकेत पिछले कुछ दिनों से प्राप्त हो रहे है| कुछ ही दिन पहले चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग इन्होंने देश में मौजूद ‘रेअर अर्थ’ खनिज क्षेत्र की शीर्ष कंपनी को भेंट दी थी| जिनपिंग इन्होंने ‘रेअर अर्थ’ कंपनी को दी हुई इस भेंट में यह खनिज तकनीकी क्षेत्र की प्रगती के लिए काफी अहम है और इसे धारणात्मक अहमियत होने का वक्तव्य किया था|

स्मार्टफोन, कंप्युटर और इलेक्टिक गाडीयों के निर्माण के लिए इस्तेमाल हो रहे खनिजों का सबसे बडा उत्पादक के तौर पर चीन की पहचान है| ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ नाम से पहचाने जा रहे १७ खनिजों के दुनिया में मौजूद लगभग ३० प्रतिशत से अधिक भंडार चीन में होने का दावा किया जा रहा है| फिलहाल दुनिया में उत्पाद हो रहे ‘रेअर अर्थ’ के खनन में चीन का हिस्सा लगभग ९५ प्रतिशत है| वही, अमरिका को जरूरी ‘रेअर अर्थ’ खनिजों में से ८० प्रतिशत खनिज की चीन से आयात हो रही है|

अमरिका के रक्षा एवं तकनीकी क्षेत्र में ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ का बडी मात्रा में हो रहा इस्तेमाल ट्रम्प प्रशासन के लिए अहम मुद्दा साबित हुआ है| अमरिका में ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ के खदान शुरू है, लेकिन इस पर प्रक्रिया करने का काम चीन में होता है| इसके लिए अमरिका के ‘माउंटन पास मटेरिअल्स’ यह कंपनी हर वर्ष करीबन ५० हजार टन खनिज चीन में भेजकर दुबारा आयात करती है| लेकिन, व्यापारयुद्ध की तीव्रता के कारण इसपर असर होने की संभावना है और अमरिका को तुरंत अन्य विकल्पों का प्रावधान करना होगा|

अमरिका के रक्षा विभाग ने हाल ही में एक अहवाल संसद में पेश किया है और इसमें रेअर अर्थ मिनरल्स के विषय में अलग अलग संभावना, विकल्प और प्रस्ताव का जिक्र है| अमरिका को ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ की किल्लत का सामना करना ना हो इस लिए अतिरिक्त नीधि उपलब्ध कराने की जरूरत है और संबंधित कंपनियों को अधिक से अधिक और आपात्कालिन भंडार करने का निर्देश देने का सुझाव दिया गया है| साथ ही चीन के अलावा अन्य देशों के विकल्पों की जांच हो और मांग पूरी करने के लिए तेजी से प्रावधान करने का सुझाव वर्णित अहवाल में दिया गया है|

इसके पहले चीन ने वर्ष २०१० में जापान को सप्लाई हो रहे ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ की सप्लाई बंद करके जापानी नेतृत्व को घुटने टिकाने के लिए विवश किया था| अमरिका के विषय में भी चीन यह नीति दोहरा सकता है, यह डर अमरिकी विश्‍व में व्यक्त किया जा रहा है|

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