‘साउथ चायना सी’ में अपना विमान वाहक युद्धपोत भेजनेवाले ब्रिटेन को चीन की धमकी

south-china-sea-britainबीजिंग – ब्रिटेन ने ‘साउथ चायना सी’ के समुद्री क्षेत्र में अपना विमान वाहक युद्धपोत रवाना करने का ऐलान किया था। लेकिन, इस ऐलान के कारण बेचैन हुए चीन ने ब्रिटेन को धमकाया है। ‘साउथ चायना सी’ की संप्रभूता की सुरक्षा करने के लिए चीन सभी आवश्‍यक कदम उठाएगा’, ऐसा इशारा चीन के रक्षा मंत्रालय ने जारी किया है। इसी बीच, बीते महीने में ब्रिटेन ने ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र की बढ़ती अहमियत रेखांकित करके इस क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग स्थापित करने का ऐलान किया था। ब्रिटेन के इस ऐलान पर भी चीन ने आपत्ति जताई थी।

‘एचएमएस क्वीन एलिज़ाबेथ’ ब्रिटिश नौसेना का सबसे बड़ा विमान वाहक युद्धपोत समझा जाता हैं। वर्ष २०१७ में यह युद्धपोत ब्रिटिश नौसेना की सेवा मे कार्यरत हुई थी। लेकिन, अभी तक यह युद्धपोत अपनी पहली समुद्री मुहिम के लिए नहीं निकला है। ब्रिटेन के पूर्व रक्षामंत्री गैविन विल्यमसन ने दो वर्ष पहले ‘एचएमएस क्वीन एलिज़ाबेथ’ के पहले समुद्री अभियान का ऐलान किया था। इसमें इस युद्धपोत की ‘साउथ चायना सी’ के समुद्री क्षेत्र में होनेवाली मौजूदगी का भी समावेश था। तभी ब्रिटिश युद्धपोत की इस यात्रा के दौरान ‘ईस्ट चायना सी’ के समुद्री क्षेत्र में अमरिकी और जापान के युद्धपोत इसके साथ रहेंगे, ऐसी खबरें भी प्राप्त हुई थीं।

south-china-sea-britainब्रिटेन ने ‘एचएमएस क्वीन एलिज़ाबेथ’ के ‘साउथ चायना सी’ में होनेवाली मौजूदगी का टाईमटेबल अभी घोषित नहीं किया है। लेकिन, यह ब्रिटिश युद्धपोत इस वर्ष के अन्त में ‘साउथ चायना सी’ के क्षेत्र में दाखिल होने की संभावना है। इस वजह से बेचैनी बढ़ने से चीन ने ब्रिटिश विमान वाहक युद्धपोत की इस मुहिम पर आलोचना की है। ‘साउथ चायना सी’ का क्षेत्र अपने युद्धपोत और हथियारों का प्रदर्शन करने का ठिकाना नहीं है। इस क्षेत्र से किसी भी तरह का संबंध ना होनेवाले तटस्थ देश ही हज़ारों किलोमीटर दूरी से अपने युद्धपोत रवाना करके इस क्षेत्र का लष्करीकरण कर रहे हैं’, ऐसा आरोप चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता टान केफेई ने किया।

तभी, ‘साउथ चायना सी’ की संप्रभुता, सुरक्षा और विकास के साथ ही शांति और स्थिरता की सुरक्षा के लिए चीन की सेना सभी आवश्‍यक कदम उठाएगी’, ऐसा इशारा केफेई ने दिया है। इस क्षेत्र में होनेवाली चीनी सेना की तैनाती हमेशा से जागतिक शांति के लिए सहायक साबित हुई है, यह दावा भी चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने किया।

south-china-sea-britainखनिज संपत्ति से भरे ‘साउथ चायना सी’ के ९० प्रतिशत समुद्री क्षेत्र पर अपना ही अधिकारी होने का दावा चीन कर रहा है। फिलिपाईन्स, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, ब्रुनेई जैसे इस क्षेत्र के देशों ने किए दावे भी चीन ने ठुकराए हैं। लेकिन, चीन के दावों पर अमरीका ने लगातार चुनौती देकर अपने युद्धपोत इस समुद्री क्षेत्र में भेजे हैं। इसके साथ ही अमरीका ने भारत के साथ ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र में सहयोग भी स्थापित किया है। इससे चीन की बेचैनी अधिक बढ़ी है।

ऐसी स्थिति में ही ब्रिटेन ने भी भारत-अमरीका के ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र से संबंधित सहयोग में शामिल होने के मुद्दे पर किया गया ऐलान चीन की बेचैनी बढ़ानेवाला साबित हुआ है। इसी कारण चीन ने ब्रिटेन के विमान वाहक युद्धपोत की ‘साउथ चायना सी’ की मुहिम पर अपनी नाराज़गी व्यक्त की है।

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