अमरिका से सहयोग कर रही कंपनियां चीन के निशाने पर

Third World Warबीजिंग: अमरिका के साथ शुरू व्यापारयुद्ध की वजह से कितनी भी चुनौतियों का सामना करना होगा तो भी चीन हर चुनौती का पूरी ताकद के साथ मुकाबला करेगा, यह इशारा चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग इन्होंने अपनी रशिया यात्रा के दौरान दिया था| जिनपिंग इनके इस? इशारे की पृष्ठभूमि पर चीन की यंत्रणाओं ने अब अमरिका को ‘जैसे को तैसा’ जवाब देने की तैयारी शुरू की है| राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग रशिया की यात्रा पर थे, तभी चीन में विदेशी कंपनियों की एक बैठक बुलाई गई थी| इस बैठक में अमरिका की हरकतों को सहयोग कर रहे कंपनियों को चेतावनी देने की बात कही जा रही थी|

सही समय आने पर चीन के ३०० अरब डॉलर्स के उत्पाद पर कर लगाने की धमकी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में दी थी| इसके पहले अमरिका ने चीन के विरोध में एक के बाद एक कार्रवाई करने की घोषणा करके खलबली मचाई थी| ट्रम्प ने राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा सामने रखकर चीन के साथ अन्य दूरसंचार कंपनियों के विरोध में आपात्काल का ऐलान करने का निर्णय किया था| साथ ही अमरिका के व्यापार विभाग ने ‘ब्लैक लिस्ट’ प्रसिद्ध करके चीन की हुवेई के साथ अन्य ७० कंपनियों पर पाबंदी लगाई थी| ट्रम्प प्रशासन ने चीन का समावेश करन्सी मॉनिटरींग लिस्ट में करने का ऐलान भी किया था|

अमरिका द्वारा लगातार लक्ष्य किए जाने पर चीन ने सावधानी बरतने का रवैया दिखाया था| चीन के विद्यमान एवं भूतपूर्व अधिकारी एवं प्रसार माध्यम अमरिका के विरोध में कार्रवाई को लेकर लगातार चेतावनी दे रहे थे| इसमें अमरिकी बांड की बिक्री करना, रेअर अर्थ मिनरल्स की सप्लाई बंद करने की तैयारी और अमरिकी कंपनियों पर पाबंदी लगाने जैसे मुद्दों का समावेश था| चीन के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने विदेशी कंपनियों की ‘ब्लैक लिस्ट’ तैयार करने की प्रक्रिया शुरू होने के संकेत भी दिए थे|

इस पृष्ठभूमि पर चीन की यंत्रणाओं ने विदेशी कंपनियों की बुलाई बैठक का समाचार ध्यान आकर्षित करता है| इस बैठक के लिए अमरिका, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया की प्रमुख कंपनियों को आमंत्रित किया गया था| चीन के प्रसार माध्यम एवं सूत्रों ने दी हुई जानकारी के नुसार मायक्रोसॉफ्ट, डेल, आर्म, सैमसंग, एसके हायनिक्स जैसी कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी इस बैठ के लिए मौजूद थे| चीन की ओर से व्यापार विभाग, उद्योग और तकनीक विभाग एवं नैशनल डेव्हलपमेंट ऍण्ड रिफॉर्म कमिशन के अधिकारी उपस्थित थे|

एक ही समय पर चीन के तीन प्रमुख विभाग के अधिकारियों की मौजुदगी अहमियत रखती है और जिनपिंग प्रशासन ने निर्णायक शब्दों में समझ देने की बात समझी जा रही है| विश्‍लेषकों के दावे के नुसार अमरिका से हो रही कार्रवाई में अन्य कंपनियां शामिल ना हो, इस संबंधी सीधे इशारा दिया गया होगा, यह संभावना व्यक्त हो रही है| लेकिन, बैठक के लिए उपस्थित कंपनियों में से किसी ने भी इस बैठक के बारे में बोलने की तैयारी नही दिखाई है| इस वजह से वर्णित बैठक संबंधी गुढता बनी है और अगले कुछ दिनों में इस बैठक का असर दिखाई देने लगेगा, यह संकेत विशेषज्ञ दे रहे है|

ट्रम्प प्रशासन ने हुवेई पर लगाई पाबंदी के बाद दुनिया की कई प्रमुख कंपनियों ने चीन की कंपनी के साथ संबंध तोडने का निर्णय किया था| इस निर्णय से चीन की कंपनियों के साथ चीन के कुल उद्योग क्षेत्र के भविष्य पर लंबा असर होने का डर व्यक्त किया जा रहा है| इस वजह से चीन ने अब अमरिका की सहायता करने की संभावना होने वाली विदेशी कंपनियों को लक्ष्य करने की तैयारी शुरू की है| इस वजह से नजदिकी समय में व्यापारयुद्ध और भी तेज होेने के संकेत प्राप्त हो रहे है|

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