चीन द्वारा अमरिका में रहनेवाले उघूरवंशियो पर जासूसी के लिए दबाव – ‘युएस-चीन इकॉनॉमिक ऍण्ड सिक्युरिटी रिव्ह्यू कमिशन’ की रिपोर्ट

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वॉशिंग्टन – शिक्षणससंस्था और स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से अमरिका में प्रभाव डालने की कोशिश करनेवाले चीन ने अमरिका के साथ अन्य देशों के उघूरवंशियों पर जासूसी के लिए दबाव डालना शुरु किया है| चीन के लिए जासूसी करो, नही तो चीन में रहनेवाले परिवार और रिश्तेदारों को जेल या फिर शिबिरों में भेजा जायेगा, ऐसी धमकियां चीन के सत्ताधारी हुकुमत से दी जा रही है| कुछ दो हफ्ते पहले ही चीन द्वारा करीब ११ लाख उघूरवंशिय इस्लामधर्मियों को नजरकैद में रखे जाने की खलबली मचानेवाली रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा प्रकाशित की गयी थी|

उघूरवंशि

अमरिकी संसद का हिस्सा रहे ‘युएस-चीन इकॉनॉमिक ऍण्ड सिक्युरिटी रिव्ह्यू कमिशन’ ने चीन द्वारा अमरिका में हो रही कारवाई पर विस्तार से रिपोर्ट प्रकाशित किया है| ‘चायनाज् ओव्हरसीज युनायटेड फ्रंट वर्क: बॅकग्राऊंड ऍण्ड इम्प्लिकेशन्स फॉर युनायटेड स्टेट्स’ नाम की इस रिपोर्ट में, चीन द्वारा विदेश में सक्रिय होनेवाले विपक्षी गुटों की आवाज बंद करने के लिए किये जानेवाले काम तथा जासूसी का जाल बढाने के लिए हो रही कोशिशों पर ध्यान खींचा गया है|

‘अमरिका के साथ अन्य देशों में रहनेवाले उघूरवंशियों को चीन के यंत्रणाओं द्वारा निशाना बनाया जा रहा है| चीन के सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा घोषित होनेवाली नीति और भूमिकाओं का समर्थन करे, चीन के लिए जासूसी करे इसलिए उघूरवंशियों पर दबाव डाला जा रहा है| यह नही किया तो चीन में रहनेवाले परिवार और रिश्तेदारों को जेल या फिर शिबिरों में भेजा जायेगा, ऐसी धमकियां दी जा रही है|’ ऐसा दावा अमरिकी रिपोर्ट में किया गया है|

अमरिका स्थित चिनी छात्राओं के संगठन का भी जासूसी तथा सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के उद्दिष्ट और नीतियों का प्रसार करने लिए इस्तेमाल किया जा रहा है| ऐसा ठप्पा ‘युएस-चीन इकॉनॉमिक ऍण्ड सिक्युरिटी रिव्ह्यू कमिशन’ के रिपोर्ट में रखा गया है| अमरिका में चिनी छात्राओं का ‘चायनीज स्टुडंट्स ऍण्ड स्कॉलर्स असोसिएशन’ नामक शिखर संगठन है| अमरिका के विश्‍वविद्यालयों में शिक्षा लेनेवाले अधिकांशी चिनी छात्र इससे जुडे हुए है| कुछ विश्‍वविद्यालयों के संगठनों को अमरिका के चिनी दूतावास द्वारा आर्थिक सहायता दी जाने की बात भी सामने आयी है|

चीन के सत्ताधारी पार्टी का हिस्सा रहे ‘युनायटेड फ्रंट वर्क डिपार्टमेंट’ के पास इसकी सारी जिम्मेदारी है| यह विभाग विदेश में चीन के प्रभाव बढाने के लिए अलग अलग रास्तों का इस्तेमाल करते हुए इससे पहले भी दिखाई दी है| चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने भी पिछले कई महीनों में अलग अलग बयानों में इसका समर्थन किया है| कुछ महीने पहले अमरिकी गुप्तचर संस्था ‘सीआयए’ द्वारा चीन अमरिकी शिक्षा संस्थाए और अन्य उपक्रमों में अपना प्रभाव बढाने की कोशिश कर रहा है, ऐसा रिपोर्ट प्रकाशित किया था| इस में चीन द्वारा अमरिका के १०० से ज्यादा विश्‍वविद्यालयों में शुरु किये गये ‘कन्फ्युशिअस इन्स्टिट्यूट’ का जिक्र किया गया था|

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