दीर्घकालीन व्यापारयुद्ध के लिए चीन तैयार – ‘ग्लोबल टाईम्स’ के लेख में दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबीजिंग – ‘चीन कभी भी अमरिका के धमकाने से या दबाव बढाने से डरेगा नही| अमरिका की हरकतों से सीर्फ आर्थिक और व्यापारी तनाव बढ रहाहै| चीन के सामने अन्य कोई भी विकल्प या भागने का रास्ता नही है और हम आखिर तक यह व्यापार युद्ध लढेंगे| कोई भी, दुनिया की किसी भी शक्ति ने चीन की जनता की फौलादी इच्छाशक्ति को, सामर्थ्य को और लडने के लिए जरूरी दृढता को कम समझ ने की गलती ना करें’, इन शब्दों में ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने चीन आखिरी क्षण तक व्यापारयुद्ध लडने के लिए तैयार होने का दावा किया| ‘ग्लोबल टाईम्स’ यह चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत का मुखपत्र है और इसमें कम्युनिस्ट पार्टी की धारणा और सुझाव को प्राथमिकता दी जाती है|

पिछले हफ्ते के आखिर में चीन की अर्थव्यवस्था से संबंधी नई जानकारी सामने आ चुकी है और इसमें अमरिका के विरोध में शुरू व्यापार युद्ध की वजह से लग रहे झटकों के विषय में फिर से समर्थन प्राप्त हुआ है| चीन की ‘नैशनल ब्युरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स’ ने दिए आकडों के नुसार देश की अर्थव्यवस्था का मुख्या आधार होनेवाले औद्योगिक उत्पाद में पांच प्रतिशत की गिरावट देखी गई है| यह पिछले १७ वर्षों में सबसे निचला स्तर है| पिछले महीने में भी औद्योगिक उत्पाद में गिरावट होने की जानकारी दी गई थी| मई महीने के आंकडों के नुसार लगातार दो महीनों में चीन का औद्योगिक उत्पाद सबसे निचले स्तर पर देखा गया है|

चीन में गाडियों की बिक्री १६ प्रतिशत से भी अधिक मात्रा में गिरी है?और स्थिर प्रापर्टी में हो रहे निवेश एवं आयात की मात्रा भी कम हुई है| साथ ही महंगाई १५ महीनों में सबसे उपरी स्तर पर जा पहुंचने की बात ‘नैशनल ब्युरो ऑफ स्टॅटिस्टिक्स’ ने स्पष्ट की है| इन सभी नकारात्मक आंकडों के पीछे प्रमुखता से अमरिका के साथ शुरू व्यापारयुद्ध कारण होने की बात कही जा रही है| इस वजह से चीन की अर्थव्यवस्था को व्यापारयुद्ध के कारण बडा झटका लग रहा है, इन दावों पर फिर से मुहर लगी है|

इस पृष्ठभूमि पर चीन की हुकूमत ने दीर्घकालीन व्यापारयुद्ध के लिए तैयार होने के संकेत देना ध्यान आकर्षित करता है| ‘ग्लोबल टाईम्स’ के लेख में व्यापार का जागतिकीकरण होने का जिक्र करके व्यापार के मुद्दे पर रक्षावादी नीति पर अमल करना सभी समस्याओं का हल नही हो सकता, बल्कि यह निर्णय जहर ही साबित होगा, इन शब्दों में अमरिका को फटकार लगाई है| चीन के उत्पादों पर कर लगाने से अमरिकी जनता को ही झटका लगेगा और अमरिका में महंगाई में बढोतरी होगी, यह इशारा भी चीन के मुखपत्र में दिया गया है|

अमरिका और चीन की व्यापारी बातचीत नाकाम हुई है और अमरिका ने चीन के २५० अरब डॉलर्स से भी अधिक सामान पर कर लगाया है| इसे प्रत्युत्तर देने के लिए चीन ने अमरिका के ११० अरब डॉलर्स से भी अधिक निर्यात को लक्ष्य किया है| लेकिन, चीन के करों का भार अमरिका का ज्यादा झटका नही दे रहा है बल्कि अमरिकी अर्थव्यवस्था में पिछले कुछ महीनों में तेजी देखी गई है| इस वजह से अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष चीन के विरोध में और भी आक्रामकता के साथ निर्णय करने की तैयारी में है और अन्य उत्पादों पर कर लगाने की प्रक्रिया भी शुरू हुई है|

दुसरी ओर चीन ने भी अमरिकी कंपनियों को लक्ष्य करना शुरू किया है| अमरिकी बांड में किया निवेश कम करना, ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ की सप्लाई बंद करने जैसी कार्रवाई करने के संकेत भी चीन ने दिए है| ‘ग्लोबल टाईम्स’ इस सरकारी मुखपत्र में लिखे लेख में चीन इन कार्रवाईयों का दायरा बढाने की तैयारी में होने के संकेत दिए गए है|

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