‘कॉरिडॉर’ के संदर्भ में रशिया की पाकिस्तान के साथ चर्चा नहीं हुई है : रशियन विदेशमंत्रालय का खुलासा

नई दिल्ली: चीन पाकिस्तान में विकसित कर रहे ‘इकॉनॉमिक कॉरिडॉर’ इस परियोजना में रशिया भी शामिल होनेवाला है, ऐसी जानकारी पाकिस्तानी मीडिया ने दी थी| इस संदर्भ में रशिया पाकिस्तान के साथ खुफिया चर्चा कर रहा है, ऐसा दावा इस खबर में किया गया था| लेकिन रशिया ने इस खबर को झुठलाया है| रशियन विदेशमंत्रालय ने जारी किए निवेदन में – ‘पाकिस्तान के साथ कॉरिडॉर परियोजना के संदर्भ में किसी भी प्रकार की चर्चा जारी नहीं है’ ऐसा कहा है|

‘कॉरिडॉर’‘चायना-पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडॉर’ (सीपीईसी) परियोजना में रशिया का स्वागत किया जाता है, ऐसी घोषणा पाकिस्तान ने की थी| इस संदर्भ में दोनों देशों में खुफिया चर्चा जारी है, ऐसा कहते हुए, जल्द ही रशिया इस परियोजना में शामिल होगा, ऐसा भरोसा जतानेवालीं खबरें पाकिस्तान के अखबारों में जारी हुई थीं। पाकिस्तान के नेताओं द्वारा भी इसके संकेत दिये जा रहे थे| लेकिन रशिया के विदेशमंत्रालय ने इन खबरो को झुठलाया है| पाकिस्तान के साथ ‘सीपीईसी’ परियोजना के बारे में किसी भी प्रकार की गोपनीय चर्चा जारी नहीं है, ऐसा दावा रशिया के विदेशमंत्रालय ने किया है|

‘रशिया पाकिस्तान के साथ के अपने संबंधो को अहमियत देता है| पाकिस्तान में रशियन कंपनियाँ ‘नॉर्थ साऊथ गॅस पाईपलाईन’ इस कराची से लेकर लाहोर शहर तक की इंधनवाहिनी परियोजना पर काम कर रही हैं| रशिया को पाकिस्तान के साथ के अपने संबंध सभी स्तर पर मज़बूत करने हैं’ ऐसा भी रशिया के विदेशमंत्रालय ने स्पष्ट किया| लेकिन ‘सीपीईसी’ के संदर्भ में पाकिस्तानी मिडिया में जारी ख़बरें तथ्यहीन हैं, ऐसा रशियन विदेशमंत्रालय ने स्पष्ट किया है| इसी दौरान, अक्तूबर महिने में रशिया और पाकिस्तानी सेना में पहला लष्करी अभ्यास संपन्न हुआ| यह पाकिस्तान के लिए बड़ी घटना थी| ‘दोनों देशों के बीच संबंध प्रस्थापित हो रहे हैं’ ऐसे संकेत इस अभ्यास के माध्यम से मिल रहे हैं और आगे भी रशिया भारत के समर्थन में खड़ा होने के बजाय पाकिस्तान की सहायता करेगा, ऐसा भरोसा पाकिस्तान के कुछ अतिउत्साही सामरिक विश्‍लेषकों द्वारा जताया जा रहा है|

‘सीपीईसी’ परियोजना में रशिया शामिल होने के संदर्भ में पाकिस्तानी मिडिया ने की हुई बयानबाज़ी – ‘रशिया अपने देश की तरफ मुड़ रहा है’ इस तर्क पर की गई थी| लेकिन फिलहाल रशिया ने अधिकृत स्तर पर तो इन खबरों को झुठलाया है, ऐसा दिखाई दे रहा है| फिर भी पाकिस्तान के संदर्भ में रहनेवाली अपनी पारंपरिक भूमिका काफ़ी हद तक सौम्य हो रही है, ऐसे संकेत रशिया द्वारा दिये जा रहे हैं|

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