चीन ही है अमरिका के लिए सबसे गंभीर खतरा – अमरिका के भूतपूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

वॉशिंग्टन/बीजिंग – धारणात्मक एवं सामरिक नजरिए से लंबे समय के लिए उद्देश्य क्या होने चाहिए, इस मुद्दे पर चीन की भूमिका काफी स्पष्ट है| चीन की इस भूमिका पर अमरिका ने गंभीरता से गौर करने की जरूरत है| चीन ही अमरिका के लिए सबसे गंभीर खतरा है, इसका एहसास अमरिका ने रखना होगा, यह चेतावनी अमरिका के भूतपूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेम्स जोन्स ने दी है| अपने चेतावनी में जोन्स ने चीन की शासक हुकूमत चीन की जनता पर नियंत्रण पाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रही है, यह दावा भी किया जा रहा है|

अगले कुछ दिनों में अमरिका और चीन में व्यापारयुद्ध के मुद्दे पर समझौता करनेवाला समझौता होने के संकेत दिए जा रहे है| दोनों प्रशासनों ने इस खबर की पुष्टी की है और १५ जनवरी के बाद यह समझौता होने की संभावना व्यक्त की जा रही है| इस समझौते की पृष्ठभूमि पर अमरिका के अलग अलग नेता और गुट चीन से बन रहे खतरों का एहसास दिलानेवाले इशारें दे रहे है| कुछ दिन पहले ही अमरिका के संसदीय आयोग ने मानव अधिकार और धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर चीन को लक्ष्य करते समय राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इस मुद्दे पर पीछे ना हटें, यह निवेदन किया था

भूतपूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोन्स की चेतावनी भी इसी का हिस्सा दिखाई दे रही है| ‘चीन के लंबे समय के लिए तय उद्देश्यों में देश की जनता पर नियंत्रण पाना भी एक अहम मुद्दा है| इसके लिए वह तकनीक का इस्तेमाल कर रहे है| देश का हर एक नागरिक क्या करता है, इस पर नियंत्रण रकने की कोशिश चीन की हुकूमत कर रही है| नागरिकता के लिए काबिलियत तय करना, सफर की जानकारी रखने जैसी मुहीम शुरू की गई है| इसके आधार पर नागरिकों को रोजगार का अवसर प्रदान किया जा रहा है| चीन की हुकूमत जिस दिशा में बढ रही है वह काफी डरावना है और साथ ही चीन यही रवैया अन्य देशों में भी कायम रखने की संभावना है, इन शब्दों में जोन्स ने चीन के खतरे की ओर ध्यान आकर्षित किया|

चीन की नीति का जिक्र करते समय भूतपूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नेट्रोजन हॉर्सका जिक्र किया| दुनिया के अलग अलग देशों में अपना प्रभाव बढाने के लिए चीन इसी नीति पर अमल कर रहा है, यह इशारा जोन्स ने दिया है|

दुसरें देश की अर्थव्यवस्था में प्रवेश करके मुमकिन हो उतनी व्यवस्था पर कब्जा करना, इसके लिए काफी बडा निवेश करना और अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण पाना| अर्थव्यवस्था का मुख्य हिस्सा कब्जे में आते ही अपनी इच्छा के अनुसार सरकार के सामने मांगे रखकर देश पर कब्जा करना, इन शब्दों में भूतपूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने चीन की हरकतों पर ध्यान आकर्षित किया| यह बात ठिक से ध्यान में रखकर अमरिका को इसका सामना करना होगा, यह सलाह भी उन्होंने दी है|

चीन ने दुनियाभर में अमरिका की संस्कृति और मुल्यों को ठुकराकर उनकी जगह प्राप्त करने की कोशिश जारी रखी है और इस ओर अमरिका वाक ही गंभारता से देखती है क्या, यह सवला जोन्स ने उपस्थित किया| चीन ने५जीतकनीक जैसे क्षेत्र में की हुई प्रगती का जिक्र करके इस क्षेत्र में अमरिका यकिनन चीन पर हावी हो सकती है, यह सलाह भी भूतपूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने दी|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी धारणा और निर्णय से लगातार चीन के खतरे का जिक्र किया है और इसके विरोध में आक्रामक कदम उठाए है| चीन को रोकने के लिे गतिविधियां करते समय उन्होंने पहले के प्रशासन ने की हुई गलतियों पर बडी आलोचना की थी| पिछले वर्ष व्हाईट हाउस में हुए कार्यक्रम के दौरान ट्रम्प ने अमरिका के पहले के राष्ट्राध्यक्ष ने चीन को अमरिका के पैसे और बौद्धिक संपत्ति की लूट करने दी, यह आरोप भी किया था|

Leave a Reply

Your email address will not be published.