अमरिका की आपत्ति नजरअंदाज करके चीन रक्षा खर्च बढाते रहेगा – चीन के कम्युनिस्ट हुकूमत का ऐलान

Third World Warबीजिंग: रक्षा पर सबसे अधिक खर्च करनेवाले देशों की स्पर्धा में रशिया को पीछे छोड़ते हुए चीन दूसरे क्रमांक पर पहुंचा है| चीन के रक्षा खर्च तथा धारणाओं पर चाहे जितने भी आपत्ति लिये जाए अथवा आलोचना हो, फिर भी चीन रक्षा खर्च बढ़ाते जाएगा, ऐसी घोषणा चीन के कम्युनिस्ट पार्टी की वार्षिक सभा में की गई है| पर अपना बढ़ता रक्षा सामर्थ्य किसी भी देश के विरोध में ना होने का दावा चीन ने किया है|

अमरिका, आपत्ति, नजरअंदाज, चीन, रक्षा खर्च, बढाते, कम्युनिस्ट हुकूमत, ऐलानचीन के नैशनल पीपल्स कांग्रेस ‘एनपीसी’ की वार्षिक बैठक शुरू हुई है और सोमवार को चीन के रक्षा खर्च पर अंतरराष्ट्रीय स्तर से होनेवाली आलोचना का समाचार लिया गया है| चीन ने हमेशा शांति और सुरक्षा के लिए अपने रक्षा खर्च में बढोतरी की है, ऐसा दावा एनसीपी के प्रवक्ता झैंग येसुई ने किया है| चीन का रक्षा खर्च अपने सार्वभौमत्व का रक्षण एवं क्षेत्रीय एकजुट के लिए है, ऐसा येसुई ने कहा है| जिसकी वजह से चीन के रक्षा खर्च में होनेवाली बढ़त यह आक्रामक ना होकर बचावात्मक है, ऐसा कहकर येसुई ने चीन का रक्षा खर्च अन्य देशों की सुरक्षा के लिए खतरा ना होने की बात कही है|

तथा चीन के बढ़ते रक्षा खर्च पर आलोचना करनेवाले अमरिका पर येसुई ने बिना नाम लिए निशाना साधा है| इस रक्षा खर्च में अग्रणी पर होने वाले अन्य देशों की तुलना में चीन का रक्षा खर्च कुछ भी ना होने की बात येहुई न कही है| पिछले वर्ष चीन ने अपने रक्षा खर्च में ८.१ प्रतिशत बढ़ोतरी की है| चीन अपने रक्षा खर्च के बारे में अपारदर्शी होने की आलोचना अमरिका एवं मित्र देशों से की जा रही है| तथा चीन इस रक्षा खर्च का उपयोग अपने पड़ोसी देशों को धमकाने के लिए कर रहा है, यह आरोप भी अमरिका कर रही है| अमरिका से होनेवाले इन आरोपों के बाद भी चीन अपने रक्षा खर्च में कटौती नही करेगा, यह बात येसुईने स्पष्ट की है| मंगलवार को चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग चीन के रक्षा खर्च के बारे में महत्वपूर्ण घोषणा करने वाले हैं|

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