चीन ने अमरिका के ६० अरब डॉलर्स की निर्यात पर कर लगाया – अमरिका के साथ अंतरराष्ट्रीय शेअर बाजार में गिरावट

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबीजिंग/वॉशिंग्टन – चीन ने अमरिका से निर्यात हो रहे करीबन ६० अरब डॉलर्स के सामान पर कर लगाकर अमरिका के साथ व्यापार युद्ध की तीव्रता बढाई है| चीन ने यह कर लगाने के बाद अंतरराष्ट्रीय शेअर बाजार में गिरावट हुई है और चीन का युआन पिछले चार महीनों के निचले स्तर पर जा पहुंचा है| अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने चीन ने लगाए करों पर कडी प्रतिक्रिया दर्ज की है और अपना देश इसके आगे दुसरों के लिए ‘पिगी बैंक’ नही होगा, यह बात डटकर कही है| साथ ही चीन से अमरिका में हो रही पूरी निर्यात पर कर लगाने के लिए जरूरी प्रक्रिया शुरू करने के संकेत भी ट्रम्प ने दिए है|

व्यापार युद्ध की पृष्ठभूमी पर बातचीत करने के लिए चीन का शिष्टमंडल पिछले हफ्तें में अमरिका पहुंचा था| लेकिन, दो दिन की चर्चा के बाद भी यह बात बातचीत नाकाम हुई थी| यह बातचीत शुरू थी इसी बीच चीन पर लगाए करों में बढोतरी करने का घोषित का करके खलबली मचाई थी| चीन का शिष्टमंडल देश वापस लौट रहा था तभी अमरिका ने चीन पर कर लगाना शुरू किया था| इस पर चीन से प्रतिक्रिया व्यक्त हो रही थी तभी ट्रम्प ने चीन को दुबारा लक्ष्य किया था| इसी बीच, यदि चीन ने अब व्यापारी समझौता किया नही तो वर्ष २०२० के बाद उन्हें यह समझौता ना करने के भयंकर परिणाम भुगतने होंगे, ऐसा भी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने धमकाया है|

ट्रम्प ने एक के बाद एक झटके देने से चीन इसके विरोध में कार्रवाई करने पर विवश हुआ है| सोमवार रात चीन ने अमरिका से हो रही ६० अरब डॉलर्स की आयात पर लगाए बढोतरी करने का ऐलान किया| इसके नुसार पांच हजार से अधिक अमरिकी सामान पर १ जून से चीन में कर देना होगा| यह कर ५ से २५ प्रतिशत तक बढाने की बात चीन ने स्पष्ट की| नैसर्गिक ईंधन वायू, पेट्रोकेमिकल्स एवं फ्रोजन व्हेजिटेबल्स जैसे करीबन ढाई हजार अमरिकी उत्पाद पर २५ प्रतिशत अतिरिक्त कर लगाया जाएगा, ऐसा चीन ने प्रसिद्ध किए निवेदन में कहा गया है|

चीन की इस कार्रवाई पर अंतरराष्ट्रीय शेअर बाजार में कडी प्रतिक्रिया दिखाई पडी| अमरिका का ‘डो जोन्स’ ६०० और ‘एसऍण्डपी’ ५०० अंक टुटा| यह इस वर्ष में सबसे बडी गिरावट होने की जानकारी अमरिका में सूत्रों ने दी| अमरिका के साथ ही चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापूर, हांगकांग और यूरोपिय एवं एशियाई शेअर बाजारों में भी गिरावट देखी गई| अधिकांश शेअर बाजार ०.२ से ३ प्रतिशत गिरावट का सामना करते देखे गए| अगले कुछ दिनों में यह गिरावट बरकरार रहने का डर विश्‍लेषकों ने जताया है|

शेअर बाजारों के साथ ही चलन बाजार और सोने के दामों पर भी चीन के इस निर्णय का बडा असर होता दिखाई दिया| चलन बाजार में चीन के युआन की गिरावट हुई है और इसी बीच युआन वर्ष २०१९ में सबसे निचले स्तर पर जा पहुंचा| यह गिरावट युआन के लिए खतरा होने की चेतावनी दी जा रही है| दुसरी ओर शेअर बाजार में हुई गिरावट से सोने के दामों में उछाल दिखाई दिया है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने के दाम प्रति औंस १,३०० डॉलर्स तक उछले है|

इस दौरान, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने चीन ने लगाए करों के विषय पर कडी फटकार लगाई और साथ ही अमरिका ने की कार्रवाई का समर्थन किया| अमरिका ने लगाए करों की वजह से देश में स्टिल और किसानों को राहत मिली है और इसके आगे ही यह स्थिति बनी रखने के लिए जरूरी ध्यान हम रखेंगे, यह चेतावनी ट्रम्प ने दी है| ऐसे में ही चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग इनके साथ अपने संबंध अच्छे होते हुए भी व्यापार में हो रहे नुकसान के मुद्दे पर अमरिका कभी भी पीछे नही हटेगी, यह इशारा भी उन्होंने दिया|

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