युआन का ‘वैश्‍वीकरण’ करके चीन अमरिकी डॉलर्स की वर्चस्व को चुनौती दे सकता है – ब्रिटेन के भूतपूर्व मंत्री ने किया दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरलंदन/बीजिंग: ‘अमरिकी डॉलर का जागतिक चलन के तौर पर बना स्थान आज भी बरकरार है| यह स्थान बदलने के लिए एक ही सही रास्ता है| और, वह है, डॉलर के लिए सच्चे मायने में लंबे समय तक और पुख्ता चलन का विकल्प तैयार होना जरूरी है’, यह कहकर चीन का युआन चलन यह क्षमता रखता है, यह दावा ब्रिटेन के भूतपूर्व मंत्री जिम ओनील इन्होंने किया| साथ ही ‘युआन’ को अमरिकी डॉलर के विकल्प के तौर पर खडा करने के लिए वैश्‍वीक स्तर पर युआन का इस्तेमाल बढने की जरूरत है और चीन की हुकूमत ने इश दिशा में कदम बढाने जरूरी है, यह सलाह भी ओनील ने दी है|

अमरिका और चीन में शुरू व्यापारयुद्ध हर दिन अधिक से अधिक तीव्र हो रहा है| अमरिका ने चीन के विरोध में भारी कर लगो की प्रक्रिया शुरू की है और साथ ही लगातार चीन की कंपनियों को लक्ष्य किया जा रहा है| अमरिका की इस कार्रवाई के विरोध में चीन ने भी आक्रामक गतिविधियां शुरू की है| इनमें ‘रेअर अर्थ’ खनिजों की सप्लाई रोकने के साथ ही अमरिकी बांड की बिक्री करने जैसे कदम उठाने के संकेत चीन ने दिए है|

साथ ही दुसरी ओर चीन और रशिया अमरिकी डॉलर्स की वर्चस्व को चुनौती देने की कोशिश कर रहे है| ऐसे चीन और रशिया ने अपने सोने के भंडार में बडी तादाद में बढोतरी की है और द्विपक्षीय व्यापार में डॉलर का इस्तेमाल हटाकर स्थानिय चलनों का इस्तेमाल शुरू किया है| अमरिकी डॉलर का इस्तेमाल कर रही अंतरराष्ट्रीय यंत्रणा को भी इन दोनों ने चुनौती दी है और इस यंत्रणा के लिए भी विकल्प देने के लिए पहल की है| इस पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन के भूतपूर्व मंत्री ने ‘युआन’ संबंधी किया दावा ध्यान आकर्षित कर रहा है|

ओनील ने चीन के युआन को अमरिकी डॉलर के लिए विकल्प के तौर पर खडा करने के दौरान कुछ गलतियों से दूर रहने की सलाह दी है| इसमें युआन का अवमुल्यन ना किया जाए, यह ओनील ने कहा है| साथ ही अमरिकी निवेश और बांड की बडी मात्रा में बिक्री करने की कोशिश भी ना करें, यह इशारा उन्होंने चीन को दिया है| ऐसा करने पर चीन के निवेश को ही झटका लग सकता है, यह संभावना उन्होंने जताई| इसके बजाए, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युआन का इस्तेमाल कैसे बढेगा, इसपर चीन ध्यान दे, यह सलाह ओनील ने दी है|

चीन के युआन को अमरिकी डॉलर्स के विकल्प के तौर पर पेश कर रहे ओनील ब्रिटेन के दुसरे वरिष्ठ नेता साबित हुए है| इससे पहले ‘बैंक ऑफ इंग्लैंड’ के प्रमुख मार्क कार्नी ने चीन का युआन अमरिकी डॉलर की जगह ले सकता है, यह दावा किया था| ‘अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में नए आरक्षित चलनों का उदय हो सकता है| वर्तमान में उपलब्ध प्रमुख राष्ट्रीय चलन में से एक, उसमें भी चीन के युआन का स्थान सबसे आगे है, ऐसा चलन दुनिया में नया आरक्षीत चलन साबित होगा, यह मेरा एहसास है, इन शब्दों में ब्रिटेन के केंद्रीय बैंक के प्रमुख ने ‘युआन’ को लेकर विश्‍वास व्यक्त किया था|

वही, कुछ महीनों पहले चीन अपने बडे सोने के भंडार के बल पर अमरिकी डॉलर्स का वर्चस्व खतम करेगा, यह दावा कनाडा के वित्तीय विशेषज्ञ एलेस्दर मैक्लिऑड ने किया था|

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