चीन की तरफ से महत्वाकांक्षी ‘पोलर सिल्क रोड’ की घोषणा

बीजिंग: पिछले कुछ दशकों में उत्तर ध्रुव और आर्कटिक समुद्री क्षेत्र में होने वाले परिवर्तन की पृष्ठभूमि पर चीन ने ‘आर्क्टिक’ में बड़ा निवेश करने के संकेत दिए हैं। शुक्रवार को चीन के विदेश उपमंत्री काँग शुआनयू ने चीन के महत्वाकांक्षी ‘पोलर सिल्क रोड’ की घोषणा की है। चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग के ‘वन बेल्ट, वन रोड’ योजना के अंतर्गत इस ‘पोलर सिल्क रोड’ का निरमा किया जाएगा, ऐसा आर्क्टिक मामले में जारी की गई श्वेतपत्रिका में प्रसिद्ध किया गया है।

आर्क्टिक क्षेत्र के किसी भी इलाके से चीन की सीमा अथवा समुद्री क्षेत्र जुड़ा हुआ नहीं है, फिर भी आर्क्टिक बारे में ‘श्वेतपत्रिका’ जारी करना चीन की बढती भू-राजनीतिक महत्वाकांक्षा का प्रतिक माना जाता है। आर्क्टिक क्षेत्र में १३ देशों का समावेश है और उसमें अमरिका, कैनडा, रशिया के साथ १० यूरोपीय देशों का सहभाग है। आर्क्टिक क्षेत्र के व्यवस्थापन के लिए ‘आर्कटिक कौंसिल’ का निर्माण किया गया है और कुछ वर्षों पहले चीन को इस कौंसिल पर ‘ऑब्जर्वर स्टेटस’ दिया गया था।

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सन २०१४ में चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने चीन भविष्य की ‘पोलर रिजन पॉवर’ होगी, ऐसा घोषित किया था। उसके बाद चीन ने रशिया की सहायता से आर्क्टिक क्षेत्र में गतिविधियाँ बढ़ाना शुरू किया था। आर्क्टिक क्षेत्र से समुद्री मार्ग विकसित हुआ तो चीन को उसका बहुत फायदा मिलने वाला है और इस इलाके के इंधन भंडार पर भी चीन की नजर है, ऐसा माना जाता है। चीन ने इस इलाके में समुद्री व्यापारी मार्ग विकसित करने के लिए रशिया और यूरोपीय देशों के साथ चर्चा की है और अभ्यास-रिपोर्ट भी बनाई है।

शुक्रवार को जारी की गई ‘आर्क्टिक पॉलिसी पेपर’ में चीन ने आर्क्टिक क्षेत्र की परियोजनाओं में शामिल होने की और उसमें बड़ा निवेश करने की तैयारी दर्शाई है। ‘वन बेल्ट, वन रोड’ योजना के अंतर्गत चीन आर्क्टिक क्षेत्र का विकास, व्यवस्थापन और बढ़ता अंतर्राष्ट्रीय सहकार्य इसके लिए कार्यरत रहेगा’, ऐसा चीन ने जारी की हुई ‘श्वेतपत्रिका’ में कहा गया है।

कुछ वर्षों पहले चीन ने आर्क्टिक क्षेत्र के यूरोपीय देशों के सहकार्य से शांघाय शहर में ‘आर्क्टिक रिसर्च सेंटर’ की स्थापना की थी। उसके बाद ग्रीनलैंड इस आर्क्टिक क्षेत्र के देशों के खनिज उत्खनन के हक पाने के लिए भी चीनी कंपनी ने सहभाग लिया था। इस पृष्ठभूमि पर चीन की महत्वाकांक्षा अधिक बढ़ी है, ऐसा ‘पोलर सिल्क रोड’ की प्रसिद्धि से पता चलता है।

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