सीरिया के अलेप्पो में रासायनिक हमले; छह की मौत और १०० जख्मी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

दमास्कस – अमरिका और अरब देशों का समर्थन मिले विद्रोही संगठनों ने सीरिया के अलेप्पो में किये रासायनिक हमलों में छह लगों की मौत हुई और करीब १०० जख्मी हो चुके है| सीरिया स्थित अस्साद हुकूमत का समर्थन करनेवाली मानवाधिकार संगठन ने यह दावा किया| पर सीरियन विद्रोहियों ने यह इल्जाम खारिज कर दिया है| साथ ही इस रासायनिक हमलों में किसी भी मौत हुई नही है और सिर्फ छह लडके गंभीर जख्मी होने की जानकारी सामने आ रही है|

सीरिया स्थित सरकारी वृत्तसंस्था और मानवाधिकार संगठन ने रविवार को अलेप्पो में रासायनिक हमले होने का ऐलान किया| शनिवार शाम को विद्रोहियों ने अलेप्पो में ‘अल-खलिदिए’ और ‘अल-झारा’ इन दो जगहों पर रासायनिक रॉकेट के हमले चढाये| इस रासायनिक हमलों की वजह से नागरिकों को सॉंस की तकलीफ हो रही है तथा ऐसी १०७ शिकायतें आयी है, ऐसा सीरियन मानवाधिकार संगठन ने कहा है| वहीं इन हमलों की वजह से सीरियन विद्रोहियों के पास रासायनिक हथियारों का भंडार है, इस बात की फिद एक बार पुष्टी हो गयी है ऐसा दावा सीरिया के अस्साद हुकूमत ने किया है|

इस खबर के बाद रशिया के रक्षा मंत्रालय ने सीरिया के अपने सैनिकों की सुरक्षा के लिए खास पतक रवाना किया है| रशिया द्वारा कुछ हफ्ते पहले सीरिया में रासायनिक हमले की संभावना जतायी गयी थी| इस रासायनिक हमले की जिम्म सीरियन हुकूमत पर डालते हुए अमरिका और यूरोपीय मित्रदेश सीरिया पर हमले शुरु करेंगे, ऐसा दावा रशिया द्वारा किया गया था| पर शनिवार को अलेप्पो में हुए हमलों से हमारा कोई संबंध नही, ऐसा विद्रोहियों के गुट ने साफ कर दिया है|

इसलिए इस रासायनिक हमलों के लिए अलेप्पो स्थित ‘हयात तहरिर अल-शाम’ और अल कायदा संलग्न आतंकवादी संगठन पर शक किया जा रहा है| इस से पहले सीरिया में हुए रासायनिक हमलों के पिछे अस्साद हुकुमत का हाथ होने की बात सामने आयी थी| इन रासायनिक हमलों के बाद अमरिका और दोस्त राष्ट्रों ने सीरियन लष्कर को निशाना बनाने के लिए जोरदार हमले किये थे| अमरिका के इन हवाई हमलों में सीरियन अस्साद हुकूमत का बडा नुकसान हुआ था| इसके बाद हवाई हमलों की आलोचना करते हुए रशिया ने अमरिका को चेतावनी दी थी|

इस पृष्ठभूमी पर रशिया ने भूमध्य समुद्र में करीब २० विध्वसंकों का ताफा तैनात किया है| वही अमरिकी विमानवाहू युद्धपोत भी इसी सागरी क्षेत्र में दाखि हो चुके है|

सीरिया में अमरिका-रशिया सेना में झडपें हुई – अमरिकी विशेष दूत का दावा

वॉशिंग्टन – सीरिया में अमरिका और रशिया की सेना काफी बार एकदूसरे के आमनेसामने आ चुकी है| इन दोनो सेनाओं में १२ से अधिक समय पर संघर्ष भी भडका था| ऐसा दावा अमरिका ने सीरिया के लिए नियुक्त किए विशेष दूत ‘जेम्स जेफ्री’ ने किया है| अमरिका की सीरिया में सैनिकी तैनाती कानूनी है और अमरिकी सैनिकों को चुनौती देनेवालों को उसी भाषा में जवाब दिया जायेगा, ऐसी चेतावनी भी जेफ्री ने दी|

Leave a Reply

Your email address will not be published.