नेताजी सुभाषचंद्र बोस – १४

नेताजी सुभाषचंद्र बोस – १४

फ़ौजी भर्ती के लिए अख़बारों में आवाहन प्रकाशित होने के बाद वहॉं अपनी क़िस्मत आ़जमाने का ख़याल सुभाष के दिल में आया। उसे पहले से ऐसे जोशभरी और हमेशा ‘हॅपनिंग’ रहनेवालीं बातों का आकर्षण हुआ करता था। इसलिए उसने इस बात का भी अनुभव करने की ठान ली और वह निर्देशित समय पर युनिव्हर्सिटी आ […]

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नेताजी सुभाषचंद्र बोस – १३

नेताजी सुभाषचंद्र बोस – १३

आख़िर जॉंच समिति का ‘निर्णय’ आ ही गया। सुभाष का जवाब तथा उसमें वर्णित कॉलेज के भारतीय छात्रों पर किये जानेवाले अन्याय की घटनाओं के बारे में सुनकर दरअसल जॉंच समिति के सदस्य भौचक्के-से हो गये थे, अस्वस्थ हो चुके थे….लेकिन उनके भी हाथ बँधे हुए थे। वे सरकार के दृष्टिकोण से इस घटना, नहीं, […]

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नेताजी सुभाषचंद्र बोस – १२

नेताजी सुभाषचंद्र बोस – १२

प्रेसिडेन्सी कॉलेज की ‘अनुचित घटनाओं की’ जॉंच करने के लिए कोलकाता विश्‍वविद्यालय के पूर्व कुलगुरु न्यायमूर्ति सर आशुतोष मुखर्जी की अध्यक्षता में एक जॉंच समिति का गठन किया गया था। समिति का कामकाज शुरू हुआ। उसे अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने में कुछ दिन अभी शेष थे। लेकिन तब तक प्राचार्य जेम्स से रहा नहीं जा […]

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नेताजी सुभाषचंद्र बोस – ११

नेताजी सुभाषचंद्र बोस – ११

प्रेसिडेन्सी कॉलेज के इतिहास के प्राध्यापक प्रो. ओटन की भारतविद्वेषी निरंकुश आलोचना के ख़िलाफ़ तथा उनके द्वारा छात्रों को मारपीट किये जाने के निषेध में सुभाष के नेतृत्व में कॉलेज के छात्रों की जारी हड़ताल आख़िर ओटन के दो कदम पीछे हटने के निर्णय के कारण ख़त्म हुई। मग़र तब भी प्राचार्य अपनी मग़रूरी से […]

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नेताजी – १०

नेताजी – १०

सन १९१५ में हुए इंटर की परीक्षा के निराशाजनक नतीजे से बेचैन होकर, कम से कम अगले दो सालों तक तो मन लगाकर बी.ए. की पढ़ाई करने का सुभाष ने तय किया था। लेकिन यह बात होनेवाली नहीं थी। शुरुआती कुछ दिनों में सुभाष ने अच्छी पढ़ाई की। लेकिन सन १९१६ की शुरुआत से नियति […]

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नेताजी – ९

नेताजी – ९

दूर पहाड़ी के उस पार रहनेवाले उन साधुमहाराज द्वारा नेताजी सुभाष के जीवन की दिशा को स्पष्ट किये जाने पर गुरु की खोज समाप्त कर वह जब कोलकाता वापस आया, तब बेजान बन चुके घर में पुनः नवचेतना की लहर दौड़ गयी। पिताजी ने तो उसे अपने सीने से लगाकर रोना ही शुरू कर दिया। […]

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नेताजी – ८

नेताजी – ८

तीर्थस्थलों में गुरु की खोज करते समय सुभाष (नेताजी) को हुए वर्गविग्रह के, उच्चनीचता की दीवारों के दर्शन ने उसे भीतर से पूरा हिलाकर रख दिया था। ऐसे धर्म के दलालों में सच्चे गुरु तो मिलने से रहे। धार्मिक सत्ता का ग़ुरूर सिर पर चढ़ा मनुष्य मानवता को भूलता हुआ देखकर उसका मन खिन्न तो […]

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नेताजी-७

नेताजी-७

सुभाष मॅट्रिक की परीक्षा में दूसरे नंबर से पास हुआ, इस बात पर किसी को यक़ीन ही नहीं हो रहा था; क्योंकि मॅट्रिक की परीक्षा के पहले पिताजी के बार बार समझाने के बावजूद भी सुभाष (नेताजी) के देर रात तक घर के बाहर रहने में कोई फ़र्क़ नहीं पड़ा था। दरअसल उसका स्वभाव ही […]

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नेताजी – ६

नेताजी – ६

कम से कम पढ़ाई पूरी होने तक तो नेताजी सुभाष को अन्य किसी भी झमेले में न पड़ते हुए पढ़ाई पर ही अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहिए, ऐसी मृदु चेतावनी पिता के द्वारा मिलने के बाद सुभाष का देर रात तक बाहर भटकना थोड़ा कम हो गया और क़िताबें पढ़ने पर उसने जोर दिया। प्रौढ़साक्षरता […]

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नेताजी – ५

नेताजी – ५

हालाँकि सुभाष के पिताजी ने उसे हवाबदली के लिए कोलकाता भेजा, लेकिन कोलकाता के अँग्रे़जों की निरंकुश साम्राज्यवादी प्रवृत्ति का घिनौना प्रदर्शन देखकर उसका दिमाग और भी ख़ौल गया। प्रत्यक्ष अत्याचार से भी ज्यादा हमारी ग़ुलामी मानसिकता का ग़ुस्सा उसके मन में उबलने लगा। अपने प्रजाजनों के प्रति अनास्था होनेवाले इंग्लैंड़ के सम्राट तथा महारानी […]

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