उदयपुर भाग- ३

उदयपुर भाग- ३

राजमहल का स्थान शहर के बीचों बीच होता है, ऐसा साधारण रूप से हम सोचते हैं। लेकिन उदयपुर की झील में बनाये गये महल को देखकर हम अचंबित हो जाते हैं और यह झील में बना राजमहल ही उदयपुर की ख़ासियत है। झील के बीचों बीच महल बनाना यह कितनी अनोखी कल्पना है ना! ज़मीन […]

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उदयपुर भाग- २

उदयपुर भाग- २

दर असल इस ‘लेक सिटी’ को कई वर्ष पहले से ही सैलानियों ने अव्वल नंबर दिया था। इस ख़ूबसूरत शहर में कई फ़िल्मों की शूटिंग हुई है। स़िर्फ़ बॉलीवूड ही नहीं, बल्कि हॉलीवूड की भी कई फ़िल्मों की शूटिंग यहाँ पर हुई है। टि. व्ही. का छोटा परदा भी इस मामले में पीछे नहीं है। […]

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उदयपुर भाग १

उदयपुर भाग १

शाम ढल रही थी। अब किसी भी पल अन्धेरा छाकर रात होने के आसार नज़र आ रहे थे। देखते ही देखते अन्धेरा छा भी गया और मेरे सामने के तालाब का जल एक पल में रोशनी से निखर गया। मानो उस पानी में ही लाखों दीये जल उठे हो। यह कैसे हुआ, यह आपभी सोच […]

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हंपी भाग ६

हंपी भाग ६

हंपी – विजयनगर का स्वर्णिम इतिहास। आज की हंपी वहाँ की वास्तुओं द्वारा हर दर्शक के मन की आँख के सामने विजयनगर के उस वैभव को साकार करती है। हंपी के अब तक के इस स़फर में हमने हंपी से संबंधित कई बातों की जानकारी प्राप्त की। लेकिन एक महत्त्वपूर्ण बात तो रह ही गयी […]

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हंपी भाग ५

हंपी भाग ५

सुबह का समय। लगभग १०-११ बजे हैं। तुंगभद्रा से आनेवाली सुहावनी हवा से वायुमण्डल में चेतना जगी है। हंपी के बा़जार में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। कुछ लोग वहाँ के बा़जार में जीवनावश्यक वस्तुओं को तो खरीद ही रहे हैं, साथ ही यहाँ पर सोने-मोतियों जैसी कीमती वस्तुओं को भी बेचा-खरीदा जा रहा […]

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हंपी भाग- ४

हंपी भाग- ४

हंपी में प्रवेश करते ही धीरे धीरे विजयनगर के वैभवशाली साम्राज्य के चिह्न दिखायी देने लगते हैं। लेकिन जिस पल हम इस २४ मील के इला़के में प्रवेश करते हैं, उसी समय आज नष्ट हो चुके विजयनगर साम्राज्य के दरवाज़े हमारे लिए खुल जाते हैं। इस बहुत बड़े इला़के में विजयनगर के गतवैभव की शान […]

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हंपी भाग – ३

हंपी भाग – ३

तुळुव राजवंश के नरसा नायक के पुत्र कृष्णदेवराय जब विजयनगर के शासक बन गये, तब मानो विजयनगर का भाग्योदय ही हुआ। ये ‘कृष्णदेवराय’ ही हैं वे राजा, जिनका नाम हंपी यानि कि विजयनगर साम्राज्य के साथ किसी समीकरण की तरह दृढ़तापूर्वक जुड़ा हुआ है। ये कृष्णदेवराय युवावस्था में ही, १६वी सदी की शुरुआत में ही […]

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हंपी भाग -२

हंपी भाग -२

हंपी में प्रवेश करते ही विजयनगर साम्राज्य का ३०० सालों का इतिहास मानो हमारे सामने साकार हो जाता है। विजयनगर साम्राज्य के वैभव की साक्षी रह चुकीं कई वास्तुएँ हंपी और उसके आसपास विद्यमान हैं। इन वास्तुओं में मन्दिरों के साथ साथ महल, तालाब ऐसी वास्तुओं के साथ ही हाथियों के रहने के स्थान जैसीं […]

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हंपी भाग – १

हंपी भाग – १

राजदरबार भरा हुआ है। सभी अपना अपना आसन ग्रहण कर चुके हैं। दरबार में इतनी शान्ति है कि मानो यदि पेड़ से पत्ता भी गिरे, तो उसकी भी आवा़ज सुनायी दे। इतने में….महाराज के आगमन की ख़बर पहुँच जाती है और लोगों की ऩजरें उनके आने का इन्त़जार कर रही हैं। हंपी के लिए ऐसी […]

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आगरतला भाग – २

आगरतला भाग – २

आसमान से खींची गयी फोटो में छोटी-सी दिखायी देनेवाली उस स़फेद रंग की वास्तु की ओर प्रशस्त और चौड़े रास्ते से जब हम चल पड़ते हैं, तभी उस वास्तु की भव्यता का थोड़ाबहुत अन्दा़जा हमें हो जाता है और उसकी वास्तविक भव्यता हमें ठेंठ उसके सामने खड़े होने के बाद ही दिखायी देती है। पिछले […]

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