६७. ‘पील कमिशन’ के सुझाव

६७. ‘पील कमिशन’ के सुझाव

सन १९३६ में अरब-ज्यू दंगों की तहकिक़ात करने पॅलेस्टाईन के दौरे पर आये ‘पील कमिशन’ इस ब्रिटीश शाही खोजसमिति ने अपने अहवाल में पॅलेस्टाईन के संदर्भ में कई सुझाव दिये थे। लेकिन उनमें से मुख्य सुझाव – ‘परस्परविरोधी माँगें होनेवाले दोनो पक्षों को इन्साफ़ देने के ब्रिटीश सरकार ने पूरे प्रयास किये। लेकिन वे असफल […]

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६६. ‘पील कमिशन’

६६. ‘पील कमिशन’

तक़रीबन इसवीसन १९३३ से १९४५ तक के दौर में जब जर्मनीस्थित ज्यूधर्मियों को नाझी अत्याचारों का सामना करना पड़ रहा था, तब खुद पॅलेस्टाईन प्रान्त में भी कई गतिविधियाँ घटित हो रही थीं। इनमें सन १९३०-३६ इस दौर में पॅलेस्टाईन में पाँचवी ‘आलिया’ हो चुकी थी और लगभग १ लाख ७० हज़ार ज्यूधर्मीय दुनियाभर से […]

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६५. ‘नाझी’ संकट

६५. ‘नाझी’ संकट

इसवीसन १९३० के दशक में घटित हो रहे इस सारे घटनाक्रम के साथ ही, ज्यूधर्मियों के लिए अत्यधिक अनिष्ट ऐसा संकट खड़ा हो रहा था – सन १९३३ में जर्मनी में हिटलर के नेतृत्व में होनेवाली नाझी पार्टी ने सत्ता हस्तगत की थी! ३० जनवरी १९३३ को हिटलर सत्ता में आने के कुछ ही समय […]

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६४. १९३० के दशक की गतिविधियाँ

६४. १९३० के दशक की गतिविधियाँ

इसवीसन १९२९ में जेरुसलेम में हुए अरब-ज्यू दंगे, ज्यूधर्मियों की जायदादों का, सिनोगॉग्ज का प्रचंड ध्वंस करने के बाद और बड़े पैमाने पर जीवितहानि होने के बाद आगे चलकर थम गये; ऊपरी तौर पर सबकुछ शान्त हुआ प्रतीत हो रहा था, लेकिन दोनों पक्षों में झुलस रही आग शान्त नहीं हुई। इन दंगों के बाद […]

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६३. १९२९ के अरब-ज्यू दंगे

६३. १९२९ के अरब-ज्यू दंगे

इसवी १९२० के दशक में पॅलेस्टाईनस्थित अरब और ज्यूधर्मीय इनके बीच की दरार बढ़ती ही चली जा रही थी। ब्रिटीश शासकों का रूझान भी ज्यूधर्मियों पर अधिक से अधिक पाबंदियाँ लगाते हुए, अरबों का अनुनय करने की ओर ही था। वैसे देखा जायें, तो इसवीसन १९२५ के दौरान पॅलेस्टाईन में ज्यूधर्मियों की संख्या लगभग १५ […]

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६२. सौद घराने का अरेबिया में राज्य स्थापित (१९२० के दशक के घटनाक्रम)

६२. सौद घराने का अरेबिया में राज्य स्थापित (१९२० के दशक के घटनाक्रम)

इसवीसन १९२० के दशक में मध्यपूर्व में घटित हुए एक और महत्त्वपूर्ण घटना यानी अरेबिया के विभिन्न प्रान्तों ने एकसाथ आकर, अखंड़ित सौदी अरेबिया का निर्माण होने की दिशा में हुई उनकी मार्गक्रमणा। इस प्रदेश की गतिविधियों के अधिकांश अभ्यासक सौदी अरेबिया का निर्माण होने की प्रक्रिया की शुरुआत इसवीसन १८वीं सदी में ही हुई […]

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६१. तुर्की संघराज्य का जन्म और ट्रान्सजॉर्डन को मान्यता (१९२० के दशक के घटनाक्रम)

६१. तुर्की संघराज्य का जन्म और ट्रान्सजॉर्डन को मान्यता  (१९२० के दशक के घटनाक्रम)

इसवीसन १९२० का दशक केवल ज्यूधर्मियों के लिए ही नहीं, बल्कि कुल मिलाकर पूरे मध्यपूर्व के इला़के के लिए ही विशेष महत्त्वपूर्ण साबित होने लगा था। ख़ासकर इस दशक में हुईं इन गतिविधियों का आगे चलकर इस्रायल की भविष्यकालीन मार्गक्रमणा पर भी बहुत गहरा असर हुआ। इस १९२० के दशक में हुई पहली महत्त्वपूर्ण गतिविधि […]

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६०. इस्रायल की भूमि में बिजलीनिर्माण की शुरुआत

६०. इस्रायल की भूमि में बिजलीनिर्माण की शुरुआत

इसवीसन १९२० के दशक के प्रारंभ में ही हालाँकि पॅलेस्टाईन में ज्यू-अरब संघर्ष भड़के थे, ज्यूधर्मियों के लिए सकारात्मक गतिविधियाँ भी घटित होने लगीं थीं। उदा. भविष्यकाल में इस्रायल के उद्योग आदि क्षेत्रों में जिन्होंने मूलभूत महत्त्व का कार्य किया, ऐसीं कई संस्थाओं का निर्माण होकर वे निश्‍चित आकार धारण करने लगीं थीं। इनमें से […]

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५९. संघर्षों की चेतावनी-घंटियाँ

५९. संघर्षों की चेतावनी-घंटियाँ

इस प्रकार इसवीसन १९१८ से पॅलेस्टाईन में ब्रिटिशों की सत्ता शुरू हुई। विश्‍वयुद्ध जीतने के बाद ब्रिटन ने वहाँ पर लष्करी प्रशासन नियुक्त किया था, जिसके स्थान पर सन १९२१ में नागरी प्रशासन लाया गया। हर्ट्झ्ल् के तथा उसके द्वारा स्थापन किये गये झायॉनिस्ट ऑर्गनायझेशन के अथक प्रयास, साथ ही ब्रिटीश सरकार ने जारी किया […]

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५८. ब्रिटीश मँडेटरी पॅलेस्टाईन

५८. ब्रिटीश मँडेटरी पॅलेस्टाईन

पहला विश्‍वयुद्ध समाप्त हुआ और उसमें विजयी हुए ब्रिटन तथा दोस्तराष्ट्रों ने, पराजित अक्षराष्ट्रों (अ‍ॅक्सिस पॉवर्स) की भूमि का अपनी अपनी सहूलियत के अनुसार बँटवारा कर उन भूभागों को आपस में बाँट लेना शुरू किया। इस कारण, कुछ समय पहले तीन महाद्वीपों में जिसका विस्तार था ऐसा ऑटोमन साम्राज्य अब केवल, उसकी शुरुआत जहाँ से […]

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