बजट २०२३-२४ पेश

बजट २०२३-२४ पेश

नई दिल्ली – देश की आज़ादी के अमृतकाल में पेश हो रहा केंद्रीय बजट सप्तर्षि यानी सात प्राथमिकता सामने रखकर पेश किया जा रहा हैं, ऐसा ऐलान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने किया। इन सात प्राथमिकताओं में ‘सर्वसमावेशक विकास, समाज के हर स्तर पर पहुँचना, बुनियादी सुविधा एवं निवेश, क्षमता को बढ़ावा देना, हरित […]

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रुपये से कारोबार करने के लिए कई देश उत्सुकता दिखा रहे हैं – केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन

रुपये से कारोबार करने के लिए कई देश उत्सुकता दिखा रहे हैं – केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन

नई दिल्ली – यूक्रेन युद्ध के बाद अमरीका ने रशिया के कारोबार में डॉलर का इस्तेमाल करने पर रोक लगायी थी। इससे भारत और रशिया के कारोबार को नुकसान ना पहुँचे, इसके लिए दोनों देशों ने रुपया-रुबल से कारोबार शुरू किया था। लेकिन, मौजूदा दौर में कारोबार करने के लिए भारत के रुपये का इस्तेमाल […]

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भारत पांचवें क्रमांक की अर्थव्यवस्था बना

भारत पांचवें क्रमांक की अर्थव्यवस्था बना

नई दिल्ली – भारत अब ब्रिटेन से आगे बढकर विश्व में पांचवे क्रमांक की अर्थव्यवस्था बना है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने अपने आँकड़े जारी करके यह ऐलान किया। भारत का जीडीपी तकरीबन ३.५ ट्रिलियन डॉलर है और ब्रिटेन का जीडीपी ३.२ ट्रिलियन डॉलर्स होने की जानकारी अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने दी। यह खबर प्रसिद्ध होने के बाद […]

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पिछले आर्थिक साल में भारत ने ८.७ प्रतिशत विकास दर पाया

पिछले आर्थिक साल में भारत ने ८.७ प्रतिशत विकास दर पाया

नई दिल्ली – भारतीय अर्थव्यवस्था २०२१-२२ के आर्थिक वर्ष में ८.७ प्रतिशत विकास दर के साथ आगे बढ़ी। कोरोना की महामारी के कारण २०२१-२२ के आर्थिक साल में भारतीय अर्थव्यवस्था की ६.६ प्रतिशत गिरावट हुई थी। इसके बाद के आर्थिक वर्ष में अर्थव्यवस्था का यह प्रदर्शन सराहनीय है। २०२१-२२ की चौथी तिमाहि में भारतीय अर्थव्यवस्था पर […]

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अमेरिका का राष्ट्रीय कर्ज ३० ट्रिलियन डॉलर्स तक गया

अमेरिका का राष्ट्रीय कर्ज ३० ट्रिलियन डॉलर्स तक गया

वॉशिंग्टन – अमेरिका का राष्ट्रीय कर्ज ३० लाख करोड़ डॉलर्स (३० ट्रिलियन) पहुँच गया है। अमेरिका की अर्थव्यवस्था के लिए यह नया उच्चांक साबित हुआ है। पिछले दो वर्ष में अमेरिका के राष्ट्रीय कर्ज में सात ट्रिलियन डालर्स से अधिक बढ़ोत्तरी हुई है। इसमें कोरोना की बीमारी के विरोध में चलाये जानेवाली विविध योजनाओं के […]

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बजट 2022-23

बजट 2022-23

नई दिल्ली – स्वतंत्रा के अमृतमहोत्सव वर्ष में अगले २५ वर्षों के लिए राष्ट्र की नींव डाले जानेवाला बजट हम पेश कर रहे हैं. ऐसा वित्तमंत्री सीतारामन ने कहा। राष्ट्र के आर्थिक विकास की निरंतरता रखनेवाला बजट पेश करने को हमने प्रधानता दी, ऐस सीतारामन ने कहा है। तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका स्वागत […]

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देश की आर्थिक प्रगति पर कोरोना की महामारी का असर नहीं होने देंगे – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गवाही

देश की आर्थिक प्रगति पर कोरोना की महामारी का असर नहीं होने देंगे – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गवाही

नई दिल्ली – ‘नए साल में देश के आर्थिक विकास की गति बढ़ाने की आवश्‍यकता है। ऐसा करते समय कोरोना की महामारी का देश की आर्थिक गति पर असर नहीं होने देंगे। देश सावधानी से कोरोना की महामारी का मुकाबला करेगा। इसके साथ ही देश के आर्थिक हित सुरक्षित रखने के लिए ध्यान रखा जाएगा’, […]

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फ्रान्स और ब्रिटेन को भी पछाड़कर भारत छठें स्थान की अर्थव्यवस्था बनेगा – ‘सीईबीआर’ का अनुमान

फ्रान्स और ब्रिटेन को भी पछाड़कर भारत छठें स्थान की अर्थव्यवस्था बनेगा – ‘सीईबीआर’ का अनुमान

लंदन – वर्ष २०२२ में फ्रान्स को पीछे छोड़कर और २०२३ में ब्रिटेन को पछाड़कर भारत विश्‍व में छठे स्थान की अर्थव्यवस्था बनेगा। ‘द सेंटर फॉर इकॉनॉमिक्स ऐण्ड बिज़नेस रिसर्च’ (सीईबीआर) नामक ब्रिटेन की एक संस्था ने यह जानकारी साझा की है। इसके साथ ही अगले वर्ष ‘ग्लोबल इकॉनॉमिक आऊटपुट’ १०० ट्रिलियन डॉलर्स तक बढ़ेगा, […]

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वैश्‍विक अर्थव्यवस्था में सरकारी कर्ज़ का आँकड़ा ८८ ट्रिलियन डॉलर्स पर – अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोश

वैश्‍विक अर्थव्यवस्था में सरकारी कर्ज़ का आँकड़ा ८८ ट्रिलियन डॉलर्स पर – अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोश

वॉशिंग्टन – वैश्‍विक अर्थव्यवस्था में सरकारी कर्ज़ का भार कुल ८८ ट्रिलियन डॉलर्स तक पहुँचने की जानकारी अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोश ने साझा की है। यह कर्ज़ ‘जीडीपी’ की तुलना में लगभग ९८ प्रतिशत है और अगले दिनों में यह भार अधिक बढ़ने की संभावना का दावा भी किया गया है। कोरोना के दौर में अलग अलग […]

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‘ग्लोबल रिसेट’ की वजह से भारत में प्रचंड़ मात्रा में अवसर उपलब्ध होंगे – अंतरराष्ट्रीय निवेषक एवं उद्योग क्षेत्र को भारत के वित्तमंत्री का संदेश

‘ग्लोबल रिसेट’ की वजह से भारत में प्रचंड़ मात्रा में अवसर उपलब्ध होंगे – अंतरराष्ट्रीय निवेषक एवं उद्योग क्षेत्र को भारत के वित्तमंत्री का संदेश

न्यूयॉर्क – कोरोना की महामारी, बिजली की किल्लत एवं अन्य गंभीर समस्याओं की वजह से विश्‍व की फैक्टरी माने जा रहे चीन में उत्पादन की गति धीमी हुई है। इससे उत्पाद एवं कच्चे सामान के लिए चीन पर निर्भर देशों को ‘ग्लोबल रीसेट’ अर्थात चीन का विकल्प बने वैश्‍विक उत्पादन के नए केंद्र का निर्माण […]

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