ब्रिटन के एफ-३५ लड़ाक़ू विमान ‘स्पिअर’ क्षेपणास्त्रों से लैस होंगे

लंदन – अपनी नौसेना के ‘एफ-३५बी’ स्टेल्थ विमानों को अतिप्रगत क्षेपणास्त्रों से लैस करने का फ़ैसला ब्रिटन के रक्षा मंत्रालय ने किया है। इसके लिए ब्रिटन के रक्षा मंत्रालय ने ‘स्पिअर थ्री’ इन क्रूझ् क्षेपणास्त्रों की ख़रीद का समझौता किया। यदि ‘एफ-३५बी’ विमान इन क्रूझ क्षेपणास्त्रों से लैस हुए, तो शत्रु के विमानवाहक युद्धपोत, विध्वंसक, पनडुब्बियाँ और क्षेपणास्त्रों को भी प्रत्युत्तर देना संभव होगा, ऐसा दावा ब्रिटन के माध्यम कर रहे हैं। वहीं, पिछले कुछ महीनों से रशिया की बढ़ती लष्करी आक्रामकता को मद्देनज़र करते हुए, ब्रिटन भी अपनी रक्षासिद्धता बढ़ा रहा है, ऐसा लष्करी विश्‍लेषकों का कहना है।

Uk-missileब्रिटन की नौसेना में ‘एचएमएस क्विन एलिझाबेथ’ और ‘एचएमएस प्रिन्स ऑफ वेल्स’ ये दो विमानवाहक युद्धपोत हैं। इन युद्धपोतों पर तैनात करने के लिए ब्रिटन ने अमरीका से ‘एफ-३५बी’ इन स्टेल्थ लड़ाक़ू विमानों की ख़रीद की है। अतिप्रगत राडार यंत्रणा, सेन्सर्स से लैस होनेवाले लड़ाक़ू विमानों को, तीसरी श्रेणि के क्षेपणास्त्रों से सुसज्जित करने के लिए ब्रिटन के रक्षा मंत्रालय की बीते कुछ महीनों से कोशिशें शुरू थीं। इसके लिए ब्रिटन का रक्षा मंत्रालय और ‘एमबीडीए’ इस फ्रान्स स्थित युरोपिय रक्षासामग्रियों का निर्माण करनेवाले कंपनी के बीच चर्चा शुरू होने की जानकारी सामने आयी थी।

गुरुवार को ब्रिटन के रक्षा मंत्रालय ने ‘एमबीडीए’ के साथ ७५ करोड़ डॉलर्स का समझौता किया होने की घोषणा की। इस समझौते के अनुसार, ब्रिटन के ‘एफ-३५बी’ लड़ाक़ू विमानों के लिए, ‘एमबीडीए’ ‘स्पिअर थ्री’ क्रूझ् क्षेपणास्त्रों की सप्लाई करनेवाला है। सबसोनिक रफ़्तार से प्रवास करनेवाले ये क्षेपणास्त्र ‘नेक्स्ट जनरेशन’ होने का दावा किया जाता है। ‘एफ-३५बी’ विमान इन क्षेपणास्त्रों से लैस हुए, तो ब्रिटीश जवान और लष्कर स्थानों तथा हितसंबंधों की सुरक्षा करना अधिक आसान होगा। इसके लिए ‘एफ-३५बी’ क्षेपणास्त्रों को ज़ोखम उठाने की आवश्यकता भी नहीं रहेगी, ऐसा दावा ब्रिटन ने किया।

Uk-missileहवा से ज़मीन पर दागे जानेवाले ‘स्पिअर थ्री’ क्षेपणास्त्र १४० किलोमीटर दूरी तय कर सकते हैं। साथ ही, इन क्षेपणास्त्रों में गतिमान लक्ष्य को छेदने की भी क्षमता है। इन क्षेपणास्त्रों के कारण ‘एफ-३५बी’ की मारक क्षमता में और ब्रिटन की नौसेना के सामर्थ्य में वृद्धि होगी, ऐसा दावा ब्रिटन के माध्यम कर रहे हैं। फिलहाल ब्रिटन की नौसेना २१ ‘एफ-३५बी’ लड़ाक़ू विमानों से सुसज्जित है। आनेवाले साल के अन्त तक ये विमान ‘एचएमएस क्विन एलिझाबेथ’ इस विमानवाहक युद्धपोत पर तैनात किये जाकर, पहली सागरी मुहिम के लिए रवाना होनेवाले हैं।

इसी बीच, पिछले कुछ महीनों से ब्रिटन ने अपनी रक्षा सिद्धता तथा लष्करी नीति आक्रामक की है। चीन और रशिया के बढ़ते ख़तरे की पृष्ठभूमि पर ब्रिटन की रक्षासिद्धता में वृद्धि हो रही है, ऐसा दावा लष्करी विश्‍लेषक कर रहे हैं।

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