ब्रिक्स की न्यू डेवलपमेंट बैंक सदस्य देशों को प्रदान करेगी १५ अरब डॉलर्स का कर्ज़ा

नई दिल्ली – मंगलवार के दिन ब्रिक्स के सदस्य देश ब्राजिल, रशिया, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका इन देशों के विदेशमंत्रियों की वीडियो कान्फन्सिंग के जरिए बैठक हुई। इस दौरान ब्रिक्स की न्यू डेवलपमेंट बैंक ने कोरोना वायरस के संकट के दौरान ब्रिक्स देशों की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए १५ अरब डॉलर्स का कर्ज़ा प्रदान करने का ऐलान किया है। यह कर्ज़ा आर्थिक संकट के दौर में ब्रिक्स सदस्य देशों के लिए काफी उपयुक्त साबित होगा, यह विश्‍वास रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लॅव्हरोव्ह ने व्यक्त किया। साथ ही कोरोना वायरस के विरोध में भारत की जारी लड़ाई की रशिया ने सराहना की है। भारत ने रशिया को प्रदान की हुई वैद्यकीय सहायता और भारत में फँसें २०० रशियन नागरिकों को स्वदेश भेजने के लिए भारत ने किए सहयोग के प्रति रशियन विदेशमंत्री ने आभार व्यक्त किया है।

कोरोना वायरस के संकट की पृष्ठभूमि पर ब्रिक्स देशों के विदेशमंत्रियों की बैठक का आयोजन किया गया था। भारत के विदेशमंत्री एस.जयशंकर इस बैठक में शामिल हुए थे। इस दौरान कोरोना वायरस के संकट पर और जरूरी इलाज करने के एवं जागतिक और प्रादेशिक मुद्दों पर चर्चा हुई। ब्रिक्स देश कोरोना वायरस को रोकने के लिए टीका तैयार करने के लिए संयुक्त कोशिश कर रहें हैं, यह भी इस बैठक के दौरान स्पष्ट हुआ। कोरोना वायरस की महामारी के कारण कई लोगों के हाथ से रोजगार निकला जा रहा है, इस पर चिंता व्यक्त करके, ऐसा ना हों इसलिए सूक्ष्म और लघु उद्योगों को सहायता प्रदान करना ब्रिक्स देशों के लिए काफी अहम साबित होगा, यह बयान भारतीय विदेशमंत्री एस.जयशंकर ने इस दौरान किया।

ब्रिक्स की इस बैठक में भारत ने कोरोना वायरस के विरोध में किए प्रावधानों का ख़ास ज़िक्र किया गया। भारत ने दुनियाभर के प्रमुख देशों को प्रदान की हुई वैद्यकीय सहायता, ‘आरोग्यसेतु’ ॲप के माध्यम से की हुई पहल तथा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना इनका भी इस दौरान विशेष ज़िक्र हुआ। भारत की पारंपरिक वैद्यकीय उपचार पद्धति का पुरस्कार करने के लिए ब्रिक्स देश भारत की सहायता करें, यह निवेदन भी विदेशमंत्री जयशंकर ने इस दौरान किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.