पश्‍चिमी देशों को जवाब देने के लिए ‘ब्रिक्स’ की स्वतंत्र ‘पेमेंट सिस्टिम’ का निर्माण होगा – रशिया का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमास्को – अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होनेवाले आर्थिक व्यवहारों में अमरिका और यूरोपीय देशों का बना वर्चस्व कम करने के लिए स्वतंत्र ‘पेमेंट सिस्टिम’ का निर्माण करने का निर्णय ‘ब्रिक्स’ इस अंतरराष्ट्रीय गुट ने किया है| रशिया के प्रसार माध्यमों ने इस संबंधी वृत्त प्रसिद्ध किया है और ‘रशियन डायरेक्ट इन्व्हेंस्टमेंट फंड’ चीन और भारत के साथ इस के लिए काम कर रहा है, यह दावा इस वृत्त में किया गया है| ‘ब्रिक्स’ गुट में भारत के साथ रशिया, चीन, ब्राजील, चीन एवं दक्षिण अफ्रीका इन प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का समावेश है|

पिछले दशक में गठित हुए ‘ब्रिक्स’ गुट ने एकदुसरे के साथ सहयोग बढाने के लिए तेजी से कदम बढाना शुरू किया है| इसके लिए स्वतंत्र बैंक का भी निर्माण किया है और सुरक्षा एवं व्यापार क्षेत्र में भी स्वतंत्र यंत्रणा का निर्माण करने के लिए गतिविधियां शुरू है|

फिलहाल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रहे आर्थिक व्यवहारों के लिए ‘स्विफ्ट’ यह यंत्रणा कार्यरत है| इस यंत्रणा पर अमरिका और यूरोपीय देशों का वर्चस्व है| लेकिन, अमरिका से लगाए जा रहे प्रतिबंध और अन्य कार्रवाईयों की वजह से रशिया और चीन ने ‘स्विफ्ट’ के लिए विकल्प तैयार करने की कोशिश शुरू की है| ‘ब्रिक्स’ के गठन के बाद इन कोशिशों को और भी गति प्राप्त हुई है|

फिलहाल भारत और चीन इन दो देशों ने स्मार्टफोन केंद्र में रखकर स्वतंत्र ‘पेमेंट सिस्टिम’ खडी करने में सफलता प्राप्त की है| दो प्रमुख सदस्य देशों को प्राप्त हुई इस सफलता के बाद अब रशिया ने सिधे ‘ब्रिक्स’ के लिए स्वतंत्र यंत्रणा का निर्माण करने का प्रस्ताव रखा है और भारत एवं चीन के सहयोग से इस यंत्रणा का निर्माण करने की कोशिश शुरू हुई है|

एपल और सैमसंग इन कंपनीयों ने शुरू की हुई यंत्रणा की नींव पर इस यंत्रणा का निर्माण होगा, ऐसे संकेत सूत्रों ने दिए है|

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