इराक के बगदाद में ‘आयएस’ ने किए आत्मघाती विस्फोट से ३६ की मौत

is-iraq-baghdad-1बगदाद – आतंकी ‘आयएस’ संगठन ने इराक की राजधानी बगदाद में किए आत्मघाती विस्फोट में ३६ लोग मारे गए हैं और ६० से अधिक घायल हुए हैं। इराक में बीते वर्ष से हुआ यह सबसे बड़ा भीषण विस्फोट है। इराक के प्रधानमंत्री अगले हफ्ते अमरीका की यात्रा कर रहे हैं और इससे पहले यह विस्फोट इराक की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल उठानेवाला साबित हो रहा है।

राजधानी बगदाद के ‘सद्र सिटी’ में स्थित वाहेलात बाज़ार में सोमवार के दिन भीषण विस्फोट किया गया। बुधवार के दिन होनेवाले त्योहार की पृष्ठभूमि पर बाज़ार में खरीदारी के लिए बड़ी भीड़ उमड़ी थी। इस भीड़ को लक्ष्य करने के लिए यह विस्फोट किया गया, ऐसा समझा जा रहा है। शुरू में यह विस्फोट ‘आयईडी’ का होने की बात कही जा रही थी। लेकिन, विस्फोट के कुछ घंटे बाद आतंकी ‘आयएस’ संगठन ने इस विस्फोट का ज़िम्मा स्वीकारते समय अपने आत्मघाती हमलावर ने इस विस्फोट को अंजाम देने की जानकारी साझा की। इराक के कुछ अधिकारियों ने भी यह विस्फोट आत्मघाती हमला होने के वृत्त की पुष्टी की है।

is-iraq-baghdadराजधानी बगदाद के बाज़ार में इस वर्ष के दौरान किया गया यह तीसरा विस्फोट है। इस विस्फोट में ३६ लोग मारे गए हैं और मृतकों में महिलाएं और छोटे बच्चों का भी समावेश होने की जानकारी सूत्रों ने प्रदान की। इस आत्मघाती हमले में ६० से अधिक लोग घायल हुए हैं और इस हमले के मृतकों की संख्या बढ़ने का ड़र व्यक्त किया जा रहा है। विस्फोट से कुछ दुकान आग में जलकर खाक होने की बात कही जा रही है। बीते तीन वर्षों के दौरान राजधानी बगदाद में हुआ यह सबसे भीषण विस्फोट होने का दावा प्रसार माध्यमों ने किया है।

अमरीका, सहयोगी देश एवं इराकी सेना ने चलाई मुहिम के बाद वर्ष २०१७ में ‘आयएस’ का पराभव होने की बात कही जा रही थी। लेकिन, इसके बाद भी इराक में ‘आयएस’ का नेटवर्क अभी कायम है और राजधानी बगदाद के साथ देश के अलग अगल हिस्सों में हमले एवं आत्मघाती विस्फोट हो रहे हैं। साथ ही दूसरी ओर इराक से अमरिकी सेना की वापसी का मुद्दा भी काफी गरमा गया है और बीते छह महीनों के दौरान अमरीका के अड्डों पर आठ ड्रोन हमले और १७ रॉकेट हमले हुए हैं।

इराक में फिलहाल ढ़ाई हज़ार अमरिकी सैनिक तैनात हैं और इन्हें हटाने के लिए अमरीका निश्‍चित कार्यक्रम का ऐलान करे, ऐसी माँग इराकी नेता कर रहे हैं। इस मुद्दे पर चर्चा के लिए इराक के प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदिमी अमरीका की यात्रा कर रहे हैं। इस यात्रा के दौरान सेना वापसी के साथ ही इराक की राजनीतिक अस्थिरता पर भी बातचीत होने की संभावना है।

इराक में शिया पंथियों के प्रमुख नेता ‘मुक्तदा अल सद्र’ ने कुछ दिन पहले ही इराक सरकार का समर्थन हटाया था। इसके बाद इराक सरकार ने अक्तुबर में चुनावों का ऐलान किया है। लेकिन, सद्र ने इन चुनावों का हिस्सा ना होने का ऐलान किया है। इससे पहले, वर्ष २०१८ में हुए चुनावों में सद्र के राजनीतिक गठबंधन को सबसे अधिक सीटों पर जीत हासिल हुई थी।

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