अफ्रीका की आंतकी ‘बोको हराम’ संगठन ने किया ‘ड्रोन्स’ का इस्तेमाल – नाइजीरिया के राष्ट्राध्यक्ष की चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

अबुजा – नाइजीरिया के साथ अन्य अफ्रीकी देशों में हमले कर रहे ‘बोको हराम’ इस आतंकी संगठन ने ‘ड्रोन्स’ प्राप्त किये है और इसका इस्तेमाल सेना पर हमले करने से पहले जांच करने के लिये उपयोग हो रहा है, यह चौकानेवाला दावा नाइजीरिया के राष्ट्राध्यक्ष ने किया है| गुरूवार के दिन ‘बोको हराम’ के विरोध में मुहीम के लिये अफ्रीकी देशोंने गठित की लष्करी गठबंधन की बैठक के दौरान राष्ट्राध्यक्ष मुहम्मद बुहारी इन्होंने यह वक्तव्य किया| अफ्रीका में आतंकी संगठन ‘ड्रोन्स’ का इस्तेमाल कर रहे है, इस स्वरूप की जानकारी पहली बार अधिकृत माध्यम से सामने आयी है|

कुछ माह पहले अमरिका और ब्रिटेन के खुफिया यंत्रणाओं ने आतंकी हमले के लिये ड्रोन्स का इस्तेमाल हो सकता है, यह डर व्यक्त किया था| अमरिका की शीर्ष ‘फेडरल ब्युरो ऑफ इन्व्हेस्टिगेशन’ (एफबीआई) ने ‘आईएस’ और ‘अल कायदा’ जैसी आतंकी संगठन अमरिका में हमले करने के लिये ड्रोन्स का इस्तेमाल करने की कोशिष में है, यह चेतावनी दी थी| इसके पहले ब्रिटेन की यंत्रणाओं ने भी ‘आईएस’ के आंतकी हमले करने के लिये ‘ड्रोन्स’ का इस्तेमाल करने की चेतावनी दी थी|

इस पृष्ठभुमि पर, अफ्रीका में प्रमुख देश के तौर पर पहचाने जा रहे नाइजीरिया में ‘बोको हराम’ जैसी आंतकी संगठन ‘ड्रोन्स’ का इस्तेमाल कर रही है, यह जानकारी ध्यान आकर्षित कर रही है| नाइजीरिया के संरक्षण दल प्रमुख लेफ्टनंट जनरल तुकुर बुराताई इन्होंने बुधवार के दिन एक कार्यक्रम में इसकी जानकारी दी| पिछले कुछ महिनों से बोको हराम के आतंकी लगातार नाइजीरिया की लष्करी अड्डों पर हमले कर रहे है| इन हमलों में ड्रोन्स का इस्तेमाल हुआ था, यह जानकारी उन्होंने दी|

 

ड्रोन्स के इस्तेमाल के साथ ही ‘बोको हराम’ में विदेशी आतंकीयों की संख्या में बढोतरी हुई है, यह भी स्पष्ट हुआ है, इसकी जानकारी भी नाइजीरिया के संरक्षण दल प्रमुख ने दी| सेना के विरोध में हो रहे हमलों में बढोतरी और इन हमलों में हुआ ड्रोन्स का उपयोग, चिंता का मुद्दा है, यह लेफ्टनंट जनरल तुकुर बुराताई इन्होंने कहा है| जनरल बुराताई इनके दावे का राष्ट्राध्यक्ष बुहारी ने भी समर्थन किया है| इस वजह से अफ्रीका में ‘बोको हराम’ जैसी आंतकी संगठनों का सामर्थ्य बढ रहा है, यह चित्र सामने आ रहा है|

पिछले महीने में ही अमरिकी अभ्यास गुट ने ‘ड्रोन्स’ को लेकर एक अहम रिपोर्ट प्रसिद्ध की थी| इस रिपोर्ट में चीन में बनी ड्रोन्स की मांग अफ्रिका के देशों में में बढ रही है, यह बताया गया था| इन देशों में इरिट्रिया, लीबिया के साथ नाइजीरिया का भी समावेश है, यह दर्ज किया गया था|

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