भ्रष्ट्राचार के आरोप सिद्ध होनेवाले बांगलादेश की भूतपूर्व प्रधानमंत्री खालिदा झिया को ५ वर्ष की सजा; बांगलादेश मे तनाव

ढाका: बांगलादेश के विरोधी पक्ष नेता और भूतपूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा झिया को भ्रष्टाचार के मामले में बांगलादेश के विशेष न्यायालय ने ५ वर्षों की सजा सुनाई है। इस वर्ष के आखिर में बांगलादेश में चुनाव होने वाले हैं। पिछले चुनाव पर बहिष्कार डालनेवाले खालिदा झिया इनके बांगलादेश नेशनल लिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने उस समय चुनाव की जोरदार तैयारी की थी। पर उससे पहले खालिदा झिया को सजा होने से खालिदा झिया एवं उनके पक्ष को बहुत बड़ा झटका लगा है। इस वजह से बांगलादेश में तनाव बढ़ा है।

बांगलादेश

खालिदा झिया इनपर भ्रष्टाचार के अनेक गंभीर आरोप हैं। अपने प्रधानमंत्री पद के कार्यकाल में उन्होंने बड़ी तादाद में पैसों की अफरातफरी करने के आरोप हुए थे। इस बारे में सभी मामलों मे प्रधानमंत्री शेख हसीना इनके सरकारने खालिदा झिया इनके विरोध में मुकदमा चलाने का निर्णय लिया था। उनपर लगे कार्रवाई टालने के लिए खालिदा झिया सर्वोच्च न्यायालय में गई थी। पर सर्वोच्च न्यायालय ने उनकी मांग झूठलाकर उन्हें इन मुकदमों का सामना करने के लिए कहा था।

उनमें से एक मामले में विशेष न्यायालय ने अपना निर्णय घोषित किया है। खालिदा झिया ने लगभग २ लाख ५२ हजार डॉलर्स के विदेशी चलन अपने झिया ओर्फनेज ट्रस्ट के लिए डोनेशन के रूप में घुमाया था। यह आरोप न्यायालय में सिद्ध हुआ है। उसके लिए न्यायलय ने उन्हें ५ वर्षों के कारावास की सजा सुनाई है। तथा खालिदा झिया इनका लड़का तारीख रहमान और अन्य चार लोगों को १० वर्ष की सजा सुनाई गई।

इस निर्णय के बाद खालिदा झिया, दिसंबर में होने वाले चुनाव लड़ने के लिए अपात्र होने की आशंका है। प्रमुख नेता ही कारावास में जाने के बाद उनके बीएनपी पक्ष को जबरदस्त झटका लगा है। विशेष न्यायालय के इस निर्णय से पहले बांगलादेश में प्रदर्शन शुरू हुए थे। खालिदा झिया को सजा होनेपर उनके समर्थकों द्वारा बड़ी तादाद में हिंसक आंदोलन छेडडे जाएंगे, ऐसी चिंता व्यक्त होरही है। इसकी वजह से बांगलादेश की राजधानी ढाका के साथ अन्य जगहों पर पुलिस नाकाबंदी बढ़ाई गई है।

बीएनपी के नेताओं ने शुक्रवार से देशभर में प्रदर्शन शुरू करने की घोषणा की है। दौरान खालिदा झिया यह तीन बार बांगलादेश के प्रधानमंत्री पद पर आई थी। अपने पाकिस्तान समर्थक एवं कट्टरपंथियों को प्रोत्साहन देनेवाले धारणाओं के साथ भ्रष्टाचार के मामले से उनका कार्यकाल तूफानी ठहरा था। इस निर्णय के बाद खालिदा झिया ने अपने समर्थकों को संदेश दिया है, “मैं वापस आऊंगी, मेरे लिए रोना मत, चिंता ना करें, राह जरूर देखें”, ऐसा भावनिक आवाहन खालिदा झिया ने अपने समर्थकों की किया है। खालिदा झिया इनके सामने ऊपरी न्यायालय में जाने का तथा जमानत के लिए अर्जी देने का विकल्प है, पर आने वाले ४ दिनों में उन्हें कारावास में ही रहना होगा। ४ दिनों के बाद वरिष्ठ न्यायालय ने जमानत मंजूर की, तो खालिदा झिया को दिलासा मिल सकता है।

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