राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बने चीन की दूरसंचार कंपनीयों पर पाबंदी जरूरी

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के सामने ‘टीईपीसी’ की मांग

नई दिल्ली – अमरिका ने अपने मित्र देशों को चिनी टेलिकॉम जायंट ‘हुवेई’ को अपने देश में प्रवेश ना देने की सलाह दी थी| इसके बाद कुछ देशों ने ‘हुवई’ पर प्रतिबंध लगाया है| भारत ने कुछ दिन पहले ही ‘हुवई’ को ‘५ जी’ का परीक्षण करने के लिए मंजुरी दी थी| लेकिन अब भारतीय टेलिकॉम यानी दूरसंचार क्षेत्र की कंपनीयों ने इस मंजुरी को लेकर सवाल करना शुरू किया है और चिनी टेलिकॉम कंपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है, यह दावा ‘टेलिकॉम एक्स्पोर्ट प्रमोशन कौन्सिल’ (टीईपीसी) ने किया है| इस संदर्भ में ‘टीईपीसी’ ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल को पत्र लिख कर चिनी कंपनीयों पर पाबंदी लगाने की गुजारिश की है|

‘हुवई’, ‘झेडटीई’ और ‘फायबरहोम’ जैसी चीन की कंपनीयों के उपकरण सरकारी नेटवर्क के लिए खरिदी करने पर रोक लगाने की मांग ‘टीईपीसी’ ने इस पत्र से रखी है| केंद्र और राज्य सरकार की किसी भी परियोजना या उपक्रम में चिनी कंपनीयों की उपकरणों का इस्तेमाल करने से दूर रहे| ऊर्जा, रेल्वे, रक्षा और अन्य किसी भी सरकारी उपक्रम में ‘हुवई’, ‘झेडटीई’ और ‘फायबरहोम’ जैसी कंपनीयों के उपकरणों का इस्तेमाल राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में ला सकती है, यह ‘टीईपीसी’ का कहना है| भारतीय कंपनीयों में जरूरी उत्पादन करने की क्षमता है और बौद्धिक सम्पत्ति का अधिकार भी है| यह होते हुए भी चिनी कंपनी को मंजुरी क्यो दी जा रही है, यह सवाल भी ‘टीईपीसी’ ने किया है|

इसके लिए ‘टीईपीसी’ के अध्यक्ष शामलाल घोष इन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल को पत्र लिखा है| घोष यह भारत के पूर्व दूरसंचार सचिव रहे है| हाल ही में अमरिका और चीन के बीच चीन की ‘हुवई’ कंपनी को लेकर तनाव बना है| ईरान पर प्रतिबंध जारी करने के बाद भी ‘हुवई’ ने ईरान के साथ संबंध रखे है| यह आरोप करके कुछ दिन पहले ही ‘हुवई’ की कार्यकारी संचालिका वैंगझाऊ मेंग इन्हें कनाडा में गिरफ्तार किया गया| अमरिका ने गुजारिश करने के बाद जापान, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने ‘हुवई’ से उपकरण खरिदी रोक दी है| इस पृष्ठभुमि पर ‘टीईपीसी’ के अध्यक्ष घोष ने रखी मांग ध्यान आकर्षित कर रही है|

लेकिन भारतीय दूरसंचार क्षेत्र की कंपनीयों की ‘सेल्युलर ऑपरेटर्स असोसिएशन ऑफ इंडिया’ (सीओएआय) इस संगठन ने ‘टीईपीसी’ की यह मांग निराधार है, यह कहा है| ‘टीईपीसी’ ने बिना सबुत और बिना जांच यह मांग रखी है यह कहकर ‘सीओएआय’ ने इस मांग के संबंधी आश्‍चर्य व्यक्त किया है|

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