निर्वासितों को रोकने के लिए ऑस्ट्रिया एवं स्वित्झर्लंड लष्कर तैनात करेंगे

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 निर्वासितों के बढ़ते रेलों को रोकने के लिए सीमाओं पर लष्कर तैनात करने के संकेत ऑस्ट्रिया एवं स्वित्झर्लंड ने दिये हैं। सन २०१६ में लिबिया में से युरोपीय देशों में आनेवाले निर्वासितों के रेलों में बढ़ोतरी होने की चेतावनी गत कुछ हफ़्तों से दी जा रही है। ये निर्वासित इटली के मार्ग से ऑस्ट्रिया, स्वित्झर्लंड एवं जर्मनी में दाख़िल होने की संभावना है। इस पार्श्वभूमि पर ऑस्ट्रिया एवं स्वित्झर्लंड ने निर्वासितों को रोकने के लिए ठेंठ लष्करी तैनाती की तैयारी शुरू की हुई दिखायी दे रही है।

‘आनेवाले कुछ महीनों में निर्वासितों के रेलों में बाढ़ होना अपेक्षित है। यदि ऑस्ट्रिया ने ‘ब्रेन्नर पास’ की सरहद बंद कर दी, तो उत्तर युरोप में जाने के लिए स्वित्झर्लंड यही एक मार्ग बच जाता है। इसलिए हमें हमारी सुरक्षा के लिए एहतियात बरतना आवश्यक है’, इन शब्दों में टिसिनो स्थित स्विस कँटन के सुरक्षा संचालक नॉर्मन गॉबी ने लष्करी तैनाती के संकेत दिये। टिसिनो इस स्विस प्रांत में ‘स्विस टँक बटालियन’ के दो हज़ार जवानों को ‘स्टँडबाय’ पर रहने के आदेश दे दिए गये होकर, उनकी छुट्टियाँ स्थगित कर दी गयी हैं।

देश में घुसनेवाले निर्वासित अधिकृत ‘बॉर्डर क्रॉसिंग’ के अलावा दूसरे मार्गों से आने की कोशिशें करते हैं, इस कारण हमें अधिक चौकन्ना रहना पड़ेगा, ऐसा भी गॉबी ने कहा। महज़ एक हफ़्ते में इटली की सीमा पर से तक़रीबन १६९ निर्वासितों ने स्वित्झर्लंड में घुसने की कोशिश की थी, ऐसा भी उन्होंने कहा। ‘स्विस बॉर्डर गार्ड’ इस सीमासुरक्षा बल के प्रमुख जुर्ग नॉर्थ ने यह माँग की है कि यदि हर रोज़ दाख़िल होनेवाले निर्वासितों के रेलों में बहुत बढ़ोतरी होनेवाली है, तो अतिरिक्त पुलीस तथा लष्करी तैनाती की ज़रूरत पड़ेगी।

News 2 Image 2स्विस संसद में भी कुछ सांसद तथा मंत्रियों ने, सीमा पर लष्करी तैनाती करने का प्रस्ताव विचाराधीन होने के संकेत दिये हैं, ऐसी जानकारी देश के प्रसारमाध्यमों ने दी है। स्विस रक्षामंत्री गाय पार्मेलिन तथा वित्तमंत्री उलरिच मॉरर ने सीमा पर की लष्करी तैनाती का समर्थन किया है। ‘मायग्रेशन’ विभाग के मंत्री मारिओ गॅटिकर ने भी, यदि क़ानून-सुव्यवस्था की दृष्टि से ज़रूरत महसूस हुई, तो सीमारेखा पर की सुरक्षाव्यवस्था और भी सख़्त की जायेगी, इन शब्दों में अतिरिक्त सुरक्षा तैनाती का समर्थन किया है।

स्वित्झर्लंड में लष्करी तैनाती की गतिविधियाँ शुरू होने से पहले ऑस्ट्रिया ने भी उसी दिशा में कदम उठाने की शुरुआत की है। ऑस्ट्रिया के रक्षामंत्री हॅन्स पीटर डोस्कोझिल ने, सीमारेखा पर की सुरक्षा और भी कड़ी करते हुए ही, आक्रामक रवैया अपनाने की चेतावनी दी है। इटली के साथ की सीमारेखा बंद करके, उसपर लष्कर तैनात किया जायेगा, ऐसा ऑस्ट्रियन रक्षामंत्री ने ज़ोर देकर कहा है।

इटली में से आनेवाले निर्वासितों के रेलें यदि नियंत्रण के बाहर हो जाते हुए दिखायी दिए, तो ऑस्ट्रिया इटली में भी अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर सकता है, ऐसी चेतावनी भी रक्षामंत्री डोस्कोझिल ने दी। सीमारेखा पर की गश्त को बढ़ाना, साथ ही, निर्वासितों को रोकने के लिए अतिरिक्त चौकियों का निर्माण करना इसके लिए ऑस्ट्रिया ने ११ लाख युरो का प्रावधान किया होने की जानकारी अंतर्गत सुरक्षामंत्री ने दी है।

इसी दौरान, स्वीडन ने निर्वासितों की घुसपैंठ को रोकने के लिए डेन्मार्क सीमा पर ‘मिलिटरी ग्रेड हिट सेन्सर्स’ बिठाने का फ़ैसला किया है। इस इलाक़े में स्वीडन ने इससे पहले ही बड़े पैमाने पर ‘सीसीटीव्ही कॅमरें’ बिठाये हैं। लेकिन उन्हें टालकर निर्वासित घुसपैंठ कर रहे होने के कारण ‘हिट  सेन्सर्स’ बिठाने का फ़ैसला किया गया, यह स्वीडिश पुलीस ने स्पष्ट किया है।

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