४१ कोयला खानों की नीलामी प्रक्रिया शुरू

 नई दिल्ली – गुरुवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ४१ कोयला खानों की नीलामी प्रक्रिया की शुरुआत की। कोयला खान क्षेत्र पर होनेवाला सरकारी एकाधिकार ख़त्म करने का बड़ा फ़ैसला पिछले महीने किया गया था। उसके बाद यह नीलामी प्रक्रिया शुरू हो रही है। साथ ही, देश में लॉकडाऊन शिथिल करने के बाद औद्योगिक गतिविधियाँ सामान्य हो रहीं हैं, तभी इस नीलामी प्रक्रिया की शुरुआत की गयी है। भारत को दुनिया का सबसे बड़ा कोयला निर्यातदार देश बनाने का लक्ष्य रखकर यह नीलामी प्रक्रिया शुरू की गयी है, ऐसा प्रधानमंत्री ने इस समय कहा। उसी प्रकार, १० करोड़ टन कोल गॅसिफिकेशन के लिए चार परियोजनाओं में २० हज़ार करोड़ रुपयों का निवेश सरकार करनेवाली है, ऐसी घोषणा भी इस समय प्रधानमंत्री ने की।Coal Mines Auction

कोयला खान क्षेत्र देश में अब तक निजी कंपनियों के लिए खुला नहीं था। देश की अर्थव्यवस्था तेज़ करने के लिए सरकार ने घोषित किए ‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना के तहत, निजी कंपनियों के लिए यह क्षेत्र खुला करने का निर्णय किया गया था। इस पृष्ठभूमि पर, ४१ कोयला खानों की नीलामी की जा रही है। कोयले के प्रचंड भंडार होकर, भारत फिलहाल दुनिया में चौथे नंबर का कोयला उत्पादक देश है। लेकिन ऐसा होने के बावजूद भी भारत से कोयला निर्यात नहीं होता; वहीं, कोयला आयात करने के मामले में हम दूसरे नंबर पर हैं, इस बात का खेद इस समय प्रधानमंत्री ने ज़ाहिर किया। साथ ही, हम यदि दुनिया के सर्वाधिक कोयला उत्पादक देशों में से एक बन सकते हैं, तो हम सबसे बड़े निर्यातदार देश में क्यों शामिल नहीं हो सकते, ऐसा सवाल प्रधानमंत्री ने पूछा। साथ ही, देश की ऊर्जा सुरक्षा की दृष्टि से, कोयले के मामले में स्वयंपूर्ण बनना हमारे लिए आवश्यक है, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा।

‘संकट चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हों, हम उसे अवसर में बदलेंगे। आज भारत में उद्योग, व्यापार और सेवा क्षेत्र का  नेतृत्व करनेवालों को इतिहास बदलने का अवसर प्राप्त हुआ है, इस अवसर को मत गँवाइए’ ऐसा आवाहन प्रधानमंत्री ने  उद्यमियों से किया।

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