फ्रान्स में नीस के बाद लिऑन में हुआ धर्म उपदेशक पर घातक हमला

लिऑन/पैरिस – फ्रान्स के नीस शहर में प्रार्थना स्थान पर हुए आतंकी हमले के बाद लिऑन शहर में हमला होने की घटना सामने आयी है। शनिवार दोपहर को किए गए इस हमले में प्रार्थना स्थान से बाहर निकल रहे धर्म उपदेशक को लक्ष्य किया गया है। हमलावर ने ग्रीक वंश के धर्म उपदेशक पर गोलीयां चलाई। हमलावर को हिरासत में लिया गया है और घायल धर्म उपदेशक को अस्पताल में दाखिल किया गया है। स्थानीय यंत्रणा ने यह जानकारी साझा की है। इसी दौरान नीस में हुए आतंकी हमले के मामले में हमलावर के साथ अन्य दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, ऐसा फ्रेंच सुरक्षा यंत्रणा ने कहा है।

धर्म उपदेशक

फ्रान्स के लिऑन शहर में दोपहर तकरीबन चार बजे धर्म उपदेशक निकोलास कैकावेलाकी प्रार्थना स्थल के दरवाज़े बंद कर रहे थे, तभी हमलावर ने हंटर गन से उन पर गोलियां चलाई। गोलियां चलाकर हमलावर घटना की जगह से भाग गया था। कुछ घंटे बाद उसे गिरफ्तार किया गया, यह जानकारी स्थानीय अफ़सरों ने साझा की। लेकिन, हमलावर की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है। इस हमले का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है और सुरक्षा यंत्रणाओं ने इस घटना पर हत्या की कोशिश करने से संबंधित अपराधिक मामला दर्ज़ करके तहकीकात शुरू की है।

धर्म उपदेशक

लिऑन में हुए हमले के बाद शहर के अन्य प्रार्थना स्थानों के प्रमुख ने पुलिस से सुरक्षा की माँग की हैं। फ्रान्स के प्रधानमंत्री जीन कास्टे ने देश के सभी प्रार्थना स्थानों एवं स्कूलों में जल्द ही लष्करी सैनिकों की तैनाती होगी, यह स्पष्ट किया। नीस एवं लिऑन में हुए हमलों के समय इन प्रार्थनास्थानों के बाहर सुरक्षा तैनात नहीं थी, यह जानकारी अब सामने आयी है। मौजूदा स्थिति में फ्रान्स के अलग अलग इलाकों में आतंकी हमले रोकने के लिए तीन हज़ार लष्करी सैनिक तैनात किए गए हैं और अब देश में सात हज़ार सैनिकों की तैनाती करने का ऐलान राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने किया है। इसी बीच नीस में हुए आतंकी हमले के मामले में फ्रेंच यंत्रणा ने हमलावर के अलावा दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

लिऑन में हुए हमले पर ग्रीस के विदेश मंत्रालय के साथ यूरोपियन कौन्सिल एवं संसद ने निषेध किया है। ग्रीक धर्म उपदेशक पर हुआ हमला भयानक है और इस मामले में हम फ्रेंच यंत्रणा के साथ संपर्क बनाए हुए हैं, यह बयान ग्रीस के विदेश विभाग ने अपने निवेदन में किया है। यूरोपियन कौन्सिल के प्रमुख चार्ल्स मिशल ने लिऑन में हुए हमले पर किये बयान में इस हमले को घृणास्पद कहा है। यूरोपिय संसद के अध्यक्ष डेविड सैसोली ने इस हमले पर व्यक्त की हुई प्रतिक्रिया में यह कहा है कि, यूरोप हिंसा और आतंकवाद के सामने कभी भी नहीं झुकेगा।

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