भारतीय जवानों पर हमले के लिए ‘आयएस’ का ‘हलाल दस्ता’

नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के नियंत्रण रेखा पर तैनात हुए सुरक्षा दल पर हमले करने के लिए पाकिस्तान के आयएसआय ने ‘हलाल दस्ता’ नामक पथक तैयार किया है। लश्कर-ए-तोयबा एवं हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी इस पथक मे शामिल किए गए है और पाकिस्तान की ‘बॉर्डर एक्शन टीम’ के तौर पर यह पथक काम करेगा, ऐसी जानकारी गुप्तचर विभाग के सूत्रोंने दी है।

पिछले कई हफ्तों से नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी करनेवाले पाकिस्तानी लष्कर को भारत से मुंह तोड़ जवाब मिल रहा है। जिसकी वजह से पाकिस्तानी लष्कर की बहुत बड़ी हानि हो रही है। इसके साथ आतंकवादियों के घुसपैठ के प्रयास भी सतर्क भारतीय जवानों ने उधेड़े है। इसका बहुत बड़ा परिणाम जम्मू-कश्मीर मे आतंकवादी संगठन पर हो रहा है और इस से उन्हें बहुत बड़ा झटका लगा है। इस पृष्ठभूमि पर पाकिस्तान के लश्कर एवं आयएसआय भारतीय सुरक्षा दल पर बड़े हमले कर के आतंकवादियों का उत्साह बढ़ाने का जोरदार प्रयत्न कर रहे है।

जम्मू कश्मीर के श्रीनगर मे बीएसएफ के शिविर पर आतंकवादी हमले के पीछे यही षड्यंत्र था पर यह हमला उचित समय पर उधेड़ा गया।
उसके बाद अब आयएसआय ने ‘हलाल दस्ता’ तैयार करके नियंत्रण रेखा पर भारतीय सुरक्षा दल पर हमले बढ़ाने की तैयारी शुरू की है। लश्कर एवं हिजबुल के आतंकवादी इस पथक मे शामिल हुए है। उनके प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान व्याप्त कश्मीर मे शिविर निर्माण किए गए है।

इस से पहले पाकिस्तान की ‘बॉर्डर एक्शन टीम’ (बीएटी) भारतीय जवानों पर हमले कर रही थी। इस बीएटी मे पाकिस्तानी लश्कर के जवानों के साथ आतंकवादियों का भी समावेश था। पर पिछले कुछ महीनों से भारतीय लष्कर ने स्वीकारी हुए आक्रामक भूमिका की वजह से पाकिस्तानी बीएटी कार्रवाई या ठंड पड़ने की बात स्पष्ट हुई थी। इस पृष्ठभूमि पर भारत के आतंकवाद विरोधी कारवाईयों को उत्तर देने के लिए आयएसआय का पथक ‘हलाल दस्ता’ काम करेंगा, ऐसा दिखाई दे रहा है।

दौरान, पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर यंत्रणा आयएसआय आतंकवादियों से जुड़ी है और आयएसआय पाकिस्तान की नहीं बल्कि खुद की विदेश नीति कार्यान्वित कर रही है, ऐसी कड़ी टीका अमरीका के रक्षा दल प्रमुख जनरल जोसेफ डनफोर्ड ने की थी। अमरीकी संसद के ‘आर्म्ड सर्विसेस कमेटी’ मे बोलते समय जनरल डनफोर्ड ने टीका कर के पाकिस्तान के बारे मे कड़ी नीति स्वीकारने की सिफारिश की है और इसे अमरीका के रक्षामंत्री ने समर्थन दिया है।

आज तक पाकिस्तान सरकार को आयएसआय को नियंत्रित करने मे सफलता नहीं मिली। आने वाले समय मे आयएसआय की सहायता प्राप्त पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों को भारत मे बड़ा आतंकी हमला करने मे सफलता मिली, तो संतप्त भारत पाकिस्तान को लष्करी कारवाई द्वारा करारा जवाब जरूर देगा, ऐसा अमरीकी अधिकारी तथा विश्लेषक कह रहे है। फिर भी आयएसआय के खतरनाक कारवाई अब तक नहीं रुकी है।

आयएसआय के भड़काऊ कारवाई या आगे चलते सहन नहीं किए जाएंगे, ऐसा सुस्पष्ट इशारा भारत ने समय-समय पर पाकिस्तान के साथ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को दिया था। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका और अन्य पाश्चिमात्य देशों ने पाकिस्तान पर भी दबाव बनाया था। जिसकी वजह से पाकिस्तान की सरकार दबाव मे आय थी। फिर भी आयएसआय के कारवाईयों पर उसका परिणाम नहीं हुआ है। उसके विपरीत आयएसआय की नीतियों को विरोध करने वाले है नवाज शरीफ को इसी गुप्तचर संगठन ने षड्यंत्र करके उनके पद से नीचे उतारने की चर्चा पाकिस्तान मे शुरू है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.