सेना जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित कर रही है – लष्कर प्रमुख जनरल बिपीन रावत

नई दिल्ली – चीन और पाकिस्तान के सीमा पर सभी हालात भारती सेना सही तरिके से संभाल रही है, यह कहकर इस बारे में चिंता करने का कारण नही है, यह गवाही लष्कर प्रमुख जनरल बिपीन रावत इन्होंने दी है| साथ ही आतंकियों को मारने के साथ ही भारती सेना जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित करने के लिए पहल कर रही है, इस ओर लष्कर प्रमुख ने ध्यान आकर्षित किया है|

गुरूवार के दिन लष्कर की सालाना वार्ता परिषद में लष्कर प्रमुख जनरल रावत बोल रहे थे| चीन और पाकिस्तान इन दो पडोसी देशों से सीमा पर शुरू गतिविधियों को लेकर लष्कर प्रमुख ने समय समय पर चिंता व्यक्त की थी| लेकिन, इस वार्ता परिषद के दौरान बोलते समय जनरल रावत इन्होंने चीन और पाकिस्तान की सीमा पर बने हालात भारतीय सेना सही तरीके से संभाल रही है और इस बारे में चिंता करने का कारण नही है, यह भी स्पष्ट किया| साथ ही जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के विरोध में शुरू कार्रवाई को लेकर सेना की भूमिका भी जनरल रावत इन्होंने इस दौरान रखी|

भारतीय सेना आतंकियों के विरोधी कार्रवाई के नाम से मानवाधिकार का हनन कर रही है, ऐसे आरोप होते रहे है| लेकिन भारतीय सेना की कडी कार्रवाई की वजह से आतंकी संगठनों में हो रही भरती बंद हुई है| आतंकी संगठनों में शामिल होने के बाद सिर्फ कुछ ही महीनों में मरना होगा, इसका एहसास होने से यह बदलाव हुआ है, यह सेना प्रमुख ने कहा है| साथ ही आतंकी संगठनों से दूर होकर जीवन की नई शुरूआत करने के लिए आगे आए युवकों की जानकारी भी जनरल रावत इन्होंने इस समय दी|

जो युवक खुले तौर पर हथियार रखकर शरण आते है, उन्हें आतंकी संगठन खतम करते है| इसीलिए शरण आए युवकों की अधिक जानकारी दिए बिना भारतीय सेना ऐसे युवकों को जीवन की नई शुरूआत करने का अवसर देती है, यह जानकारी जनरल रावत इन्होंने दी| इन युवकों को शरण आए हुए आतंकी कहना गलत होगा, यह भी लष्कर प्रमुख ने आगे कहा| आतंकियों को खतम करते समय भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर के युवकों को शिक्षा या अन्य विधायक कार्यों के लिए भी प्रेरणा देती है, इस ओर भी जनरल रावत इन्होंने ध्यान आकर्षित किया|

जम्मू-कश्मीर के शोपिया जिले के इफरा शेजार इस लडकी को हालही में हुई १० वी की परीक्षा में ९९ प्रतिशत मार्कस् प्राप्त हुए है| शोपिया जिले में सबसे अधिक आतंकी गतिविधियां शुरू है| इस परिस्थिति में भी इस छात्रा ने प्राप्त की हुई यह सफलता सराहनीय है| ऐसी कितनी इफरा शेराज जम्मू-कश्मीर में मौजुद है| उन्हें शिक्षा का अवसर मिलना जरूरी है, यह लष्कर प्रमुख ने कहा| इसके लिए सेना ने विधायक भूमिका अपनाई है, यह कहकर सुरक्षा के लिए कुछ कडे निर्णय करने की जानकारी भी उन्होंने दी|

पाकिस्तान भारत के साथ शांति बनाने की भाष कर रहा है| लेकिन शांति के लिए केवल भाषा का प्रयोग करना काफी नही है| तो उसके लिए असल में कोशिश करना जरूरी है, इस पर पाकिस्तान ध्यान दे| अभी भी जम्मू-कश्मीर के नियंत्रण रेखापर घुसपैठ के लिए लगभग ३०० आतंकी तैयार है यह कहकर जनरल रावत इन्होंने पाकिस्तान के दोगले पर ध्यान दिलाया| साथ ही सेना को स्नायपर्स की जरूरत है यह कहकर २० जनवरी तक उन्हें स्नायपर गन्स की आपुर्ति होगी, यह विश्‍वास जनरल रावत इन्होंने व्यक्त किया| इस वर्ष मार्च महीने तक सेना को ‘डीआरडीओ’ से मिसाइल और राकेट भी प्राप्त होंगे, यह लष्कर प्रमुख ने कहा है|

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