अमरिका की रशिया के विरोध में भूमिका कायम रहेगी- वरिष्ठ खुफिया अधिकारीयों का बयान

मनिला: अमरीका के राष्ट्रपती डोनाल्ड ट्रम्प ने रशिया से संबंध सुधारने की भूमिका ली होगी, परंतु अमरीका की रशिया विरोधी भूमिका कायम रहेगी, ऐसे संकेत वरिष्ठ खुफिया अधिकारीयों ने दिए है। अमरिका के ‘डिफेन्स इंटेलिजन्स एजेंसी’ के प्रमुखों ने तथा ‘डायरेक्टर ऑफ नैशनल इंटेलिजन्स’ ने इस संदर्भ में दिया ठोस बयान सामने आया है। उसी समय रशिया ने अमरीका ‘शीतयुद्धकालीन मनोवृत्ति’ का इस्तेमाल कर रही है ऐसा आरोप किया है।

अमरीका के मूल्य तथा रूचियाँ नैसर्गिक रूप से रशिया से मेल नहीं खाते। रशिया की युरोप अनुभाग में प्रभावशाली अस्तित्व निर्माण करने की इच्छा है। क्षेत्रीय एंवं जागतिक स्तर पर अपना प्रभावक्षेत्र रहे इसलिए रशिया तथा अमरिका में संघर्ष कायम रहने वाला है’, इन शब्दों में ‘डिफेन्स इंटेलिजन्स एजेंसी’ के प्रमुख लेफ्टिनेंट व्हिन्सेंट स्टुअर्ट ने रशिया के विरोध में कायम रहने का संकेत दिया है।

उसी प्रकार ‘डायरेक्टर ऑफ नैशनल इंटेलिजन्स’ डेन कोट्स ने कुछ दिन पहले हुए एक बैठक में रशिया पश्चिमी लोकशाही मुल्यो को उध्वस्त करने का प्रयत्न करने का आरोप किया था। ‘सीआयए’ के प्रमुख माईक पॉम्पिओ ने रशिया द्वारा अमरिका में हस्तक्षेप करने का प्रयास जारी रहेगा, ऐसा दावा किया। अमरिका के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी एयरफोर्स ब्रिगेडिअर जनरल जॉन हीली ने रशिया के बढ़ते प्रभाव का संकेत देकर उसका मुकाबला करने के लिए अमरिका आंतराष्ट्रीय स्तर पर विशाल युद्धाभ्यास का आयोजन करेगी ऐसा कथन किया है।

अमरीका द्वारा रशिया के ख़िलाफ़ शुरू संचलन ‘शीतयुद्धकालीन मनोवृत्ति’ का प्रभाव कायम होने का सूचक हैं, ऐसी टिका रशिया के विदेश मंत्रालय ने की है। अमरिका वास्तव्य से दूर जाते हुए शीतयुद्ध की मनोवृत्ति में गहरा डूब रहा है, ऐसा रशिया के विदेश मंत्रालय ने अपने निवेदन में कहा है।

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