अमरिकी युद्धपोत ओमान की खाडी की दिशा में रवाना

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरदुबई – एक महीने में छह ईंधन टैंकर्स पर हुए हमलों के बाद इस क्षेत्र के तनाव में बढोतरी हुई है और ऐसे में अमरिका ने अपने युद्धपोत ओमान की खाडी की दिशा में भेजे है| यूएसएस बैनब्रिज और यूएसएस मॅसन यह दो अमरिकी युद्धपोत ओमान में गश्त कर रही है और यूरोपिय एवं खाडी मित्रदेशों की गश्ती पोत भी जल्द ही इस क्षेत्र में दाखिल हो रही है, ऐसा कहा जा रहा है| अपने समुद्री क्षेत्र के निकट युद्धपोतों की गश्त होने से बेचैन हुए ईरान ने क्रोध व्यक्त करके अमरिका युद्ध के लिए ना उकसाए, यह इशारा भी दिया|

मिसाइल विरोधी यंत्रणा से लैस बैनब्रिज और मॅसन, इन युद्धपोतों की तैनाती की जानकारी अमरिका की ‘सेंट्रल कमांड’ (सेंटकॉम) ने घोषित की है| ओमान की खाडी में ईरान की गश्ती पोतों का संचार बढने से यह तैनाती करने की जानकारी अमरिकी अधिकारी ने दी| ‘अंतरराष्ट्रीय समुद्री यातायात की सुरक्षा और आजादी के लिए युद्धपोत तेनात किए है| अमरिका को किसी के विरोध में युद्ध नही करना है’, यह भी सेंटकॉम ने स्पष्ट किया| ब्रिटेन, सौदी और अन्य अरब मित्रदेश भी गश्तीपोत रवाना करके इस क्षेत्र की तैनाती में बढोतरी करने की तैयारी में है|

लेकिन, ओमान की खाडी में हो रही इस तैनाती पर ईरान ने गुस्सा व्यक्त किया है| ‘अमरिका और खाडी क्षेत्र के अमरिकी मित्रदेश युद्ध के लिए उकसाने की हरकतें बंद करें| साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने गलत चित्र खडा करके ईरान को फंसाने के लिए शुरू हरकतें भी बंद करें’, यह इशारा ईरान ने दिया है| वही, ‘होर्मुझ की खाडी की सुरक्षा आज भी ईरान संभाल रहा है| इस वजह से अन्य किसी भी देश की युद्धपोत की तैनाती इस क्षेत्र में होना, ईरान नही चाहता’, यह ईरान के विदेशमंत्रालय ने स्पष्ट किया|

इस दौरान, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निर्यात हो रहे कुल ईंधन में से एक तिहाई ईंधन की यातायात पर्शियन खाडी से होती है| इस समुद्री क्षेत्र में ही ईंधन के टैंकर्स पर हमलें होने से लगातार दुसरे दिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन के दामों में चार प्रतिशत की बढोतरी हुई| वही, यह समुद्री क्षेत्र असुरक्षित होने पर यूरोपिय देशों को हो रही ईंधन की सप्लाई भी रोका जाएगा, यह दावा अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने किया है|

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