अमरिकी नौसेनाप्रमुख की भारत यात्रा संपन्न

नई दिल्ली – अमरिकी नौसेनाप्रमुख एडमिरल जॉन रिचर्डसन तीन दिन भारत यात्रा पर रहे| रविवार के दिन भारत पहुंचे एडमिरल रिचर्डसन इन्होंने इस यात्रा के दौरान भारतीय नौसेनाप्रमुख सुनील लान्बा, रक्षा सचिव संजय मित्रा, उप-सेनाप्रमुख जनरल देवराज अन्बू और वायुसेनाप्रमुख बी.एस.धनोआ के साथ बातचीत की| इंडो-पैसिफिक समुद्री क्षेत्र में भारत और अमरिका का सहयोग बढाने का मुद्दा इस बातचीत के दौरान उपरी स्थान पर रहा, यह कहा जा रहा है|

‘साउथ चाइना सी’ क्षेत्र में काफी बडी गतिविधियां हो रही है| अमरिकी युद्धपोत इंडोनेशिया, फिलिपिन्स, वियतनाम, ब्रुनेई और तैवान की यात्रा कर रही है और संयुक्त युद्धाभ्यास में भी शामिल हो रही है| अमरिकी नौसेना की इस क्षेत्र में शुरू गतिविधियां चीन को चेतावनी देने के लिए ही होने का संदेश अमरिका स्पष्ट तौर पर दे रही है| कुछ दिन पहले ही अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के समविचारी देशों के साथ अमरिका सहयोग बढा रही है, यह सूचक वक्तव्य किया था| इस क्षेत्र के देशों की सार्वभौमता का संरक्षण करने के लिए भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया इन देशों के साथ अमरिका सहयोग कर रही है, ऐसा पोम्पिओ ने कहा था| सीधे जिक्र किया ना हो, लेकिन, अमरिकी विदेशमंत्री ने यह सभी गतिविधियां चीन को रोकने के लिए ही होने के संकेत अपने वक्तव्य से दिए थे|

इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी नौसेनाप्रमुख एडमिरल जॉन रिचर्डसन इन्होंने की भारत यात्रा को सामरिक अहमियत प्राप्त हुई है| एडमिरल रिचर्डसन इनकी यह दुसरी भारत यात्रा है| ‘साउथ चाइना सी’ क्षेत्र में चीन की आक्रामकता को कडा विरोध कर रही अमरिका का आक्रामक नौसेनाप्रमुख के तौर एडमिरल रिचर्डसन की पहचान बनी है| चीन इस सागरी क्षेत्र में अमरिका को चुनौती देने की गलती ना करें, यह चेतावनी रिचर्डसन इन्होंने पहले ही दी थी| साथ ही इस सागरी क्षेत्र में भारत भी अपना प्रभाव बढाए, यह निवेदन एडमिरल रिचर्डसन इन्होंने किय था|

भारत का इस क्षेत्र का प्रभाव सकारात्मक होगा और इस समुद्री क्षेत्र की स्थिरता और सुरक्षा पर इस प्रभाव का अच्छा असर होगा, ऐसा रिचर्डसन ने कहा था|

एडमिरल रिचर्डसन इनकी इस भारत यात्रा का पूरा ब्यौरा उजागर नही हुआ है| लेकिन, पिछले कुछ महीनों से भारत अब पैसिफिक महासागर क्षेत्र तक अपना प्रभाव बढाए, यह मांग नए से जोर पकडती सामने आ रही है| कुछ महीनों पहले फ्रान्स ने भारत के साथ सहयोग में बढोतरी करने का निर्णय किया था|

साथ ही, भारतीय नौसेना को जिबौती में बने अपने अड्डे का इस्तेमाल करने का अवसर प्रदान करने के लिए फ्रान्स ने समझौता भी किया| फ्रान्स के साथ भारत का सहयोग बढ रहा है, ऐसे में अमरिका भी भारतीय नौसेना के साथ सहयोग बढाने की उत्सुकता दिखा रही है| एडमिरल रिचर्डसन इनकी इस भारत यात्रा के दौरान इसी दिशा में पूरी गहराई के साथ बातचीत होने के संकेत प्राप्त हो रहे है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.