तैवान से बातचीत करके अमरीका को आग से खेलना नहीं चाहिये – चीन की नई धमकी

china-threaten-usबीजिंग/तैपेई – अमरीका के पूर्व राजनीतिक अफसरों का शिष्टमंडल तैवान पहुँचा है। तैवान के साथ ऐसी अवैध बातचीत करना अमरीका तुरंत रोक दे और तैवान के मसले में दखलअंदाज़ी करना भी बंद करे, ऐसा इशारा चीन ने दिया है। अमरीका आग से ना खेले, ऐसा कहकर चीन ने अमरीका को नई धमकी दी है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि, अपना सार्वभौम अधिकार स्थापित करने के लिए चीन अपने लड़ाकू विमान तैवान के हवाई क्षेत्र में उड़ान करवाएगा, ऐसा इशारा भी चीन ने दिया है।

मात्र एक दिन पहले ही चीन के २५ लड़ाकू विमानों ने तैवान की सीमा में घुसपैठ की थी। तैवान के लड़ाकू विमानों ने पीछा करते ही चीन के यह विमान भाग निकले। लेकिन, तैवान के हवाई क्षेत्र में चीन की लगातार हो रही घुसपैठ चिंता का विषय बना है। इसके साथ ही चीन लष्करी कार्रवाई करके तैवान पर कब्ज़ा करने की धमकियां दे रहा है। इस पर अमरीका का बायडेन प्रशासन गंभीरता से संज्ञान लेने के लिए मज़बूर है। चीन ने तैवान के खिलाफ बल प्रयोग किया तो वह गंभीर गलती साबित होगी, ऐसा बयान अमरीका के विदेशमंत्री ब्लिंकन ने किया था। साथ ही तैवान की सुरक्षा के लिए अमरीका वचनबद्ध है ऐसा कहकर तैवान भी अपनी सुरक्षा की ताकत रखता है, यह बात भी अमरिकी विदेशमंत्री ने स्पष्ट की थी।

china-threaten-usअमरीका के इस इशारे की हम परवाह नहीं करते, यह बात चीन लगातार साबित कर रहा है। लेकिन, अमरीका के पूर्व राजनीतिक अधिकारी और पूर्व जनप्रतिनिधीयों का शिष्टमंडल तैवान पहुँचने के बाद चीन गुस्सा होने की बात दिख रही है। अमरीका के पूर्व सिनेटर क्रिस डोड, अमरीका के पूर्व उप-विदेशमंत्री रिचर्ड आर्मिटेज और जेम्स स्टेईनबर्ग का इस शिष्टमंडल में समावेश है। अमरीका तुरंत यह चर्चा रोक दे और तैवान में दखलअंदाज़ी करना बंद करे, वरना इसका अमरीका-चीन संबंधों पर बुरा असर पड़ेगा, ऐसी धमकी चीन ने दी है।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ज़ाओ लिजिआन ने चीन के लिए तैवान एक बड़ा संवेदनशील विषय है, इसकी याद भी अमरीका को कराई है। इसी वजह से अमरीका अपने शिष्टमंडल की तैवान के साथ बातचीत करवाकर गलत संदेश ना दे, ऐसा लिजिआन ने आगे कहा। तभी, चीन के सरकारी मुखपत्र ‘ग्लोबल टाईम्स’ के संपादक हु शिजिन ने तो यह दावा किया कि, हमारा देश तैवान के हवाई क्षेत्र में लड़ाकू विमान भेजे जाएंगे। इसके ज़रिये चीन तैवान पर अपना सार्वभौम अधिकार साबित करेगा, ऐसा शिजिन ने कहा हैं।

china-threaten-usइन विमानों पर तैवान ने हमला किया तो फिर इसे सर्वंकष युद्ध का ऐलान समझा जाएगा, ऐसा इशारा शिजिन ने दिया। शिजिन का दावा यानी चीन द्वारा तैवान की आत्मसुरक्षा के लिए हुई तैयारी का जायजा लेने की कोशिशों का हिस्सा होने की बड़ी संभावना है। चीन ने हमला किया तो फिर तैवान आखिर तक जंग लड़ेगा, यह ऐलान तैवान के विदेशमंत्री ने हाल ही में किया था। इसी बीच, तैवान चीन का सामना नहीं कर सकेगा, ऐसी धमकी ग्लोबल टाईम्स ने दी थी। लेकिन, चीन की इस आक्रामता की वजह से अब तक चीन की हरकतों को अनदेखा करता रहा बायडेन प्रशासन भी अपनी विश्‍वसनीयता बरकरार रखने के लिए चीन के खिलाफ कुछ कदम उठाने के लिए मज़बूर होता दिखाई दे रहा है।

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