अमरिका तैयार, सिर्फ सौदी के इशारे की प्रतीक्षा – सौदी में ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के बाद ट्रम्प ने किया ऐलान

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन – ‘सौदी अरब के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों का गुनाहगार कौन है, यह हमें ज्ञात है| इस गुनाहगार के विरोध में हमलें करने के लिए अमरिका ने बंदूक तैयार रखी है| अब सिर्फ सौदी के इशारें का इंतजार है’, इन शब्दों में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ईरान पर हमला करने का इशारा दिया| सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों की जिम्मेदारी येमन के हौथी बागियों ने उठाई है, फिर भी इन हमलों के पीछे ईरान ही है, ऐसा सौदी, अमरिका और मित्रदेशों का कहना है| इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने ईरान के विरोध में बिगुल फुंका है|

सौदी के ‘अबकैक’ और ‘खुरैस’ ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के लिए ईरान ही जिम्मेदार होने का आरोप राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया| लेकिन, ईरान ने सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हुए इन हमलों से अपना लेना देना ना होने की बात कही है| ईरान की इस प्रतिक्रिया पर गुस्सा हुए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ईरान को फिर से धमकाया है|

‘अमरिका के ड्रोन अपनी सीमा में घुंसे है, यह आरोप करके ईरान ने अमरिका का ड्रोन गिराया था| असल में यह ड्रोन ईरान की सीमा में नही था| लेकिन, उस बार झुठ बोलनेवाले ईरान ने यही सिलसिला कायम रखा है| सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के विषय में भी ईरान वही कर रहा है, यह फटकार भी उन्होंने लगाई|

पिछले दो महीनों से सौदी के ईंदन परियोजना एवं ऑइल टैंकर्स पर हमलें हो रहे है| लेकिन, पहली बार राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सौदी के इंधन परियोनाओं पर हुए हमलों के बाद ईरान पर हमला करने के संकेत दिए है| इसकी गुंज दुनियाभर में सुनाई देने लगी है| सौदी पर हुए इन हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराकर अमरिका कार्रवाई ना करें, यह निवेदन चीन ने किया है| लेकिन, ईरान की आक्रामक गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर अमरिका ने पहले ही ईरान के विरोध में लष्करी कार्रवाई करने की बडी तैयारी की है और अब राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इसी तैयारी का दाखिला दे रहे है|

अमरिका की विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस अब्राहम लिंकन’ अभी भी पर्शियन खाडी और हिंद महासागर क्षेत्र में तैनात है| करीबन ९० लडाकू विमान और हेलिकॉप्टर्स के सज्जित इस विशाल विमान वाहक युद्धपोत के अलावा अमरिका के बॉम्बर्स विमान, लंबी दूरी तक गश्त करनेवाले विमान और ‘पैट्रियॉट’ मिसाइल विरोधी यंत्रणा भी तैनात की गई है| साथ ही पर्शियन खाडी की सुरक्षा के लिए ब्रिटेन के तीन युद्धपोत इस समुद्री क्षेत्र में पहुंची है|

ईरान पर हमलों के लिए अमरिका ने बिगुल फुंका है और ऐसे में सौदी ने भी कुछ घंटे पहले ईरान को चेतावनी दी थी| हमारें ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों का जवाब देने के लिए आवश्यक तैयारी और क्षमता होने की घोषणा सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने की है| अगले समय में ईरान के विरोध में युद्ध शुरू हुआ तो संयुक्त अरब अमिरात, बाहरीन, कुवैत, इजिप्ट इन अरब देशों का गठबंधन सौदी के पक्ष में उतरेगा| वही, ईरान के पक्ष में कौन से देश युद्ध में उतरेंगे, यह बात अभी स्पष्ट नही हुई है, फिर भी रशिया, चीन और तुर्की इन देशों का समर्थन ईरान को प्राप्त होगा, यह बात तय समझी जा रही है|

साथ ही लेबनान में हिजबुल्लाह, गाजापट्टी की हमास और इस्लामिक जिहाद और येमन के हौथी बागियों का ईरान प्रभावी इस्तेमाल कर सकता है| इसके अलावा अमरिका और मित्रदेशों के गुट ने ईरान पर हमला किया तो इस्रायल पर हमला करके अमरिकी हितसंबंधों को चुनौती दी जाएगी, ऐसा ईरान ने इससे पहले ही धमकाया था|

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