युक्रैन को धमका रही रशिया को अमरीका ने दिया परिणामों का इशारा – अमरिकी रक्षामंत्री मित्रदेशों के दौरे पर

us-russiaवॉशिंग्टन/किव्ह/मास्को – ‘युक्रैन की सीमा के करीब रशियन सेना की तैनाती को लेकर अमरीका ने मित्रदेशों से संपर्क किया है। इसके लिए रशिया को सीधे और अप्रत्यक्ष परिणामों का सामना करना पड़ेगा, इसका ऐलान जल्द ही होगा’, ऐसा इशारा अमरीका के वाईट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने दिया। तभी, अमरिकी रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन मित्रदेशों का दौरा कर रहे हैं और वह नाटो के मुख्यालय की भी यात्रा करेंगे। ब्लैक सी क्षेत्र में अमरीका दो विध्वंसक तैनात करने की तैयारी में है। इसी बीच रशिया के साथ विवाद अधिक बिगड़ा तो अमरिकी जनता पर ७१५ अरब डॉलर्स का अतिरिक्त खर्चा बढ़ेगा, ऐसा इशारा रशिया के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़ाखारोवा ने दिया है।

us-russiaरशिया के टैंक, लष्करी गाड़ियां, मिसाइल यंत्रणा और सैनिकों ने युक्रैन को घेरने के फोटो और खबरें सामने आ रहे हैं। वर्ष २०१४ में युक्रैन से कब्जे के लिए क्रिमिया में ही रशिया के ३२,७०० सैनिक तैनात होने के दावे किए जाते हैं। इसके अलावा लुगान्स और डोनेटस्क में रशिया समर्थक विद्रोहियों के समर्थन के लिए भी रशियन सैनिकों की तैनाती हुई है। युक्रैन ने भी डोन्बास की सीमा के करीब बड़ी मात्रा में सेना की तैनाती की है। इसके अलावा युक्रैन ने नाटो की सदस्यता की माँग करके रशिया को उकसाया है। इस वजह से छह वर्ष के बाद युक्रैन-रशिया की सीमा पर फिर से संघर्ष की स्थिति निर्माण होने का दावा किया जा रहा है।

us-russiaइसी विवाद में अमरीका भी उतरी है और वाईट हाउस की प्रवक्ता साकी ने रशिया को इशारा दिया है। ‘युक्रैन एवं अन्य हिस्सों में अस्थिरता निर्माण कर रही रशिया की हरएक कार्रवाई को अमरीका प्रत्युत्तर देगी, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के साथ फोन पर अपने पहले संपर्क के दौरान स्पष्ट की थी। रशिया को दिए जानेवाले इस प्रत्युत्तर का समय अमरीका तय करेगी’, ऐसा साकी ने कहा।

इसके अलावा युक्रैन की पूर्वी सीमा पर सेना तैनात करके रशिया अपनी आक्रामकता दिखा रही है, ऐसा आरोप साकी ने लगाया। इसके विरोध में अमरीका इस क्षेत्र में अपने मित्रदेशों से संपर्क बनाए होने की बात साकी ने कही। इसमें युक्रैन के साथ यूरोप के सहयोगी और मित्रदेशों का समावेश होने की जानकारी साकी ने प्रदान की। रशिया-युक्रैन का यह विवाद जारी होते हुए अमरीका के रक्षामंत्री ऑस्टिन ब्रिटेन, जर्मनी और नाटो के मुख्याल को भेंट दे रहे हैं।

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