अमरिका की साइबर सुरक्षा पर हमले यह सन २०१८ का सबसे बड़ा खतरा – गुप्तचर यंत्रणा का इशारा

वॉशिंग्टन: अमरिका की साइबर सुरक्षा खतरे में है और उसपर सतत हमले हो रहे हैं और यह साइबर हमले इस साल का सबसे बड़ा खतरा होने का इशारा, अमरिकी गुप्तचर प्रमुखों ने दिया है। अमरिका के छह प्रमुख गुप्तचर यंत्रणाओं के प्रमुखों की मंगलवार को संसदीय समिति के सामने विशेष सुनवाई हुई। इस सुनवाई में गुप्तचर प्रमुख ने साइबर हमलों का प्राधान्यरूपसे उल्लेख करते हुए रशिया, चीन और ईरान यह अमरिका पर साइबर हमले करने वाले प्रमुख देश होने का खुलासा किया है।

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इस साल अमरिका के संसदीय चुनाव होने वाले हैं और प्रतिनिधिगृह की ४३५ सीटों के लिए और सिनेट की ३४ सीटों के लिए मतदान होने वाला है। राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान रशिया के हस्तक्षेप के बारे में हुए आरोपों की पृष्ठभूमि पर इस चुनाव में भी रशिया के हस्तक्षेप के मुद्दे पर जोरदार चर्चा शुरू हुई है। पिछले हफ्ते में ही, अमरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने, चिउनव में रशिया ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो उसके परिणाम होंगे, ऐसा स्पष्ट इशारा दिया था।

इस पृष्ठभूमि पर संसदीय समिति के सामने हुई सुनवाई में गुप्तचर प्रमुखों ने दिया हुआ इशारा महत्वपूर्ण साबित होता है। ‘अमरिका पर लगातार साइबर हमले हो रहे हैं और विविध समूह अमरिका को हर मुद्दे पर लक्ष्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं। जिसमें अमरिका के उद्योगों से लेकर स्थानीय प्रशासन तक उपक्रमों का समावेश है। अमरिका में दरार डालने के लिए साथ ही अमरिकी मूल्यों को पराजित करने के लिए चुनाओं का एक अवसर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है’, ऐसा इशारा ‘नेशनल इंटेलिजेंस’ के प्रमुख डैनिअल कोट्स ने दिया है। इस समय उन्होंने रशिया के साइबर हमलों के लिए ‘सोशल मीडिया’ का इस्तेमाल किए जाने का दावा भी किया है।

कोट्स ने दिए इशारे की सीआईए के प्रमुख माइक पॅंपीओ ने भी पुष्टि की है। सीआईए प्रमुख ने रशिया के साथ ही उत्तर कोरिया के खतरे की तरफ भी ध्यान आकर्षित किया है। इस सुनवाई में ‘एफबीआई’ और ‘एनएसए’ के प्रमुख भी उपस्थित थे।

अमरिका के चुनाव में रशिया का हस्तक्षेप यह अब अमरिका की अंतर्गत राजनीति का महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। सन २०१६ में हुए राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनाव में हिलरी क्लिंटन को हराने के लिए और डोनाल्ड ट्रम्प को जिताने के लिए रशिया ने हस्तक्षेप किया था, ऐसा आरोप लगाया जा रहा है। इस आरोप की पूछताछ शुरू हुई है और इस पूछताछ में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प हस्तक्षेप करने के दावे भी किए जा रहे हैं। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को ख़ारिज किया है।

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