अमरिका-चीन व्यापारयुद्ध में भारत चीन का साथ दे – चीन के राजदूत का निवेदन

बीजिंग – अमरिका के एकतरफा और बचावात्मक व्यापारी निती के विरोध में भारत चीन का साथ दे, यह निवेदन चीन ने किया है| अमरिका के साथ व्यापार युद्ध शुरू होते हुए चीन को भारत की सहायता की जरूरत होने का एहसास हो रहा है और चीन के भारत में नियुक्त राजदूत सन वुईडॉंग ने इसके लिए भारत को निवेदन दिया है| साथ ही भारत और चीन में शुरू व्यापार में भारत को काफी बडा नुकसान उठाना पड रहा है और अगले समय में यह नुकसान कम करने के लिए चीन और भी कोशिश करेगा, यह वादा राजदूत वुईडॉंग ने किया है|

भारत और चीन को अमरिका के एकतरफा और बचावात्मक व्यापारी निती का झटका लग रहा है और दोनों देशों ने इसके विरोध में एक होना जरूरी है, यह दावा चीन के राजदूत ने किया| लेकिन, व्यापारयुद्ध शुरू होने के बाद आज अमरिका की व्यापारी निती पर दोषारोप कर रहा चीन इससे पहले भारत को लेकर खुद बेपरवाह था, यह बात अपने फायदे के लिए भूल चुका है| भारत भी इस बात को भूल जाए, इसके लिए चीन की कोशिश शुरू है| इसी लिए भारत की औषध कंपनियां, कृषी उत्पाद के लिए अपना बाजार खुला करने की तैयारी चीनने दिखाई है| दशक से हो रही भारत की इस मांग को अनदेखा करते रहे चीन ने अब इस मांग का गंभीरता के साथ विचार करना शुरू किया है, यह बात ध्यान केंद्रीत करती है|

भारत और चीन में सालाना ९५.५ अरब डॉलर्स द्विपक्षीय व्यापार हो रहा है| इसमें भारत को ५७ अरब डॉलर्स से भी अधिक व्यापारी नुकसान उठाना पड रहा है| ऐसा होते हुए भी पिछले वर्ष की तुलना में इस नुकसान में पांच प्रतिशत कमी हुई है, इस पर भारत संतोष जताए, यह उम्मीद चीन के राजदूत ने व्यक्त की है|  इतना ही नही, बल्कि भारत से चीन को रही चावल और शक्कर की निर्यात दोगुनी बढाई है, इस ओर राजदूत वुईडॉंग ने ध्यान केंद्रीत किया| अगले दिनों में भारत के कृषी उत्पाद समेत औषध कंपनियों के लिए भी चीन अपना बाजार खुला करेगा, यह आमिश राजदूत वुईडॉंग ने दिखाया है|

अमरिका के साथ व्यापारयुद्ध शुरू होने से चीन भारत को लेकर उदारता दिखा रहा है| लेकिन, अभी भी भारत को लाभ होगा, ऐसे निर्णय करने में चीन तैयार नही है| बल्कि लगातार भारत के हितसंबंधों को झटका देनेवाले निर्णय करके चीन भारतीयों के लिए अपने कम किमत के उत्पादों का विकल्प नही है, यही दावे करता रहा है| अब स्थिति में बदलाव हुआ है और चीन को भारत के सहयोग की जरूरत होने का एहसास हो रहा है|

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