तुर्की में वर्ष २०१६ में हुए नाकाम विद्रोह के पीछे अमरीका का हाथ – तुर्की के मंत्री ने लगाए आरोप से सनसनी

turkey-usअंकारा/वॉशिंग्टन – तुर्की में एर्दोगन की हुकूमत का तख्ता पलटने के लिए वर्ष २०१६ में हुए विद्रोह के पीछे अमरीका का हाथ था, ऐसा आरोप तुर्की के अंदरुनि रक्षामंत्री सुलेमान सोयलु ने खुलेआम किया है। तुर्की के इस आरोप से सनसनी मची है और अमरीका ने तुरंत यह आरोप ठुकरानेवाला निवेदन जारी किया है। तुर्की बीते कुछ दिनों में अमरीका और यूरोप समेत अन्य देशों के साथ संबंधों में सुधार करने के लिए गतिविधियां करने में जुटा होने की बात सामने आयी थी। ऐसे में तुर्की के वरिष्ठ मंत्री का यह बयान ध्यान आकर्षित कर रहा है। इस घटना के बाद मात्र २४ घंटों में ही अमरीका के रक्षा विभाग ने पत्रकार परिषद का आयोजन करके तुर्की ने ‘एस-४००’ मिसाइल यंत्रणा खरीदने के मुद्दे पर अमरीका की सख्त भूमिका अभी कायम होने की बात कही है।
turkey-usतुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन की हुकूमत का तख्ता पलटने के लिए वर्ष २०१६ में सेना ने बगावत की थी। इस दौरान हुए संघर्ष में कम से कम २५० लोग मारे गए थे और हजारों घायल हुए थे। इस विद्रोह के पीछे तुर्की के धार्मिक नेता फेतुल्लाह गुलेन और उन्होंने गठित किए संगठन का हाथ होने का आरोप एर्दोगन ने किया था। इसके बाद तुर्की की यंत्रणाओं ने फेतुल्लाह गुलेन के समर्थक एवं लष्करी अफसरों के विरोध में बड़ी कार्रवाई शुरू की थी। इस विद्रोह के बाद एर्दोगन ने तुर्की के संविधान में काफी अहम बदलाव किए थे और सत्ता पर अपनी पकड़ अधिक मज़बूत करने में कामयाबी हासिल की थी।
turkey-usबीते कुछ वर्षों में एर्दोगन ने अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए अफ्रीका और एशियाई महाद्विप में जोरदार गतिविधियां शुरू की थीं। तुर्की की इस आक्रामकता से अमरीका के साथ-साथ यूरोपिय और खाड़ी देश भी नाराज़ हुए हैं। अमरीका और यूरोप ने तुर्की पर प्रतिबंध लगाए हैं और इसके परिणाम तुर्की की अर्थव्यवस्था पर होते हुए दिखाई देने लगे हैं। इस वजह से निर्माण हुई मुश्‍किलों की घेराबंदी तोड़ने के लिए राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने इस्रायल, ग्रीस समेत यूरोपिय देशों के साथ संबंध सुधारने के संकेत दिए थे। इसके लिए ज़रूरी कदम बढ़ाए जा रहे हैं तभी तुर्की के मंत्री ने यकायक वर्ष २०१६ में हुए विद्रोह का मुद्दा उठाकर इसके पीछे अमरीका का हाथ होने का आरोप करना चौकानेवाला समझा जा रहा है।
turkey-usअमरीका के नए राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन और प्रशासन तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने अपनाई नीति के विरोधक के तौर पर जाने जाते हैं। बायडेन के साथ-साथ प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और नेताओं ने तुर्की के विरोध में कदम उठाने के संकेत भी दिए हैं। ऐसी पृष्ठभूमि पर अमरीका के साथ संबंध सुधारने की आवश्‍यकता होने के समय तुर्की के मंत्री का यह बयान तनाव अधिक बढ़ानेवाला होने की बात समझी जा रही है। तुर्की के मंत्री ने किए बयान अमरीका ने तुरंत ठुकराए हैं और उनका यह बयान पूरी तरह से गलत होने का इशारा भी दिया है। इसके बाद अमरीका के रक्षा विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने ‘एस ४००’ मिसाइल यंत्रणा के मुद्दे पर तुर्की को लक्ष्य करके दोनों देशों में तनाव अभी खत्म ना होने के स्पष्ट संकेत दिए हैं।

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