अफ़गानिस्तान के हेल्मंड़ में जारी हवाई हमलों में तालिबान समेत पाकिस्तान के ३० आतंकी ढ़ेर

Pakistani-terrorists-Afghanistanकाबुल – अफ़गान सेना ने बीते चौबीस घंटों के दौरान १५ प्रांतों में कार्रवाई करके ३८५ तालिबानी आतंकियों को मार गिराया। इनमें से हेल्मंड़ में किए गए हवाई हमलों में मारे गए तालिबानी आतंकियों में ३० पाकिस्तानी होने का ऐलान अफ़गान रक्षा मंत्रालय ने किया है। इस वजह से अफ़गानिस्तान में जारी संघर्ष में पाकिस्तानी आतंकी संगठन भी शामिल होने की बात फिर से स्पष्ट हुई है।

अफ़गानिस्तान में हो रहे रक्तपात के पीछे पाकिस्तान होने का आरोप संयुक्त राष्ट्रसंघ में नियुक्त अफ़गान राजदूत गुलाम इसकज़ई ने कुछ घंटे पहले ही लगाया था। हम तालिबान के प्रवक्ता का काम नहीं करते, यह दावा पाकिस्तान ने कई बार किया हो, लेकिन पाकिस्तान में ही तालिबान को सुरक्षित स्वर्ग प्राप्त हुआ है, यह आरोप इसकज़ई ने लगाया था। तालिबान को आवश्‍यक सभी सामान की आपूर्ति पाकिस्तान से ही हो रही है, यह बयान करके इसकज़ई ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद ने बुलाई बैठक में पाकिस्तान का असली चेहरा सामने लाया।

Pakistani-terrorists-Afghanistan-01अफ़गानिस्तान ने बीते महीने से कई अंतरराष्ट्रीय बैठकों एवं परिषदों में तालिबान और पाकिस्तान के ताल्लुकात होने का स्पष्ट ज़िक्र करना शुरू किया है। अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की मौजूदगी में ही यह आरोप लगाया था। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान और आतंकियों के सहयोग की पोल खोली जा रही है। तालिबानी आतंकियों की गाड़ियाँ अफ़गान-पाकिस्तान सीमा पार करने के फोटो भी प्रसिद्ध हो रहे हैं।

कनाड़ा के पूर्व मंत्री क्रिस अलेक्जांडर ने पाकिस्तानी सीमा का फोटो प्रसिद्ध किया। इसमें तालिबान के आतंकी पाकिस्तान की सीमा से अफ़गानिस्तान में घुसपैठ करने की प्रतिक्षा में बैठे होने का दावा अलेक्जांडर ने किया था। अफ़गानिस्तान के उप-राष्ट्राध्यक्ष अमरुल्ला सालेह ने भी अलेक्जांडर के दावे का समर्थन किया। इस वजह से पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने की जोरदार माँग अफ़गानिस्तान ने की है।

ऐसी स्थिति में अफ़गान सेना द्वारा हेल्मंड़ प्रांत में कार्रवाई करके ३० पाकिस्तानी आतंकी ढ़ेर होने का ऐलान करके पाकिस्तान की फिर से पोल खोल दी है। पाकिस्तानी सीमा के पास स्थित हेल्मंड़ प्रांत तालिबान के लिए बड़ा अहम समझा जाता है। दो दशक पहले हेल्मंड़ प्रांत ही तालिबान का सत्ता केंद्र था। साथ ही वहां के नशीले पदार्थों के ब्योपार पर ही तालिबान और इस आतंकी संगठन से जुड़े गुटों का अर्थमिति निर्भर थी। इस वजह से हेल्मंड़ प्रांत पर कब्ज़ा करने के लिए तालिबान जोरदार कोशिश कर रही है, यह दावा हो किया जा रहा है।

हेल्मंड़ के साथ ही तालिबान ने कंदहार, हेरात, जोवज़ान, कपिसा, नांगरहार, लोगार, गज़नी, पाकतिका, मैदान वरदाक, बघलान, तखर, समांगन और फराह प्रांतों में हमले तेज़ किए हैं। अफ़गान सेना ज़मीनी कार्रवाई के साथ ही हवाई हमलों के ज़रिये तालिबान और उनके सहयोगियों को लक्ष्य कर रही है। अफ़गानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने जारी की हुई जानकारी के अनुसार बीते चौबीस घंटो के दौरान तालिबान के ३८५ आतंकी ढ़ेर और २१० घायल हुए।

बीते दो दिनों के दौरान अफ़गान सेना ने तालिबान के करीबन ८०० आतंकियों को मार गिराया है। इसी बीच तालिबान ने जोवज़ान प्रांत की राजधानी शेबेरघन पर कब्ज़ा करने का दावा किया जा है। इसके अलावा झारांज शहर के जेल पर हमला करके तलिबान ने अपने साथियों को रिहा करने की जानकारी भी सामने आ रही है।

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