वायुसेना ने किया ‘आकाश’ और ‘इग्ला’ का परीक्षण

मुंबई – भारतीय वायुसेना ने आंध्र प्रदेश के सूर्यालंका एअरफोर्स स्टेशन से स्वदेशी ‘आकाश’ और रशियन निर्माण के ‘इग्ला’ मिसाइलों का परीक्षण किया। वायुसेना के अड्डे पर २३ नवंबर से २ दिसंबर के दौरान युद्धाभ्यास का आयोजन हुआ। इस दौरान इन मिसाइलों का परीक्षण किए जाने की बात कही जा रही है। इन मिसाइलों के परीक्षण के समय उप-वायुसेना प्रमुख एअर मार्शल हरजीत सिंह अरोरा भी उपस्थित थे। किसी भी स्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयार रहने का संदेश भी इस दौरान एअर मार्शल अरोरा ने दिया।

india-navy-akash-igla-missilesचीन के साथ तनाव बढ़ने के बाद भारतीय रक्षाबल लगातार अलग अलग मिसाइलों के परीक्षण कर रहे हैं। साथ ही किसी भी स्थिति का मुकाबला करने की तैयारी की जा रही है। मंगलवार के दिन आंध्र प्रदेश के सूर्यालंका एअरफोर्स स्टेशन से दो मिसाइलों का परीक्षण किया गया। भारत ने निर्माण किए ‘आकाश’ मिसाइल के साथ रशिया के बने ‘इग्ला’ मिसाइल का भी परीक्षण किया गया।

‘आकाश’ और ‘इग्ला’ मिसाइल ज़मीन से हवां में हमला करनेवाले मिसाइल हैं और भारतीय थलसेना एवं वायुसेना में भी तैनात हैं। चीन के साथ बढ़े तनाव की पृष्ठभूमि पर भारत ने ‘एलएसी’ के करीब ‘आकाश’ और ‘इग्ला’ की तैनाती की है। भारत की हवाई सीमा की सुरक्षा के लिए यह मिसाइल काफी अहम हैं। इस पृष्ठभूमि पर यह परीक्षण किया गया।

एअर मार्शल अरोरा ने वायुसेना के सैनिकों की इस अवसर पर सराहना की। कोरोना की महामारी के दौरान भी पूरा और सभी तरह का ध्यान रखकर यह परीक्षण और युद्धाभ्यास किया गया, यह बड़ी सराहना की बात है। किसी भी स्थिति का मुकाबला करने के लिए सैनिकों को तैयार रहना होगा, यह बयान भी उप-वायुसेनाप्रमुख ने इस दौरान किया।

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