अफ़गानिस्तान में तालिबान और आयएस के हमले में ५० लोगों की मृत्यू

काबुल: तालिबान और ‘आयएस’ इन आतंकवादी संघटनोंने साथ मिलकर अफगाणिस्तान में किये हमले में ५० से अधिक लोगों की मृत्यु हो गयी है। इस हमले के जरिए अफ़गानिस्तान में स्वतंत्ररूप से हमले करनेवाले तालिबान और आयएस अब एक होने की बात स्पष्ट हुई है, यह ख़बर अफ़गानिस्तान के यंत्रणाने दी है। तालिबान के हमले अफ़गानी लष्कर के लिए अब तक सिरदर्द बने था और अब आयएस के सहयोग से अफ़गानिस्तान में अस्थिरता और बढ़ेगी यह दावा किया जा रहा है। दौरान, अफ़गानी यंत्रणा के यह दावे तालिबान ने झुटला दिए है।

तालिबान और आयएसअफ़गान यंत्रणाने दी जानकारी के अनुसार, अफ़गानिस्तान के उत्तर में सर-ए-पुल प्रान्त में आतंकियोंने हमला करके ‘मिर्ज़ावालंग’ नामक शहर पर कब्ज़ा किया था। स्थानीय पुलिसने ४८ घंटों के संघर्ष में आतंकियों को रोक रखा था। पर इस संघर्ष में आतंकियों ने शहर पर कब्ज़ा कर लिया था। मिर्ज़ावालंग शहर के हमले में दो आतंकी संघटना शामिल हुए थे यह दावा स्थानीय पुलिस कर रहे है। इन दोनों संघटनों ने बेमालूम ज़ख्मी का कतल करने की जानकारी यंत्रणाने दी।

तालिबान और आयएसअफ़गान यंत्रणा की जानकारी नुसार, तालिबान और आयएस इन दोनों आतंकी संघटन में एकता हुई है। पिछले कई दिनों से तालिबानी हमले बढ़े है और आतंकियों से अफ़गानी लष्कर और नाटो पर निशाना साधा जा रहा है। अफ़गानिस्तान के इन हमलों के लिए पाकिस्तान का हक्कानी नेटवर्क जिम्मेदार होने का आरोप अमरीकाने किया है। साथ ही अफ़गानिस्तान में होनेवाले हमलों को रोकने के लिए अमरीका ने अतिरिक्त सेना तैनात करने के संकेत दिए है। सिरिया और इराक़ में हिंसा फ़ैलानेवाली ‘आयएस’ संघटना अफ़गानिस्तान में बसने का प्रयास कर रहा है। इसलिए इन दोनों संघटन में हुई एकता अफ़गानी लष्कर, अमरीका और नाटो लष्कर के किये चेतावनी मानी जा रही है।

पर अफ़गानिस्तान स्थित तालिबान का प्रवक्ता ज़बिउल्ला मुजाहिदने अफ़गानी यंत्रणा का यह दावा झुठलाया है। ‘तालिबान के शत्रुने यह दुष्प्रचार किया है जिसमे कोई सच्चाई नहीं। ‘सर-ए-पुल’ प्रान्त में ‘आयएस’ का अस्तित्व नहीं है और यहाँ हुए हमले तालिबानी कमांडर घजनफ़र के नेतृत्व में किये गए’ यह जानकारी मुजाहिदने दी। इसलिए अफ़गानिस्तान के संघर्ष में तालिबान और आयएस एक साथ नहीं होने की बात तानिबानी प्रवक्ताने की।

 अमरीका मरिन्स तैनात करेगा

वॉशिंगटन: अफ़गानिस्तान के दक्षिण में हेल्मंड प्रांत तालिबान की चुंगल से छुडाने के लिए अमरीका मरिन्स पथक को रवाना कर रही है। इसके अतिरिक्त मरिन्स तैनातीसे हेल्मंड प्रांत में कारवाई आसान होंगी यह दावा किया जा रहा है।

अमरीका ने पहले ही हेल्मंड प्रांत में ३०० से अधिक सैनिक तैनात किये थे। पर अमरीका के सेंट्रल कमांडने दिए जानकारी नुसार, जल्द ही १०० मरिन्स अफ़गानिस्तान में दाखिल होंगे। इस तैनाती का राष्ट्रपति ट्रम्प के अफ़गान तैनाती से संबंध न होकर पूर्णरूप से स्वतंत्र कारवाई होने की बात सेंट्रल कमांडने कही है।

 

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