पाकिस्तान के हमलों के विरोध में अफ़गानिस्तान की संयुक्त राष्ट्रसंघ में शिक़ायत

काबुल – पाकिस्तान ने अफ़गानिस्तान के सरहदी क्षेत्र में शुरू किए हमलों के विरोध में अफ़गानिस्तान ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में गुहार लगाई है। अफ़गानिस्तान ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में इन हमलों का निषेध करनेवाला खत दिया है। पाकिस्तान के हमलों में १० लोग मारे गए हैं और इनमें चार अफ़गान सैनिक शामिल हैं। साथ ही, अफ़गानिस्तान में ६ से ६.५ हज़ार पाकिस्तानी आतंकी सक्रिय होने की जानकारी संयुक्त राष्ट्रसंघ ने अपनी रिपोर्ट में दर्ज़ की है।

हमलों के विरोध में

पिछले दो सप्ताहों से अफ़गानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर संघर्ष भड़का हुआ है। पाकिस्तानी सेना ने अफ़गानिस्तान की सीमा पर स्थित कुनार प्रांत में मौजूद अफ़गान सेना की चौकियों के साथ रिहायसी इलाकों में हमलें करना शुरू किया हैं। पाकिस्तानी सेना ने इन हमलों के दौरान तोंप एवं राकेटस्‌ का प्रयोग किया है और इन हमलों में १० लोग मारे गए हैं। सरहदी क्षेत्र के कई घरों के साथ अन्य संपत्ति का भी बड़ा नुकसान हुआ है। अफ़गान सीमा सुरक्षा बल ने भी इन हमलों पर जोरदार प्रत्युत्तर दिया है। लेकिन इस  कार्रवाई में कुछ भी नुकसान ना होने का दावा पाकिस्तान ने किया है।

हमलों के विरोध में

अफ़गानिस्तान ने राजनीतिक स्तर पर पाकिस्तान का निषेध किया था। लेकिन, इसके बाद भी पाकिस्तान ने हमलें करना जारी रखा था। आख़िर में संयुक्त राष्ट्रसंघ में नियुक्त अफ़गानिस्तान के राजदूत अदेला राझ ने संयुक्त राष्ट्रसंघ को खत लिखकर, सीमा पर हो रहे पाकिस्तान के हमलों के ख़िलाफ शिक़ायत दर्ज़ की है। पाकिस्तान अफ़गानिस्तान की संप्रभुतावाले क्षेत्र में उकसानेवाली हरकतें कर रहा है। पाकिस्तान आंतर्राष्ट्रीय नियम एवं मानव अधिकारों का उल्लंघन कर रहा है। अफ़गान सरकार इसका कड़ा निषेध करती हैं, यह बात संबंधित पत्र में कही गई है। संयुक्त राष्ट्रसंघ इसकी गंभीरता से दखल लें, यह निवेदन भी अफ़गानिस्तान ने किया है।

पाकिस्तान ने इससे पहले भी अफ़गानिस्तान की सीमा पर ऐसीं हरकत की थी। उस समय भी अफ़गानिस्तान ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में पाकिस्तान के ख़िलाफ शिक़ायत दर्ज़ की थी। इन हमलों के पीछे तालिबान होने का आरोप भी अफ़गानिस्तान से होना शुरू हुआ हैं। वर्ष २०१७ में पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान की सीमा पर दोनों देशों की सेनाओं का ज़ोरदार संघर्ष हुआ था। उस समय दोनों का बड़ा नुकसान हुआ था। इसके बाद भी वहां पर तनाव बना था।

इसी बीच, अफ़गानिस्तान में पाकिस्तान के ६ से ६.५ हज़ार आतंकी सक्रिय होने की रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्रसंघ ने जारी की है। इनमें से अधिकतम आतंकी ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ से जुड़े हैं। साथ ही, आतंकी ‘अल कायदा’ संगठन भी अफ़गानिस्तान के १२ प्रांत में सक्रिय है और आयएस के दो हज़ार से भी अधिक आतंकी अफ़गानिस्तान में मौजूद होने की बात इस रिपोर्ट में कही गई है।

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