अफगानिस्तान के बम विस्फोट का भारत से निषेध

काबुल: अफगानिस्तान के जलालाबाद में रविवार को हुए बम विस्फोट में १९ लोगों की जान गई है उनमें १७ लोग हिंदू एवं सिख समुदाय के होने की जानकारी सामने आई है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घात-पात का कड़े शब्दों में निषेध जताया है। तथा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस बम विस्फोट में बलि जानेवाले लोगों के रिश्तेदारों से भेंट करके उनका मनोबल बढ़ाया है। तथा अफगानिस्तान एवं भारत जिस आतंकवाद का बलि हो रहा है, उसका स्रोत एक ही है, ऐसा कहकर अफगानिस्तान की भारत में स्थित राजदूत शायदा मोहम्मद अब्दाली ने पाकिस्तान पर कड़ी आलोचना की है।

अफगानिस्तान, बम विस्फोट, भारत, नरेंद्र मोदी, निषेध, काबुल, पाकिस्तानअफगानिस्तान के जलालाबाद शहर में रविवार की रात भीषण आत्मघाती हमला हुआ है। इस हमले में अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदू एवं सिख लोगों को लक्ष्य करने की बात स्पष्ट हो रही है। हमले में १९ लोगों की जान गई है, तथा उसमें १० सिख और ७ हिंदू हैं। इसके सिवाय २० लोग जख्मी हुए हैं। हमले में अवतार सिंह खालसा इस सिख नेता की जान गई है। अक्टूबर महीने में अफगानिस्तान में चुनाव हो रहे हैं और अवतार सिंह यह अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित एकमात्र उम्मीदवार थे।

आयएस आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी स्वीकारी है। पर इस रिपोर्ट के अनुसार यह हमला तालिबानियों ने करने की बात सामने आई है। तथा इसके पीछे पाकिस्तान की गुप्तचर संघटना आयएसआय होने के दावे किए जा रहे हैं।

कई वृत्त संस्थाओं ने गुप्तचर संस्था के हवाले से ऐसा दावा किया है। अफगानिस्तान के भारत में स्थित राजदूत अब्दाली ने वैसे ही संकेत दिए हैं। भारत और अफगानिस्तान में जिस आतंकवाद से बलि जा रहे हैं, उसका स्रोत एक ही है, ऐसा आरोप अब्दाली ने किया है। इसलिए भारत और अफगानिस्तान एकजुट से आतंकवाद के विरोध में खड़ा हुआ है ऐसा अब्दाली ने कहा है।

सीधा नाम न लेते हुए अफगानिस्तान के राजदूत का रुख पाकिस्तान की तरफ होने की बात स्पष्ट होती है। अफगानिस्तान में अत्यल्प प्रमाण में धार्मिक अल्पसंख्यक बचे हुए हैं और उन्हें आज भी इस देश में लक्ष्य जा रहा है। रविवार के आत्मघाती हमले के बाद कई सीख धर्मियों ने अफगानिस्तान छोड़कर भारत में वापस आने की इच्छा व्यक्त की है। अफगानिस्तान में १९९० वर्ष से लगभग ढाई लाख हिंदू एवं सिख का वास्तव्य था। पर तालिबान की कठोर सल्तनत इस देश में आने के बाद वहां धार्मिक अल्पसंख्यक होने वाले समुदाय की अवस्था जटिल बन रही है।

दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जलालाबाद में हुए हमले पर दुख व्यक्त करके इस हमले पर निषेध जताया है। यह हमला अफगानिस्तान के बहुसांस्कृतिक समाज पर हुआ हमला है, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा है। इस हमले में भारत-अफगानिस्तान के पक्ष से खड़ा है ऐसा प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया है।

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