अफ़गान सरकार ने जारी किए दो हज़ार तालिबानियों की रिहाई के आदेश

काबूल, (वृत्तसंस्था) – तालिबान ने अफ़गान सरकार के साथ तीन दिनों के लिए युद्धविराम का ऐलान किया था। इसके बाद अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने दो हज़ार तालिबानी कैदियों को रिहा करने के आदेश दिए हैं। इस वज़ह से अफ़गानिस्तान की सरकार और तालिबान के बीच बातचीत के लिए उचित माहौल बना है। ऐसें में, तालिबान ने घोषित किए युद्धविराम के पहले दिन शांति रही होने के कारण अफ़गानिस्तान की जनता भी उसपर संतोष व्यक्त कर रही है।

२९ फरवरी के दिन अमरीका और तालिबान के बीच शांति समझौता किया गया। इस समझौते में अफ़गानिस्तान की जेलों से पाँच हज़ार तालिबानियों को रिहा करने का निर्णय हुआ था। इसके अनुसार अफ़गानिस्तान की सरकार ने क्रमानुसार तालिबानी कैदियों को रिहा करने की बात स्वीकार की थी। इनमें से कुछ कैदी रिहा भी किए गए थे। लेकिन, तालिबान ने अफ़गानिस्तान में हमलें बढ़ाने के बाद राष्ट्राध्यक्ष गनी ने तालिबानी कैदियों को जेल से रिहा करने से इन्कार किया था।

रमज़ान के दौर में तालिबान ने तीन दिनों के लिए युद्धविराम का ऐलान किया। इसके बाद अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष ने सदिच्छा प्रदर्शित करके दो हज़ार तालिबानी कैदियों को रिहा करने का निर्णय किया। साथ ही, अफ़गानिस्तान की सरकार तालिबान के साथ बातचीत करने के लिए तैयार होने का संदेश भी राष्ट्राध्यक्ष गनी ने दिया है। इसपर तालिबान ने अभी कुछ प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की हैं।

इसी बीच, तालिबान ने किए इस युद्धविराम का भारत ने स्वागत किया है। इस युद्धविराम की अवधि बढाएँ, यह निवेदन भी भारत ने किया था। साथ ही, अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने भी तालिबान के इस युद्धविराम का स्वागत किया है। अस्थायी रूप में किया गया यह युद्धविराम यानी अफ़गान सरकार और तालिबान के लिए अवसर साबित होगा। इसका लाभ उठाकर अफ़गानिस्तान में शांति स्थापित करने के प्रयास किये जायें, यह माँग भी पोम्पिओ ने इस अवसर पर की है।

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