सुरक्षा के लिए खतरनाक होने का दावा करके ऑस्ट्रेलिया की चीन के हुवेई कंपनी पर कार्रवाई

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सिडनी – टेलीकॉम क्षेत्र की चीन की अग्रगण्य कंपनी हुवेई से अपनी सुरक्षा को खतरा होने की बात कहते हुए ऑस्ट्रेलिया ने इस कंपनी को ५ जी क्षेत्र में प्रवेश से इनकार करने की तैयारी की है।अमरिका भी हुवेई के कार्रवाई की तैयारी कर रहा है और ऑस्ट्रेलिया ने भी वैसे ही संकेत देने की वजह से इस कंपनी को आनेवाले समय में बहुत बड़ा नुकसान सहन करना होगा, ऐसा दिखाई दे रहा है। ऑस्ट्रेलिया की सुरक्षा को हुवेई से बिल्कुल खतरा ना होने का बयान इस कंपनी ने दिया है। इस कंपनी का नियंत्रण चीन के सरकार से किया जाने का ऑस्ट्रेलिया का आरोप भी इस कंपनी ने ठुकराया है। पर ऑस्ट्रेलिया ने अपने विरोध में निर्णय लिया, तो इसकी वजह से चीन और ऑस्ट्रेलिया के संबंध बिगड़ेंगे ऐसी धमकी इस कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी दे रहे हैं।

ऑस्ट्रेलिया के ५ जी क्षेत्र में कोई कंपनी को प्रवेश दिया, तो उससे सुरक्षा को बहुत बड़ा खतरा हो सकता है। क्योंकि यह कंपनी सीधे चीन की सरकार से नियंत्रित की जाती है। इसकी वजह से इस क्षेत्र में इस कंपनी को प्रवेश देने पर ऑस्ट्रेलिया की मूलभूत सुविधाओं के बारे में संवेदनशील जानकारी चीन के हाथ लग सकती है, ऐसी चिंता ऑस्ट्रेलिया ने व्यक्त की थी। पर हुवेई कंपनी ने उनपर लगे आरोप निराधार होने का दावा किया है। पर चीन के सरकार से अपना संबंध में होने का दावा करते हुए इस कंपनी ने अपने विरोध में ऑस्ट्रेलिया ने निर्णय लेने पर चीन से इसपर प्रतिक्रिया आएगी, ऐसा सूचित किया है।

ऑस्ट्रेलिया के अटॉर्नी जनरल क्रिश्चियन पोर्टर ने इस संदर्भ में अपनी भूमिका स्पष्ट तौर पर प्रस्तुत की है। फिलहाल ऑस्ट्रेलिया की संसद में ‘फॉरेन इंटरफेरेंस बिल’ नामक विधेयक प्रस्तुत किया गया है। यह विधेयक मंजूर हुआ तो इस विवाद की तरफ अलग रूप से देखा जा सकता है, ऐसा दावा पोर्टरने किया है। ऑस्ट्रेलियन सरकार के धारणाओं पर प्रभाव डालने के लिए अन्य देशों के सरकार ने प्रयत्न करने पर उसके विरोध में दाखिल किए कड़ी कार्रवाई का अधिकार ऑस्ट्रेलियन सरकार को इस विधेयक की वजह से मिलने वाला है, ऐसा दाखिला पोर्टरने दिया है।

किसी कंपनी दूसरे देश के सरकार से जोड़ी होगी और दूसरे देश की सरकार इस कंपनी का उपयोग करके लॉबिंग कर रहा होगा, फिर भी कोई बात नहीं है। पर यह सारा प्रकार पारदर्शी होना चाहिए, ऐसी हमारी मांग है। दूसरे देश की सरकार छिपकर ऑस्ट्रेलिया के जनतंत्रवादी सरकार पर प्रभाव नहीं ला सकती, इसका इसे हमारा विरोध होगा, ऐसा पोर्टर ने स्पष्ट किया है। उनके इस विधान से हुवेई कंपनी चीन के सरकार के लिए छिपकर काम करने के संकेत मिल रहे हैं।

दौरान ऑस्ट्रेलिया में चीन के हस्तक द्वारा बड़े तादाद में घुसपैठ का आरोप ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल इनके सरकार से किया जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया के विश्लेषक भी चेतावनी दी रहे हैं और चीन से अपने देश सतर्क रहें, ऐसा विश्लेषक सूचित कर रहे हैं। उनके इस पृष्ठभूमि पर ऑस्ट्रेलियन सरकार ने चीन को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की तैयारी की है और ‘फॉरेन इंटरफेरेंस बिल’ यह उसी का भाग होता दिखाई दे रहा है।ऑस्ट्रेलिया सरकार फिलहाल होनेवाले इस निर्णय का चीन के साथ संबंधों पर अपरिहार्य परिणाम होगा, इसका एहसास ऑस्ट्रेलिया के विश्लेषक करके दे रहे है।

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