पाकिस्तान की आतंकियों के विरोध में कारवाई यानी धूलफेंक – भारतीय विदेश मंत्रालय का आरोप

नई दिल्ली – हफीज सईद जैसे आतंकी पर दिखाने के लिए कार्रवाई और दाऊद इब्राहिम अपने देश में होने से इन्कार करके पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना दोगलापन दुनिया के सामने दिखाया है| भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रविश कुमार ने पाकिस्तान के इस दिखावे का पर्दाफाश किया है और यह कार्रवाई यानी पाकिस्तान की धूलफेंक है और यह कभी भी सफल नही होगी, यह इशारा दिया है|

ब्रिटेन में दाऊद का समर्थक जबिर मोटी की गिरफ्तारी हुई है और अमरिका ने उसके प्रत्यर्पण की मांग की है| इससे जुडी सुनवाई के दौरान अमरिका ने दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में होने का आरोप किया| इस पर पाकिस्तान ने जल्दबाजी में इन्कार किया| दाऊद इब्राहिम हमाले देश में मौजूद ना हो का खुलासा पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैझल ने किया|

साथ ही फिलहाल ‘फायनान्शिअल एक्शन टास्क फोर्स’ (एफएटीएफ) की कार्रवाई के डर से पाकिस्तान ने आतंकियों पर दिखाने के लिए कार्रवाई शुरू की हुई दिखाई दे रही है| मुंबई पर हुए आतंकी हमले का सूत्रधार हफीज सईद के साथ कुल १२ लोगों पर पाकिस्तान ने गुनाह दाखिल किए है| ‘टेरर फंडिंग’ यानी आतंकियों को पैसे सप्लाई करने की तकरार इन सभीयों के विरोध में की गई है| हफीज सईद जैसे आतंकी पर लगाया यह आरोप हास्यास्पद है| पहले भी पाकिस्तान ने अलग मामले में सईद पर कार्रवाई करके उसे नजरबंद किया था|

इस पृष्ठभूमि पर भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की आलोचना की है| हफीज सईद जैसे आतंकी पर दिखावे के लिए कार्रवाई करके और दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में होने से इन्कार करके पाकिस्तान ने फिर से अपना दोगलापन दिखाया है| दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में ही है और यह बात भारत ने समय समय पर सामने रखी थी| इस दौरान भारत ने दाऊद के पाकिस्तान के ठिकानों का पते की जानकारी भी दी थी, इसकी याद रविश कुमार ने दिलाई|

इस वजह से ऐसी कार्रवाई करके पाकिस्तान हम आतंकियों के विरोध में कार्रवाई करने का चित्र खडा कर रहा है| लेकिन, इस धुलफेंक का भारत बलि नही होगा, यह कहकर रविश कुमार ने पाकिस्तान को फटकार लगाई है| इस दौरान पाकिस्तान हफीज सईद और अन्य आतंकी नेताओं पर कर रही कार्रवाई के पीछे ‘एफएटीएफ’ के प्रतिबंधों का डर होने की बात कही जा रही है| फिलहाल ‘एफएटीएफ’ की ग्रे लिस्ट में शामिल पाकिस्तान का समावेश आगे ब्लैक लिस्ट में करें या नही, इसका निर्णय अक्टुबर में होगा|

उससे पहले पाकिस्तान अपनी आतंकी प्रतिमा में सुधार करने की कडी कोशिश कतरा दिख रहा है| लेकिन, ऐसा होते हुए भी पाकिस्तान आतंकियों के विरोध में कडी कार्रवाई करने से दूर रह रहा है, यह बात फिर एक बार स्पष्ट हुई है| ऐसी स्थिति में भारत ने पाकिस्तान को सवालों के कटघरें में खडा किया दिख रहा है| इस दौरान, जल्द ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान अमरिका की यात्रा करके राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प से भेंट करेंगे, ऐसे समाचार प्राप्त हो रहे है| इससे पहले अमरिकी यंत्रणाओं ने दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में होने का ऐलान करके पाकिस्तान पर दबाव बनाया दिखाई दे रहा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.