अफ़गान राजदूत की बेटी के अपहरण की तीव्र गूँज सुनाई दे रही है – पाकिस्तान के राजदूत को अफ़गानिस्तान ने थमाया समन्स

काबुल/इस्लामाबाद – पाकिस्तान में नियुक्त अफ़गानिस्तान के राजदूत नजिबुल्लाह अलीखिल की बेटी सिलसिला के हुए अपहरण की तीव्र गूँज सुनाई दे रही है। शनिवार के दिन अफ़गान सरकार ने पाकिस्तानी राजदूत को समन्स थमाकर इस घटना पर कड़े शब्दों में निषेध दर्ज़ किया। अफ़गान जनता के मन में भी इस मामले को लेकर बड़े गुस्से की भावना है। राजधानी काबुल में पाकिस्तानी दूतावास के बाहर प्रदर्शन करके अफ़गान जनता ने अपना असंतोष जताया। तभी, अफ़गानिस्तान की महिला सांसदों ने पाकिस्तानी संसद को तीखे शब्दों में खत लिखकर अफ़गान राजदूत की बेटी के मामले से राजनीतिक संकेतों का भंग होने का आरोप लगाया है।

afghan-envoy-daughter-kidnappingअफ़गान राजदूत नजिबुल्लाह अलीखिल की २६ वर्षीय बेटी सिलसिला अलीखिल का शुक्रवार की दोपहर के समय सुपर मार्केट से घर लौटते वक्त अपहरण किया गया था। कुछ घंटों बाद उसकी रिहाई की गई। लेकिन, रिहा करने से पहले सिलसिला की काफी प्रताड़ना की गई। इस वजह से रिहाई के तुरंत बाद सिलसिला को अस्पताल में दाखिल किया गया। इस घटना की तीव्र गूँज सुनाई दे रही है और अफ़गानिस्तान की सरकार ने इस मामले के विरोध में आक्रामक भूमिका अपनाई है। इसी दौरान अफ़गान सरकार ने शनिवार के दिन पाकिस्तानी राजदूत मन्सूर अहमद खान को समन्स थमाए। इस दौरान सिलसिला अलीखिल के अपहरण के मामले की अधिकृत शिकायत दर्ज़ की गई। इसके साथ ही इस घटना पर तीव्र निषेध भी दर्ज़ किया गया। पाकिस्तान में मौजूद अफ़गान राजनीतिक अधिकारी और उनके परिवार की सुरक्षा के मुद्दे पर अफ़गानिस्तान ने पाकिस्तान को सख्त इशारा दिया है।

अफ़गान महिला सांसदों ने इस अपहरण और प्रताड़ना के मामले पर आक्रामक रवैया अपनाया है। इन सांसदों ने पाकिस्तानी संसद को खत लिखा है और इस खत में अपहरण की इस घटना की तीव्र शब्दों में निंदा की गई है। अपहरण की यह घटना राजनीतिक संकेतों का भंग है, इस बात का अहसास भी इन अफ़गान महिला सांसदों ने पाकिस्तानी संसद को कराया है। पाकिस्तान को यदि अफ़गानिस्तान से संबंध तोड़ेन हैं तो इसके लिए सर्वसंमत प्रोटोकॉल्स हैं, ऐसी तीखी भाषा का प्रयोग इस खत में किया गया है। पाकिस्तानी सांसद अपनी यंत्रणाओं पर दबाव ड़ाले, यह माँग भी इस खत में की गई है। एक बेटी का अपहरण करके उसकी प्रताड़ना करना मानव अधिकारों पर हमला किए जाने का अहसास इन अफ़गान महिला सांसदों ने कराया है।

सिलसिला के अपहरण के बाद अफ़गान जनता पाकिस्तान पर काफी क्रोधित है। रविवार के दिन अफ़गान नागरिकों ने काबुल में पाकिस्तानी दूतावास के बाहर तीव्र प्रदर्शन किए। इस दौरान पाकिस्तान की सरकार के विरोध में जोरदार नारेबाज़ी की गई। अफ़गानिस्तान सरकार ने अपहरण का यह मुद्दा संयुक्त राष्ट्र संगठन में उठाने की तैयारी की है। अफ़गान राजदूत की बेटी का अपहरण होने के बाद पाकिस्तान में स्थित भारतीय दूतावास और उच्चायुक्तालय के दफ्तर ‘हाय अलर्ट’ पर हैं।

इसी बीच, पाकिस्तान के अंदरुनि सुरक्षामंत्री शेख रशीद अहमद ने यह वादा किया है कि, अफ़गान राजदूत नजिबुल्ला अलीखिल की बेटी के अपहरण का मामला ७२ घंटों में सुलझाया जाएगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने इससे संबंधि आदेश जारी किए होने का बयान भी शेख रशीद अहमद ने इस दौरान किया। लेकिन, इस अपहरण की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की फिर से बेईज्जती होती दिख रही है। इससे पाकिस्तान की प्रतिष्ठा मिट्टी में मिल गई है, ऐसा अफसोस इस देश के पत्रकारों ने व्यक्त किया है।

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