कोरोना संबंधित आरोप साबित होने पर, चीन पर सख्त कार्रवाई करने के लिए ८३ प्रतिशत अमरिकी मतदाताओं का समर्थन – ‘द हिल-हैरिसएक्स’ सर्वेक्षण से निष्कर्ष

US-action-chinaवॉशिंग्टन – यदि कोरोना की महामारी चीन के वुहान से संक्रमित होने की बात साबित हुई, तो अमरीका ने चीन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी ही चाहिये, ऐसी माँग ८३ प्रतिशत अमरिकी नागरिक कर रहे हैं। हाल ही में किए एक सर्वेक्षण में यह बात स्पष्ट हुई है। अमरीका के सत्ताधारी और विपक्षी दल के अधिकांश मतदाताओं की इस माँग पर सहमति है। कोरोना संक्रमण की वजह से हुए आर्थिक नुकसान का हर्ज़ाना वसूल करने के लिए चीन के उत्पादनों पर भारी कर लगाने के प्रस्ताव का कुछ मतदाताओं ने समर्थन किया। इसी के साथ कोरोना ने चपेट में लिए हुए हर एक को चीन से हर्ज़ाना प्राप्त हो, यह माँग भी कुछ मतदाताओं ने उठाई है।

US-action-china-01पश्‍चिमी माध्यमों में कोरोना संक्रमण से संबंधित चौकानेवाली जानकारी प्रकाशित होने लगी है। इस वजह से इस महामारी को चीन ने जानबूझकर संक्रमित किया होने की आशंका अधिक से अधिक मात्रा में तीव्र हो रही है। कुछ लोगों को तो यह भरोसा ही होने की बात दिख रही है। ‘द हिलहैसएक्स’ ने किए सर्वेक्षण में, अमरिकी मतदाताओं में चीन को लेकर आशंका की भावना होने की बात स्पष्ट हुई है। रिपब्लिकन पार्टी के करीबन ८७ प्रतिशत मतदाताओं ने और सत्तापक्ष डेमोक्रैट पार्टी के ८३ प्रतिशत मतदाताओं ने एवं इन दोनों पार्टीयों से अलग तटस्थ गुट के ८० प्रतिशत मतदाताओं ने चीन पर कार्रवाई करने का समर्थन किया है।

कोरोना की महामारी अगर चीन ने जानबूझकर संक्रमित की है, तो अमरीका ने चीन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी ही चाहिये, ऐसा इन मतदाताओं का कहना है। इसके साथ ही, इस भयंकर गुनाह के लिए चीन के उत्पादनों पर जागतिक स्तर पर कर लगाया जाए, ऐसा ३० प्रतिशत मतदाताओं ने कहा है। इसी बीच २५ प्रतिशत मतदाता, चीन से हर्ज़ाना वसूल करने की माँग कर रहे हैं। १८ प्रतिशत मतदाताओं ने चीन के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाकर, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं के यात्रा करने पर रोक लगाने की आक्रामक माँग की है।

US-action-china-02कोरोना की महामारी प्राकृतिक है और इसके लिए चीन के खिलाफ कार्रवाई करने की ज़रूरत ना होने की सोच रखनेवालों की संख्या १५ प्रतिशत है। लेकिन, चीन पर कार्रवाई करने का समर्थन करनेवालों की संख्या ८० प्रतिशत से अधिक है और इस मुद्दे को लेकर सत्तारूढ और विपक्षी दलों के मतदाताओं की सहमति होना काफी बड़ी बात साबित होती है। लेकिन, ये सभी मतदाता चीन का गुनाह साबित होने के बाद ही यह कार्रवाई हों, यह विचार रखते हैं, यह जानकारी ‘द हिल-हैरिसएक्स’ के सीईओ ‘ड्रिटान नेशो’ ने प्रदान की। फिलहाल चीन से हर्ज़ाना वसूल करने की एवं चिनी सामान पर अधिक कर लगाने की माँग करनेवाले मतदाताओं की संख्या २५ से ३० प्रतिशत के करीब है। लेकिन, कोरोना की महामारी चीन ने साज़िश करके संक्रमित करने की बात स्पष्ट होने पर, इस कार्रवाई का समर्थन करनेवालों की संख्या काफी मात्रा में बढ़ सकती है।

अमरीका के विपक्षी नेता कोरोना के मुद्दे पर चीन के खिलाफ गंभीर आरोप लगा रहे हैं। उनके आरोपों को अमरीका एवं बाहरी देशों में प्राप्त हो रहा समर्थन बढ़ रहा है। इसकी आँच चीन को महसूस होने लगी है। ऐसी स्थिति में चीन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अमरिकी मतदाताओं ने की हुई माँग, चीन पर बना दबाव अधिक बढ़ानेवाली साबित हो रही है।

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